24 जनवरी को मास्टरमाइंड गुलशन हुआ था गिरफ्तार
नई दिल्ली:
यूपी एटीएस की टीम ने बुधवार को दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में FIIT-JEE के दफ्तर में छापेमारी की. दरअसल एटीएस की टीम ने 24 जनवरी को दिल्ली से अवैध तरीके से इंटरनेशनल टेलीफोन एक्सचेंज चलाने के मास्टरमाइंड गुलशन को गिरफ्तार किया था. गुलशन पर आरोप है कि वो गलत तरीके से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर इंटरनेशनल टेलीफोन एक्सचेंज चला रहा था. इस मामले में यूपी एटीएस 10 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. दरअसल जम्मू कश्मीर मिलिट्री इंटेलिजेंस को जानकारी मिली कि कुछ भारतीय नंबरों से जासूसी करने के मकसद से आर्मी यूनिट्स पर कॉल आ रहे हैं.
ये जानकारी यूपी एटीएस को दी गई और जब एटीएस ने इन नंबरों की जांच की तो पाया कि अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के माध्यम से भारत के बाहर से कॉल किये जा रहे हैं और डिस्प्ले पर भारत का ही नंबर दिखता है. इन अवैध एक्सचेंजों का पता लगाने के लिए एटीएस ने जानकारी जुटानी शुरू की, जिन नंबरों से फ़ोन किये जा रहे थे उन मोबाईल नंबरों की जांच शुरू की गई. एटीएस को पता चला कि इस तरह के अवैध टेलीफोन एक्सचेंज लखनऊ, सीतापुर और हरदोई में चल रहे हैं. इनको चलाने वाले किसी दूसरे के नाम पते पर सिम लेकर सिम बॉक्स में डाल कर चलाते हैं.
एटीएस की टीम ने छापा मारकर 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. जब गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि इस एक्सचेंज को चलाने वाला मास्टरमाइंड गुलशन नाम का एक शख्स है, जो दिल्ली के महरौली इलाके में रहता है. एटीएस ने दिल्ली से गुलशन को गिरफ्तार कर लिया और उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई. गुलशन से पूछताछ में पता चला कि दिल्ली के पंजाबी बाग में FIIT-JEE के सेंटर में भी उसका सरवर है, एटीएस की टीम यहां पहुंची और अब जांच की जा रही है.
इस टेलीफोन एक्सचेंज के जरिये विदेश में बैठा कोई भी शख्स भारत में इंटरनेट कॉल करता है और सिम बॉक्स के जरिए वॉइस कॉल में बदल कर हिन्दुस्तान के जिन नंबरों पर विदेश में बैठा व्यक्ति बात करना चाहता है, ये लोग बात करा देते थे और हिन्दुस्तानी नंबर पर विदेशी नम्बर की जगह हिन्दुस्तान का ही नम्बर दिखता था. एटीएस को लगता है कि जो फ़ोन आर्मी के अधिकारियों को आ रहे थे वो पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI की साजिश भी हो सकती है.
ये जानकारी यूपी एटीएस को दी गई और जब एटीएस ने इन नंबरों की जांच की तो पाया कि अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के माध्यम से भारत के बाहर से कॉल किये जा रहे हैं और डिस्प्ले पर भारत का ही नंबर दिखता है. इन अवैध एक्सचेंजों का पता लगाने के लिए एटीएस ने जानकारी जुटानी शुरू की, जिन नंबरों से फ़ोन किये जा रहे थे उन मोबाईल नंबरों की जांच शुरू की गई. एटीएस को पता चला कि इस तरह के अवैध टेलीफोन एक्सचेंज लखनऊ, सीतापुर और हरदोई में चल रहे हैं. इनको चलाने वाले किसी दूसरे के नाम पते पर सिम लेकर सिम बॉक्स में डाल कर चलाते हैं.
एटीएस की टीम ने छापा मारकर 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. जब गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि इस एक्सचेंज को चलाने वाला मास्टरमाइंड गुलशन नाम का एक शख्स है, जो दिल्ली के महरौली इलाके में रहता है. एटीएस ने दिल्ली से गुलशन को गिरफ्तार कर लिया और उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई. गुलशन से पूछताछ में पता चला कि दिल्ली के पंजाबी बाग में FIIT-JEE के सेंटर में भी उसका सरवर है, एटीएस की टीम यहां पहुंची और अब जांच की जा रही है.
इस टेलीफोन एक्सचेंज के जरिये विदेश में बैठा कोई भी शख्स भारत में इंटरनेट कॉल करता है और सिम बॉक्स के जरिए वॉइस कॉल में बदल कर हिन्दुस्तान के जिन नंबरों पर विदेश में बैठा व्यक्ति बात करना चाहता है, ये लोग बात करा देते थे और हिन्दुस्तानी नंबर पर विदेशी नम्बर की जगह हिन्दुस्तान का ही नम्बर दिखता था. एटीएस को लगता है कि जो फ़ोन आर्मी के अधिकारियों को आ रहे थे वो पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI की साजिश भी हो सकती है.
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