उदयपुर : टेलर हत्याकांड की SIT करेगी जांच,
नई दिल्ली:
राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल साहू नाम के एक टेलर की हत्या के बाद से क्षेत्र में तनाव कायम है. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है और लोगों से शांति की अपील की है. उदयपुर घटना की जांच के लिए SIT का किया गठन, जिसमें एसओजी एडीजी अशोक राठौड़, एटीएस आईजी प्रफुल्ल कुमार और एक एसपी और एडिशनल एसपी होंगे. पुलिस और प्रशासन की ओर से मामले को नियंत्रण में लेने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. राजस्थान में अगले 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
- मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने मंगलवार शाम उच्चस्तरीय बैठक की और सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिलाधिकारियों को प्रदेशभर में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. सरकारी बयान में मुख्य सचिव ने कानून-व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से प्रदेशभर में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किए जाने, सभी जिलों में आगामी एक माह तक धारा 144 लागू करने, पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त करने, शांति समिति की बैठक आयोजित करने और उदयपुर जिले में आवश्यकतानुसार कर्फ्यू लगाए जाने के निर्देश दिए हैं.
- अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस कानून एवं व्यवस्था हवा सिंह घुमरिया ने बताया कि मृतक कन्हैया लाल के विरुद्ध 10 जून को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी को अग्रेषित करने का मामला दर्ज किया गया था और इस प्रकार के अन्य मामलो की भांति उन्हें गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया था. अदालत से जमानत पर छूटने के बाद 15 जून को कन्हैया लाल ने थाने में पहुंचकर अपनी रिपोर्ट देकर कहा कि मुझे जान से मारने की धमकी मिल रही है. स्थानीय थानाधिकारी ने इस रिपोर्ट मिलने के तत्काल बाद धमकी देने वालों सहित दोनों समुदायों के जिम्मेदार वरिष्ठ जनों को थाने बुलाया और समझाईस की. दोनों पक्षों में बातचीत के बाद आपसी समझौता भी हो गया. समझौते के बाद कन्हैया लाल अपनी हस्तलिखित रिपोर्ट देकर गए कि हमारा मनमुटाव अब खत्म हो गया है और इस मामले में अब कोई कार्यवाही की आवश्यकता नहीं है . एडीजी ने बताया कि पुलिस द्वारा समझौता कराने आए व्यक्तियों से भी पूछताछ की जा रही है.
- केंद्र उदयपुर में मंगलवार को की गई एक दर्जी की नृशंस हत्या को आतंकवादी हमला मान रहा है और एक जांच दल भेजा गया है जिसमें आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं क्योंकि प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. अधिकारियों ने कहा कि जांच दल मामले की गहन जांच करेगा और गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की पृष्ठभूमि की पड़ताल करेगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया यह एक आतंकी मामला लगता है और इसकी गहन जांच की जरूरत है जिसमें उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल को खंगालना शामिल है.
- कड़े गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज होने के बाद मामले को जांच के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपे जाने की संभावना है. घटना से सांप्रदायिक तनाव पैदा होने के बाद उदयपुर शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. हमलावरों ने परोक्ष रूप से नुपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी के मामले में भाजपा से निलंबित किया गया था. दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए वीडियो पोस्ट किया और उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उनमें से एक ने खुद की पहचान रियाज अख्तरी के रूप में की.
- राजसमंद के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर भागने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें भीम क्षेत्र में नाकेबंदी के दौरान पकड़ लिया गया. उन्होंने कहा, ‘‘हमने आरोपियों की पहचान की पुष्टि की है. 10 टीम को आरोपियों की तलाश में लगाया था.'' टेलर कन्हैया लाल को सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां करने के मामले में स्थानीय पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था. जमानत मिलने के बाद दर्जी ने 15 जून को पुलिस को बताया था कि उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं. हत्या की घटना के बाद पुलिस ने शिकायत के समय लापरवाही बरतने के आरोप में एक सहायक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है.
- सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के अनुसार दोनों आरोपी धानमंडी थाना क्षेत्र स्थित टेलर की दुकान पर दोपहर के समय पहुंचे. इनमें से एक ने अपना नाम रियाज बताया है. उसने अपने आप को एक ग्राहक बताया और टेलर ने उसका नाप लेना शुरू कर दिया. इस दौरान उसने टेलर पर हमला कर दिया, वहीं दूसरे आरोपी ने मोबाइल फोन से घटना का वीडियो बनाया. वीडियो के अनुसार, जब टेलर नाप लेकर लिख रहा था उस दौरान रियाज ने अचानक धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए तथा बाद में एक और वीडियो में उन्होंने अपराध करने की पुष्टि की.
- घटना के सामने आने के बाद इसके विरोध में स्थानीय बाजारों में दुकानें बंद कर दी गयीं. दुकानदारों ने पुलिस को कन्हैयालाल का शव ले जाने से रोका और कहा कि हत्यारों की गिरफ्तारी होने तथा मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा तथा सरकारी नौकरी दिए जाने की घोषणा के बाद ही वे शव ले जाने देंगे.
- मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विटर पर जनता से शांति बनाए रखने की अपील की और वीडियो साझा नहीं करने को कहा. उन्होंने जोधपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा. पूरा पुलिस बल पूरी सतर्कता के साथ इस पर काम कर रहा है. हत्या के कारण लोगों में व्याप्त आक्रोश की मैं कल्पना नहीं कर सकता. हम कार्रवाई कर रहे हैं.''
- उदयपुर के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने भी कड़ी कार्रवाई का वादा किया. उन्होंने कहा, ‘‘नृशंस हत्या हुई है. मोटे तौर पर यह सुनियोजित हत्या लगती है. हम मृतक के परिजनों की मांगों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं. अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं.''
- घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति'' का परिणाम है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती और आतंक फैलाने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं. धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती. इस कदर हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले.''