विज्ञापन

असम पुलिस को बड़ी कामयाबी, बड़े जिहादी मॉड्यूल को किया ध्वस्त,बांग्लादेश से आता था ऑर्डर

असम पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने IMK जिहादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर असम‑त्रिपुरा में छापों के दौरान 11 लोगों को गिरफ्तार किया. यह मॉड्यूल 2018 से सक्रिय था, युवाओं को सोशल मीडिया से कट्टरपंथी बनाता था, हवाला से फंड लेता था और बांग्लादेश से संचालित होता था. इसके लिंक JMB, ABT और AQIS से जुड़े थे.

असम पुलिस को बड़ी कामयाबी, बड़े जिहादी मॉड्यूल को किया ध्वस्त,बांग्लादेश से आता था ऑर्डर

असम पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों और अन्य राज्यों की सुरक्षा इकाइयों के साथ संयुक्त कार्रवाई में IMK (Imam Mahmude Kafila) नामक एक सक्रिय जिहादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. यह नेटवर्क लंबे समय से राज्य में कट्टरपंथी गतिविधियों को बढ़ाने और युवाओं को चरमपंथ की ओर आकर्षित करने में लगा हुआ था.

कई राज्यों में होती है रेड

ऑपरेशन के तहत असम और त्रिपुरा में कई छापेमारी की गई. असम में बरपेटा और चिरांग जिलों में रेड भी डाली गई. इसमें कुल 11 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. इनमें से 10 आरोपी असम से जबकि 1 को त्रिपुरा से अरेस्ट किया गया.  मामला STF पुलिस स्टेशन केस नंबर 06/2025 (दिनांक 28.12.2025) के तहत दर्ज किया गया है.

Latest and Breaking News on NDTV

यह भी पढ़ें- PAK की ऑब्जर्वेशन चौकियों को लॉन्चपैड की तरह इस्तेमाल कर रहे आतंकी, मुस्तैदी से तैनात BSF जवान

गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है. भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धाराएं 143, 147, 148, 149, 150, 152, 113(5) और UAPA 1967 की धाराएं 10, 13, 16, 38, 39, 40 लगाई गई हैं. 

कट्टरपंथी विचारधारा को फैलाने के लिए सोशल मीडिया का होता था इस्तेमाल 

बता दें कि IMK का गठन 2018 में हुआ था और इसके संबंध JMB और AQIS जैसे खतरनाक संगठनों से जुड़े बताए जाते हैं. यह मॉड्यूल भारत में आर्म्ड जिहाद और डिजिटल जिहाद दोनों को अंजाम दे रहा था. कट्टरपंथी विचारधारा को फैलाने के लिए यह नेटवर्क सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म का व्यापक इस्तेमाल करता था.

Latest and Breaking News on NDTV

युवाओं को निशाना बनाकर करते हैं ब्रेनवॉशिंग

इस मॉड्यूल ने विशेष रूप से असम के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को टारगेट किया. उन्हें सोशल मीडिया के ज़रिए कट्टरपंथ की ओर उकसाया गया. भर्ती होने वाले युवाओं से वीडियो के जरिए 'ओथ' (शपथ) दिलवाई जाती थी. फिर ये वीडियो बांग्लादेश भेजे जाते, जहां से मॉड्यूल को निर्देश मिलता था.

यह भी पढ़ें- हाउस पार्टी के बाद एयर होस्टेस की मौत! दोस्त बोले- अचानक बिगड़ी तबीयत; मेडिकल हिस्ट्री खंगाल रही पुलिस

फंड ट्रांसफर के लिए मॉड्यूल ने हवाला नेटवर्क का इस्तेमाल किया जाता था. यह पैसे का लेन-देन ट्रैक करना मुश्किल बनाने और गतिविधियों को गुप्त रखने का मुख्य तरीका था.

बांग्लादेश में बैठा शख्स देता था निर्देश

इस पूरे मॉड्यूल को बांग्लादेश में बैठे एक 'अमीर' द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था. जानकारी के मुताबिक उसका नाम ज्वेल महमूद उर्फ़ इमाम महमूद साहिदुल्लाह है जो कि JMB का पूर्व सदस्य है. इसके अलावा, यह मॉड्यूल JMB, ABT और AQIS से निर्देश लेता था. असम में इस नेटवर्क की कमान तमीम के हाथ में थी.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com