Shani Jayanti के दिन गरीबों को इन चीजों का करें दान, परिवार में बनी रहेंगी खुशियां और दूर होंगे सभी कष्ट

Shani Dev: इस बार शनि जयंती के दिन सिद्धि योग बन रहा हैं ऐसे में गरीबों को दान करने से जीवन में सुख शांति और समृद्धि आएगी.

Shani Jayanti के दिन गरीबों को इन चीजों का करें दान, परिवार में बनी रहेंगी खुशियां और दूर होंगे सभी कष्ट

Shani Jayanti के दिन काले कपड़े का दान करना चाहिए.

खास बातें

  • गरीबों को काली वस्तु का करें दान.
  • शनि देव को नीले फूल, कुमकुम, सिंदूर इत्यादि चढ़ाएं.
  • शनि देव का स्मरण करते हुए व्रत और पूजा का संकल्प लिया जाता है. 

  Shani Jayanti 2022 : हिन्दू पंचांग के मुताबिक इस बार शनि जयंती (Shani Jayanti) पर सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya), वट सावित्री व्रत (Vat Savitri vrat)और सर्वार्थसिद्धि योग का खास संयोग बन रहा है. इस कारण शनि जयंती का महत्व और भी बढ़ गया है. ऐसे में इस दिन गरीबों को दान करने से बहुत लाभ मिलता है सारे कष्ट दूर होते है और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है. तो चलिए जानते हैं इस दिन किन-किन वस्तुओं का दान करना चाहिए.  

शनि जयंती पर इसका करें दान

मान्यता है कि शनि जयंती पर शनि देव की पूजा करने के बाद गरीबों को काले जूते, काला छाता, काले तिल, काले वस्त्र और सरसों के तेल और काली मिर्च का दान करने से जीवन में खुशहाली आती है 


शनि जयंती 2022 शुभ मुहूर्त 

पंचांग के मुताबिक इस बार शनि जयंती पर खास संयोग बन रहा है. दरअसल इस दिन सभी कार्यों में सिद्धि प्रदान करने वाला सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग 30 मई को सुबह 7 बजकर 12 मिनट से आरंभ होगा जो कि 31 मई को सुबह 5 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. कहा जा रहा है कि इस दौरान शनि देव की पूजा करने से विशेष लाभ मिल सकता है. 


ऐसे करें पूजा | Puja vidhi of Shani Jayanti 

- शनि जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्यकर्म से निवृत होने के पश्चात स्नान किया जाता है. 

- शनि देव का स्मरण करते हुए व्रत और पूजा का संकल्प लिया जाता है. 

- पूजा स्थल पर काले रंग के वस्त्र बिछाकर उस पर शनि देव की तस्वीर या प्रतीक के रूप में सुपारी रखा जाता है.  

- शनि देव को नीले फूल, कुमकुम, सिंदूर इत्यादि अर्पित किया जाता है. साथ ही फल अर्पित किए जाते हैं. 

- शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाया जाता है. शनि देव के समक्ष दीपक जलाया जाता है. 

-इसके बाद शनि देव का ध्यान करते हुए शनि मंत्र और शनि चालीसा का पाठ किया जाता है. 

-जो भक्त घर में शनि देव की पूजा नहीं कर सकते वे शनि मंदिर में जाकर शनि देव की पूजा-अर्चना कर सकते हैं. 

- मान्यता है कि शनि जयंती के दिन काला तिल, छाता, काला या नीला वस्त्र, लोहा, स्टील के बर्तन, जूता, चप्पल आदि का दान करने से भगवान शनि की कृपा प्राप्त होती है. 

 
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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