
Paan on Dussehra 2025: आज देशभर में विजयादशमी का पर्व मनाया जा रहा है. विजयादशमी को दशहरा के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में दशहरा को बड़े ही धूम-दाम से मनाया जाता है. कई जगह पर इस दिन जलेबी और पान खाने की परंपरा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है. तो चलिए जानते हैं दशहरा पर आखिर क्यों खाया जाता है पान और इससे बनने वाली रेसिपी.
दशहरा पर क्यों खाया जाता है पान? (Why is betel leaf eaten on Dussehra)
कुछ जगहों पर दशहरे के दिन पाना खाने की परंपरा है. कहते हैं कि इस दिन ऐसा करके लोग अधर्म पर हुई धर्म की जीत की खुशी व्यक्त करते हैं. माना जाता है कि रावण से युद्ध जीतने की खुशी को वानरों ने पान के पत्ते खाकर सेलिब्रेट किया था. उसी दिन विजयदशमी पर पान का सेवन करना शुभ माना जाने लगा. वहीं, वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो पान का पत्ता एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो पाचन को बेहतर करने में मदद करता है.इतना ही नहीं पान मुंह की दुर्गंध को दूर करने में भी मददगार माना जाता है.
ये भी पढ़ें- 90% लोगों को नहीं पता होगा बिहार के लोकप्रिय मेले और त्यौहार, जहां परंपरा और स्वाद का होता है अनोखा संगम

Photo Credit: Ajay Kumar Patel
कैसे बनाएं स्वादिष्ट मावा पान- (How To Make Mawa Paan Recipe)
सामग्री-
पान के पत्ते
मावा (खोया)
चीनी पाउडर
इलायची पाउडर
पिस्ता और बादाम के टुकड़े
विधि-
1. पान के पत्तों को साफ करें और उन्हें सुखा लें.
2. मावा, चीनी पाउडर, इलायची पाउडर, और पिस्ता और बादाम के टुकड़ों को मिलाकर एक मिश्रण बनाएं.
3. पान के पत्तों पर इस मिश्रण को रखें और पत्तों को बंद करें.
4. पान को मुंह में रखें और इसका आनंद लें.
अस्थमा का इलाज क्या है? डॉक्टर से जानिए
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं