Chandra Grahan 2022 Pregnancy: इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण मंगलवार, 08 नवंबर को यानी आज लगने जा रहा है. इस आखरी चंद्र ग्रहण को भारत के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा. इस पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा तीनों बिल्कुल एक सीध में होंगे. बता दें कि भारत में यह चंद्र ग्रहण शाम 5 बजकर 20 मिनट से दिखाई देगा और शाम 6 बजकर 20 मिनट तक समाप्त हो जाता है. चंद्र ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. ऐसे में इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल सुबह 8 बजकर 20 मिनट से शुरू हो चुका है. सूतक काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी होती है. आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं क्या करें, क्या न करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए अशुभ प्रभाव वाला देने वाला होता है. ऐसे में उन्हें इस दौरान सूतक काल से लेकर ग्रहण की समाप्ति तक घर में रहने की सलाह दी जाती है.
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना, कपड़े की सिलाई करना, नुकीली या धारदार चीजों का इस्तेमाल करने से बचना होता है. माना जाता है कि इससे गर्भस्थ शिशु को शारीरिक दोष हो सकता है.
पौराणिक मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोना से बचना चाहिए. यानी चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं सोए नहीं.
चंद्र ग्रहण के दौरान ना तो खाना पकाना चाहिए और ना ही सजना-संवरना नहीं चाहिए.
गर्भवती महिला पर चंद्र ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव न पड़े इसके लिए उन्हें तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए.
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चंद्र ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिला को पवित्र जल से स्नान करना चाहिए, अन्यथा गर्भस्थ शिशु को त्वचा संबधी रोग होने की आशंका होती है.
चंद्र ग्रहण के दौरान मानसिक रूप से मंत्र जाप करने से स्वयं के और गर्भस्थ शिशु के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक और उत्तम असर पड़ता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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