नए साल (1 जनवरी, 2022) की शुरूआत होने में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं, ऐसे में साल के पहले ही दिन भगवान भोलेनाथ के पूजन का विशेष संयोग बनने जा रहा है. भगवान शिव (Lord Shiva) की आराधना के लिए पवित्र मासिक शिवरात्रि (Masik Shivaratri) का व्रत रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित है. मान्यता है कि इस दिन देवों के देव महादेव की विधि-विधान से पूजा और व्रत करने से विशेष पुण्य लाभ की प्राप्ति होगी. इसके साथ ही भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है. इस व्रत को करने के कुछ नियम हैं, जिनका ध्यान रखना चाहिए. इस व्रत की शुरुआत भी सूर्योदय से पहले होती है. स्नान आदि करने के बाद मंदिर जाकर भगवान शिव की आराधना करना चाहिए. माना जाता है कि इस दिन रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. इस दिन शिव जी को बेलपत्र, धतूरा और श्रीफल चढ़ाएं अर्पित करना चाहिए. इसके साथ ही दीप, फल और फूल आदि से पूजन करना शुभकारी माना जाता है.
कब है मासिक शिवरात्रि | Masik Shivaratri Vrat Dates
पौराणिक मान्यता के अनुसार, हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि (Chaturdashi) को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. नए साल में (1 जनवरी 2022) शनिवार के दिन पौष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है. इस दिन ज्येष्ठा नक्षत्र रहेगा.
पौष मास की पहली शिवरात्रि | Masik Shivratri 2022
मासिक शिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित है. बता दें कि साल के शुरूआत में (1 जनवरी 2022) पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि (Masik Shivaratri) पौष मास की पहली शिवरात्रि है. पौष मास को भगवान शिव की पूजा के लिए उत्तम माना गया है. इस दिन भगवान शिव का विधि-विधान से पूजन किया जाता है, साथ ही भोलेनाथ को मनाने के लिए इस दिन भक्त व्रत भी रखते हैं. मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि पर पूजन से प्रसन्न होकर भोलेनाथ अपने भक्तों की हर परेशानी को पल भर में दूर कर देते हैं. इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती की पूजा का भी विशेष महत्व है.
मासिक शिवरात्रि का पूजा मुहूर्त | Masik Shivratri 2022 Puja Muhurat
- चतुर्दशी की तिथि का आरंभ- 1 जनवरी 2022 को प्रात: 7 बजकर 17 मिनट पर होगा.
- चतुर्दशी की तिथि का समापन- 2 जनवरी 2022, रविवार को प्रात: 3 बजकर 41 मिनट तक.
- मासिक शिवरात्रि (01 जनवरी 2022, शनिवार) की पूजा का शुभ मुहूर्त- रात 11 बजकर 58 मिनट से देर रात 12 बजकर 52 मिनट तक है.
मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व | Masik Shivratri 2022 Vrat
मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखने का भी विधान है. इस व्रत को करने के कुछ नियम हैं, जिनका ध्यान रखना चाहिए. इस व्रत की शुरुआत भी सूर्योदय से पहले होती है. बता दें कि शिव भक्त अगर मासिक शिवरात्रि व्रत शुरू करना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत महाशिवरात्रि के दिन से करें. इसके साथ ही आप साल भर की मासिक शिवरात्रियों पर उपवास और पूजन कर सकते हैं. मान्यता है कि इस व्रत को रखने से भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण कर देते हैं, साथ ही सभी कष्टों को दूर कर देते हैं. माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि को रात्रि जागरण करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. वहीं विवाह के लिए इस दिन अविवाहित युवतियां भी सच्चे मन से इस व्रत का पालन करती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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