Chini Ki Jagah Kya Khaye: अगर आप भी मीठा खाने के शौकीन हैं और भर-भर कर मीठा खाते हैं तो आप कहीं ना कहीं अपनी हेल्थ के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. क्योंकि चीनी का सेवन सेहत के लिए अच्छा नही होता है. अगर आप मीठा खाना चाहते हैं और हेल्दी शुगर अल्टरनेटिव्स के बारे में जानना चाहते हैं जो कि रिफाइंड शुगर यानी चीनी से कहीं ज्यादा बेहतर है, तो ये आर्टिकल आपके लिए है. अगर आपको डायबिटीज है, आप अपना वजन कम करना चाहते हैं या फिर सिर्फ अपनी हेल्थ को अच्छा रखना चाहते हैं और मीठा खाना छोड़ नहीं पा रहे हैं तो डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया है उन चीजों के बारे में जो आपके बहुत काम आ सकते हैं.
शुगर क्यों है स्वीट पॉइजन
क्या आपको पता है कि शुगर को वाइट पॉइजन क्यों कहा जाता है, क्योंकि इसके अंदर एक भी न्यूट्रिएंट नहीं पाया जाता है ना कोई विटामिन ना कोई मिनरल और ना ही कोई प्रोटीन. बस सिर्फ और सिर्फ एक कैलोरीज हैं जो कि इसके अंदर पाई जाती हैं. सिर से पांव तक आपके हर एक ऑर्गन को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाती है. बॉडी में इंफ्लेमेशन को बढ़ाती हैं, कई बड़ी-बड़ी बीमारियों को पैदा करती हैं और यहां तक कि ओबेसिटी और डायबिटीज का कारण भी बन सकती हैं. जरा सोचिए शुगर एक ऐसा स्वादिष्ट जहर है जो कि बस 1 मिनट के लिए जब तक ये आपकी जुबान के ऊपर रहता है, तभी तक आपको आनंद देता है लेकिन जैसे ही यह जुबान से आपके पेट के अंदर जाता है आपको सिर्फ और सिर्फ नुकसान ही देता है.
अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है. आप शुगर को आसानी से रिप्लेस कर सकते हैं. आपके किचन में कुछ ऐसे अमेजिंग ऑप्शन अवेलेबल हैं जो कि शुगर से ज्यादा हेल्दी है और इसकी जगह खाए जा सकते हैं.
स्टीविया
स्टीविया जिसे हम हिंदी में मीठी तुलसी भी कहते हैं. ये एक बहुत ही पॉपुलर और हेल्दी शुगर अल्टरनेटिव है, स्पेशली उन लोगों के लिए जो कि अपनी कैलोरीज को कंट्रोल में रखना चाहते हैं या फिर ऐसे लोग जो कि डायबिटीज से पीड़ित है. स्टीविया एक जीरो कैलोरी नेचुरल स्वीटनर है जो कि स्टीविया प्लांट के लीव्स के एक्स्टेक्स्ट से बनाया जाता है. मतलब ये आपको स्वीटनेस तो देता है लेकिन बिना किसी कैलोरीज के जो कि वेट मैनेजमेंट और डायबिटीज के लिए एक बहुत ही बढ़िया सॉल्यूशन है. आपको बता दें कि स्टीविया शुगर से भी ज्यादा मीठी होती है और वो भी थोड़ी बहुत ज्यादा नहीं बल्कि 200 से 300 गुना ज्यादा मीठी होती है. नॉर्मल शुगर से और इसलिए आपको इसे बस थोड़े से अमाउंट में ही यूज करना पड़ता है. अब स्टीविया की इतनी सारी अच्छी-अच्छी बातें सुनकर आपको लग रहा होगा कि बस ये तो बेस्ट है. आज से इसी को यूज करना शुरू कर देंगे लेकिन रुकिए हर एक चीज के कुछ फायदे होते हैं तो कुछ नुकसान भी होते हैं. स्टीविया का टेस्ट थोड़ा सा कड़वा सा लगता है, थोड़ा मेटलिक सा लगता है खासतौर से शुरू शुरू में जब आप इसको लेना शुरू करते हैं तब यह टेस्ट आपको अच्छा नहीं लगता है. लेकिन हां टाइम के साथ लोग इस टेस्ट से एडजस्ट कर जाते हैं और बाद में फिर कई बार वो नॉर्मल उन्हें लगने लगता है. लेकिन कई बार कुछ लोगों को बाद में भी यह प्रॉब्लम क्रिएट करते रहता है टॉलरेट नहीं कर पाते हैं और इसीलिए इसको लेना बंद कर देते हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
इसके अलावा मार्केट में जो स्टीविया प्रोडक्ट्स अवेलेबल हैं वह कभी-कभी बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड होते हैं और उनमें आर्टिफिशियल एडिटिव भी मिला दिए जाते हैं जो कि इसके नेचुरल हेल्थ बेनिफिट्स को कम कर देते हैं, तो अगर आप स्टीविया को यूज करना चाहते हैं तो ट्राई कीजिए कि आप ऐसा प्रोडक्ट लें जो कि प्योर लीफ एक्सट्रैक्ट या फिर मिनिमली प्रोसेस्ड स्टीविया से बना हुआ हो. ताकि आपको मैक्सिमम हेल्थ बेनिफिट्स तो मिले लेकिन कोई नुकसान ना हो. यह एक बहुत ही अच्छा ऑप्शन है स्पेशली अगर आप अपनी डेली कैलोरीज को काउंट कर रहे हैं वजन को घटाना चाहते हैं या फिर अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं और चाहते हैं कि कोई ऐसा स्वीटनर आपको मिल जाए जो कि आपको बिल्कुल भी नुकसान ना दे.
वैसे तो इसके अलावा भी कई स्वीटनर हैं जिनको खाया जा सकता है जैसे कोकोनट शुगर, डेड शुगर ( जिसमें खजूर को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर खाया जा सकता है), गुड़ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन डॉक्टर सलीम के मुताबिक स्टीविया का सेवन ही ज्यादा फायदेमंद है, अगर आप इसे सही तरीके से खाते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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