वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को माफ कर दिया है. (फाइल फोटो )
नई दिल्ली:
दिल्ली हाईकोर्ट में देश के वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा दायर मानहानि का एक केस चर्चित केस चल रहा है. इस केस के चलते अब आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पार्टी के अन्य नेताओं जेटली से माफी मांग ली है. जेटली ने केजरीवाल और पार्टी के चार अन्य नेताओं के खिलाफ केस दायर किया था. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी आम आदमी पार्टी के नेताओं को माफ कर दिया है. अब सवाल ये है कि केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने माफीनामे पर क्या लिखा है.
10 बड़ी बातें
- माफी नाम में लिखा गया है, 'मैंने आपके ऊपर डीडीसीए अध्यक्ष पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए. मुझे हाल में पता चला है कि वो निराधार थे. मुझे गलत जानकारी दी गई. मैं अपने सभी आरोप वापस लेता हूं. आपके और आपके परिवार के सम्मान को हुए नुकसान के लिए माफी मांगता हूं'
- जेटली को केजरीवाल ने माफ़ीनामे का संदेश पहले भी भिजवाया था लेकिन तब जेटली ने ये शर्त रखी कि जब तक सारे आरोपी नेता माफी नहीं मांगते इसका कोई मतलब नहीं है.
- इससे पहले केजरीवाल बिक्रम मजीठिया, कपिल सिब्बल और नितिन गडकरी से भी माफ़ी मांगकर मानहानि के मुकदमे खत्म करवा चुके हैं लेकिन क्योंकि जेटली केस को शिद्दत से लड़कर केजरीवाल समेत 6 आप नेताओं की घेरेबंदी करने में लगे थे इसलिए ये माफ़ी मुश्किल और बड़ी मानी जा रही थी.
- केंद्रीय वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल पर दो केस दर्ज कराएं हैं. दूसरा केस पिछले साल मई में दर्ज किया था. यह केस भी उन्होंने 10 करोड़ रुपये का दर्ज कराया है.
- जानकारी के लिए बता दें कि अरुण जेटली ने यह केस अरविंद केजरीवाल की ओर से केस लड़ रहे देश के जाने-माने वकील राम जेठमलानी की जिरह के दौरान अरुण जेटली को अपशब्द कहे जाने के बाद दर्ज कराया था.
- इससे पहले पहला केस जेटली ने केजरीवाल के उनपर भ्रष्टाचार के आरेप लगाने के बाद दर्ज कराया था. 21 दिसंबर 2015 को अरुण जेटली ने केजरीवाल और अन्य पांच पर मानहानि का केस दर्ज किया.
- सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी की कोर्ट में अरुण जेटली पर की गई कई टिप्पणियों को निंदात्मक करार दिया था.
- कोर्ट में यह भी कहा गया कि राम जेठमलानी यह कह चुके हैं कि वह जो कह रहे हैं वो अरविंद केजरीवाल की तरफ से कह रहे हैं. जेटली के वकीलों ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अगर ऐसी भाषा का प्रयोग करने की इजाजत अरुण जेटली के खिलाफ दी है तो फिर एक और 10 करोड़ का मानहानि का केस दायर किया जाएगा.
- दरअसल अरविंद केजरीवाल ने अरुण जेटली पर डीडीसीए में पद पर रहने के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और लगातार कई मंचों से कई सौ करोड़ के घोटाले के आरोप लगाते रहे. बिना सबूत लगातार आरोप लगाने पर अरुण जेटली ने उन्हें पहले तो मानहानि का केस करने की चेतावनी दी.
- केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस चुनौती का स्वीकार किया था और कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया.