कोरोनावायरस के प्रकोप के मद्देनजर लागू कर्फ्यू के बीच इंदौर में अधिकतर मस्जिदों में शुक्रवार को सन्नाटा छाया रहा और हजारों लोगों ने अपने घर में जुमे की नमाज पढ़ी.
मस्जिदों में नमाज पढ़ाने वाले इमामों की संस्था "सुन्नी अइम्मा काउंसिल" के सचिव मोहम्मद आरिफ बरकाती ने बताया, "कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए कई सामाजिक और धार्मिक हस्तियों की अपील पर हजारों लोगों ने शहर की करीब 225 मस्जिदों के बजाय अपने घर में ही जुमे की नमाज अदा की."
उन्होंने कहा, "कोरोनावायरस के बड़े खतरे से निपटना हम सबकी जिम्मेदारी है." इस बीच, मशहूर शायर राहत इंदौरी का एक वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कोरोनावायरस संक्रमण से बचने के लिए लोगों से घर में रहने की अपील कर रहे हैं.
इंदौरी ने इस संदेश में कहा, "मेडिकल विशेषज्ञों की लगातार हिदायतें आ रही हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लोग अपने आप को घरों में महफूज रखें. हमें अच्छे, सच्चे और जिम्मेदार हिन्दुस्तानी की हैसियत से इन हिदायतों पर सख्ती से अमल करना चाहिये क्योंकि अपने मुल्क को इस महामारी से बचाना हमारा राष्ट्रीय धर्म है."
इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने बुधवार से शहरी सीमा में लॉकडाउन की जगह कर्फ्यू लागू कर दिया था.
बृहस्पतिवार रात जारी सरकारी बुलेटिन के मुताबिक, शहर के अस्पतालों में भर्ती 15 मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. इनमें शामिल इंदौर के 65 वर्षीय पुरुष और उज्जैन की 65 वर्षीय महिला की मौत हो चुकी है.
गौरतलब है कि कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए शहर के सभी मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है. चैत्र नवरात्र चल रहे हैं और लोग घरों पर ही पूजा कर रहे हैं. ऐसा शायद पहली बार हुआ है जब चैत्र नवरात्र के दौरान मंदिर सूने पड़े हैं.
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