दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय गुरुवार को एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए, जहां उनकी रीढ़ की हड्डी में साल 1999 से फंसी एक गोली को निकालने के लिए सर्जरी की जाएगी।
नब्बे के दशक में राय इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आइसा के सक्रिय छात्र नेता थे, जहां उन्होंने परिसर की राजनीति के अपराधीकरण के खिलाफ छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया था। परिसर में वर्ष 1999 में भगदड़ के दौरान उन पर हमला किया गया था और उन पर गोली चलायी गई थी। करीब सात वर्ष तक गर्दन से नीचे का उनका शरीर लकवाग्रस्त रहा था।
राय के एक सहयोगी ने बताया, 'वह आज शाम भर्ती हुए और सर्जरी कल होगी।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
नब्बे के दशक में राय इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आइसा के सक्रिय छात्र नेता थे, जहां उन्होंने परिसर की राजनीति के अपराधीकरण के खिलाफ छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया था। परिसर में वर्ष 1999 में भगदड़ के दौरान उन पर हमला किया गया था और उन पर गोली चलायी गई थी। करीब सात वर्ष तक गर्दन से नीचे का उनका शरीर लकवाग्रस्त रहा था।
राय के एक सहयोगी ने बताया, 'वह आज शाम भर्ती हुए और सर्जरी कल होगी।'
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