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Masik Durgashtami 2025: आज रखा जा रहा है मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत, जानिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त 

Masik Durgashtami Puja Vidhi: जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की मासिक दुर्गाष्टमी के दिन विधिपूर्वक पूजा की जाती है. माना जाता है कि मां दुर्गा की पूजा-आराधना करने पर माता अपनी कृपा भक्तों पर बनाए रखती हैं. 

Masik Durgashtami 2025: आज रखा जा रहा है मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत, जानिए पूजा विधि और शुभ मुहूर्त 
Masik Durgashtami Shubh Muhurt: मासिक दुर्गाष्टमी पर भक्त मां दुर्गा के लिए व्रत रखते हैं. 

Masik Durgashtami 2025: हिंदू धर्म में दुर्गाष्टमी की विशेष धार्मिक मान्यता होती है. माना जाता है कि आदिशक्ति मां दुर्गा की पूरे मनोभाव से पूजा-आराधना की जाए तो भक्तों को मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. भक्त कष्टों के निवारण के लिए, घर-परिवार में खुशहाली के लिए, आर्थिक तंगी से निपटने के लिए और माता को प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए मां दुर्गा (Maa Durga) का पूजन करते हैं. पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर आज 5 फरवरी, बुधवार के दिन मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत रखा जा रहा है. ऐसे में मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की किस तरह पूजा की जा सकती है और कैसे माता रानी प्रसन्न होती हैं, जानिए यहां. 

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मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा | Masik Durgashtami Puja 

मासिक दुर्गाष्टमी के दिन पूजा के कई शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurt) बन रहे हैं. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:22 एएम से 6:15 बजे तक है. इसके बाद अभिजित मुहूर्त आज नहीं बन रहा है. इसके बाद विजय मुहूर्त दोपहर 2:45 बजे से दोपहर 3:09 बजे तक है. गोधूलि मुहूर्त शाम 6:01 बजे शुरू होकर 6:27 पर समाप्त हो जाएगा. अमृत काल का मुहूर्त शाम 4 बजे से 5:31 बजे तक है. सर्वार्थ सिद्धि योग 8:33 से अगली सुबह 7:06 एएम तक रहेगा. 

मां दुर्गा की मासिक दुर्गाष्टमी पर पूरे मनोभाव से पूजा-आराधना की जाती है. इस दिन सुबह उठकर स्नान पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण किए जाते हैं. माना जाता है कि लाल रंग मां दुर्गा का प्रिय होता है और इसीलिए मासिक दुर्गाष्टमी के दिन लाल रंग पहनना शुभ होता है. इसके बाद मां दुर्गा का ध्यान करके भक्त व्रत का संकल्प लेते हैं. घर के मंदिर की सफाई करके मां दुर्गा की प्रतिमा को लाल कपड़े पर रखा जाता है. मां दुर्गा पर गंगाजल छिड़का जाता है और फिर उनके समक्ष फूल, फल, चंदन, रोली और सिंदूर आदि अर्पित किए जाते हैं. मां दुर्गा के मंत्रों का जाप किया जाता है, आरती की जाती है, भोग में फल व मिठाई चढ़ाई जाती है और पूजा की समाप्ति होती है. बहुत से भक्त मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा के बाद कन्याओं को भोजन भी कराते हैं. 

मां दुर्गा के मंत्र ( Maa Durga Mantra) 

मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा में मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करना बेहद ही शुभ माना जाता है. 

  • ॐ देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता
  • ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
  • नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
 

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