विज्ञापन

Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि की पूजा में जली हुई बाती और चढ़े हुए नारियल का क्या करना चाहिए? जानें सिर्फ एक क्लिक में

Navratri 2025 Puja Tips:नवरात्रि के 09 दिनों में देवी दुर्गा के वि​भिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना करते समय अक्सर लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि आखिर मां भगवती को चढ़ाई गई चीजों जैसे पुष्प, बाती, नारियल, वस्त्र आदि का क्या करना चाहिए? अगर आपका भी यही सवाल है तो जवाब जानने के लिए पढ़ें ये पढ़ें.

Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि की पूजा में जली हुई बाती और चढ़े हुए नारियल का क्या करना चाहिए? जानें सिर्फ एक क्लिक में
Navratri 2025: देवी पूजा के लिए जलाई हुई बाती और सामाना का क्या करें?

Shardiya Navratri 2025 Goddess Durga Puja Rules: सनातन परंपरा में शक्ति की साधना के लिए नवरात्रि के पावन पर्व को सबसे उत्तम माना गया है. मान्यता है कि नवरात्रि के 9 दिनों में माता पृथ्वी पर आती हैं और अपने भक्तों द्वारा विधि-विधान से की जाने वाली पूजा-अर्चना से प्रसन्न होकर उन्हें मनचाहा वरदान देती हैं. नवरात्रि पूजा को लेकर अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि इसकी समाप्ति के बाद देवी पूजा से जुड़े सामान जैसे कलश, चौकी, चुनरी, जली हुई बाती आदि का क्या करना चाहिए. क्या इन सभी चीजों को किसी जल तीर्थ में बहा देना ही अंतिम उपाय होता है? आइए जानते हैं कि देवी पूजा की इन सभी सामग्री का हमें क्या करना चाहिए?

देवी पूजा के लिए जलाई हुई बाती का क्या करें?

हिंदू मान्यता के अनुसार नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा में जलाई गई बाती को कभी भी कूड़े आदि में नहीं फेंकना चाहिए. पूजा के लिए जलाई गई बाती आधी जली हो या फिर पूरी, उसे इकट्ठा करके एक पवित्र स्थान में रखें और नवरात्रि के आखिरी दिन उसमें लौंग, कपूर, शुद्ध घी आदि डालकर उसे एक बार फिर जला दें और उसे पूरे घर में घुमाएं और अंत में उसे घर के बाहर या फिर छत अथवा बालकनी में रख दें. मान्यता है कि नवरात्रि के 9 दिनों की जो भी सकारात्मक ऊर्जा उन बातियों में होगी वह आपके घर की नकारात्मकता को दूर करने काम करेगी. इसके बाद उसकी राख में थोड़ा सा बचाकर उसे किसी पौधे लगे गमले में डाल दें. मान्यता है कि माता की पूजा से जुड़ी यह पवित्र राख या फिर कहें भभूत नजर दोष को दूर का कार्य करती है. 

नवरात्रि में माता को चढ़ाए गये फूलों का क्या करें?

हिंदू मान्यता के अनुसार नवरात्रि की पूजा में चढ़ाए गये फूलों में देवी की सकारात्मक उर्जा होती है. ऐसे में उसे किसी स्थान पर फेंकने या नदी में प्रवाहित करने की बजाय उसमें से कुछ पुष्पों को अपने पास माता का प्रसाद मानकर धन स्थान आदि पर रख लें बाकी को किसी गमले में डाल दें, ताकि वह खाद बनकर उपयोग में आ सके. पूजा के पुष्प का यह उपयोग पर्यावरण की दृष्टि से भी अनुकूल रहता है. 

नवरात्रि पूजा के कलश का क्या करें?

नवरात्रि की पूजा के बाद कलश का जल आप अपने परिवार के सदस्यों और पूरे घर के कोने-कोने में छिड़कें. इसके बाद बचे हुए जल को किसी पौधे में डाल दें. कलश में रखे सिक्के को एक लाल रंग के कपड़े में देवी का प्रसाद मानकर अपने धन स्थान पर रखें. 

नवरात्रि पूजा के नारियल का क्या करें?

देवी दुर्गा की पूजा में चढ़ाएं गये नारियल को आप पूरे परिवार के सदस्यों और अपने ​इष्टमित्रों को प्रसाद के रूप में बांट दें. यदि नारियल सूख गया हो तो उसे किसी नदी या समुद्र आदि में प्रवाहित कर दें. यदि पूजा में कोई नारियल फोड़ने के बाद खराब निकल जाए तो किसी भी प्रकार दुख नहीं करना चाहिए क्योंकि मान्यता है कि नारियल के रूप में माता ने आपकी सारी विपदा को अपने उपर ले लिया है. उस नारियल को भूमि में दबा देना चाहिए. 

मंदिर में मिली माता की चुनरी का क्या करें?

यदि आप नवरात्रि में किसी देवी स्थान पर जाते हैं और आपको वहां पर माता की चुनरी प्रसाद के रूप में मिलती है तो अक्सर लोगों के सामने प्रश्न होता है कि वे उसका क्या करें? हिंदू मान्यता के अनुसार माता की चुनरी में सकारात्मक उर्जा और उनका आशीर्वाद समाहित होता है. ऐसे में उस प्रसाद रूपी चुनरी को आप अपने घर के पवित्र स्थान या फिर धन स्थान आदि पर रख सकते हैं. आप चाहें तो उसे अपने किसी पवित्र पौधे, वृक्ष या फिर अपने वाहन में माता का दिव्य प्रसाद मानकर बांध सकते हैं. माता की इस चुनरी को पूजा-पाठ करते समय सिर पर रखने के लिए उपयोग में ला सकते हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार यदि आप इसका सदुपयोग नहीं कर सकते हैं तो आपको इसे किसी मंदिर में या फिर किसी व्यक्ति को सम्मानपूर्वक देना चाहिए. 

नवरात्रि पूजा के बाद माता की चौकी और कपड़े का क्या करें?

हिंदू मान्यता के अनुसार पूजा के बाद प्रयोग में लाई चौकी और कपड़े को साफ करके सुरक्षित स्थान पर रखें और उसे आगे विभिन्न प्रकार की पूजा अनुष्ठान आदि में प्रयोग ला सकते हैं. यदि आपको उसकी जरूरत नहीं महसूस होती है तो आप उसे किसी मंदिर या जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर सकते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com