कोरोनावायरस (Coronavirus) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. कोविड-19 (COVID-19) के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार और अस्पताल तैयारियों में जुटे हुए हैं. आइसोलेशन बेड्स, वेंटिलेटर्स, मास्क, किट और दवाइयों का इंतजाम किया जा रहा है. यही नहीं इस महामारी से बचने के लिए सुरक्षात्मक कदम भी उठाए गए हैं और देश भर के कई शहरों को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है.
संकट की इस घड़ी में कोरावायरस के मरीजों के लिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (DSGMC) बेहतरीन विचार के साथ सामने आई है. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, कमेटी ने कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों को क्वारंटीन सुविधाएं देने के लिए यमुना किनारे स्थित मजनू का टीला गुरुद्वारे में सराय देने का फैसला किया है.
DSGMC के उध्यक्ष मंजिंदर सिरसा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंजद केजरीवाल को पत्र लिखकर गुरुद्वारे के 20 कमरों को क्वारंटीन सुविधाओं के लिए देने का प्रस्ताव दिया है. साथ ही पत्र में यह भी बताया गया है कि ये कमरे आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं और मरीजों को क्वारंटीन करने के मकसद से इनका इस्तेमाल किया जा सकता है. उनके मुताबिक, DSGMC हेल्थ स्टाफ के लिए अलग से कमरे देगा. गुरुद्वारे में पार्किंग की कोई कमी नहीं है और माहौल भी पूरी तरह से महफूज व सुरक्षित है.
यही नहीं गुरुद्वारा मरीजों और हेल्थ स्टाफ को लंगर भी खिलाएगा और किसी भी तरह की अन्य जरूरतों का ध्यान रखेगा.
द हिन्दू ने सिरसा के हवाले से लिखा है, "गुरुद्वार कमेटी सरकारी संस्थाओं और अन्य जरूरतमंद संस्थाओं को खाने के पैकेट मुहैया कराने के लिए पूरी तरह तैयार है. हम सरकार को तत्काल खाने के 10 लाख पैकेट मुहैया करा सकते हैं."
बहरहाल, हम तो यही कहेंगे कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में DSGMC का यह योगदान सराहनीय है. समाज की बाकि संस्थाओं से भी इसी तरह की उम्मीद है कि वे संकट की इस घड़ी में आगे आकर मानवता की सेवा करें.
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