दलित छात्र की मौत के बाद राजस्थान में सियासी हलचल बढ़ी.
जयपुर:
राजस्थान में दलित छात्र की मौत का मुद्दा धीरे धारे गर्म होता जा रहा है. स्कूल के एक शिक्षक ने दलित छात्र को कथित रूप से इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. दरअसल उस छात्र ने कथित तौर पर “उच्च जातियों” के लिए बने बर्तन से पानी पीने की कोशिश की थी. बहरहाल, दलित छात्र की मौत अब सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिए राजनीतिक संकट में बदलती जा रही है.
जयपुरः दलित छात्र की मौत से जुड़ी 10 नवीनतम घटनाक्रम:
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पर विपक्षी भाजपा तो हमलावर है ही, साथ ही उन्हें अपनी पार्टी के लोगों ने भी घेर लिया है. कांग्रेस के नेता भी गहलोत सरकार की आलोचना से पीछे नहीं हट रहे.
- बारां-अटरू से कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने 9 वर्षीय छात्र की मौत पर गहरा दुख जताते हुए मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेज दिया है. उन्होंने राज्य में जाति-संबंधी अपराधों को लेकर हल्ला बोलते हुए कहा कि पुलिस जल्दी से कार्रवाई नहीं करती है.
- कांग्रेस नेता सचिन पायलट पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जालोर जा रहे हैं. यहां यह बताना जरूरी है कि दो साल पहले सचिन पायलट के बगावत की वजह से गहलोत की सरकार गिरने वाली थी.
- पायलट ने कहा, "हमें जालोर जैसी घटनाओं को खत्म करना होगा. हमें दलित समाज के लोगों को आश्वस्त करना होगा कि हम उनके साथ खड़े हैं." उन्होंने कहा, "सरकार उचित कार्रवाई कर रही है और भविष्य में भी करेगी. हमें इस तरह के मुद्दे का राजनीतिकरण करना चाहिए."
- सचिन पायलट को राजनीतिक लाभ नहीं लेने देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों और राज्य कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा को जालोर भेजा है.
- उच्च जातियों के लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बर्तन से पानी पीने के लिए शिक्षक ने कथित तौर पर नौ वर्षीय इंद्र की पिटाई की थी. पिटाई की वजह से इंद्र की आंख और कान पर चोट लग गई थी. यह हादसा 20 जुलाई को एक निजी स्कूल में हुआ था. इसके बाद उन्हें गुजरात के अहमदाबाद के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां उनका पिछले सप्ताह निधन हो गया.
- पुलिस ने शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर हत्या और भारत की अनुसूचित जातियों और जनजातियों की रक्षा करने वाले सख्त कानून के तहत आरोप लगाया है.
- मामले में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि इंद्र "भोले-भाले थे और उन्हें नहीं पता था कि उच्च जाति के शिक्षक के लिए बर्तन अलग रखा गया था." प्राथमिकी में कहा गया है, "शिक्षक चैल सिंह ने लड़के से कहा, 'तुम निचली जाति से हो. तुमने मेरे घड़े का पानी पीने की हिम्मत कैसे की!' फिर उसकी जबरदस्त पिटाई की.
- मीडिया से बात करते हुए, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि उन्होंने अधिकारियों को मामले की जल्द जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने 5 लाख रुपये की सहायता की घोषणा करते हुए कहा था, ''पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित किया जाएगा.''
- बीजेपी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि बच्चे की मौत शर्मनाक है. प्रदेश भाजपा ने ट्वीट किया था, 'राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा राजस्थान में दलितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए श्री गहलोत को कब सुझाव देंगे.”