प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:
दक्षिणी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में डीडीए ने महिलाओं और बच्चों के एक रैन-बसेरे को ध्वस्त कर दिया. इसको लेकर रोष और विवाद की स्थिति पैदा हो गई है. शहरी निकाय डीडीए ने हालांकि अपनी कार्रवाई को ‘कानूनसम्मत’ करार देते हुए कहा कि अतिक्रमण हटाने के लिए ऐसा किया गया था.
इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी डीडीए की इस कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘बहुत दुखद. दिल्ली सरकार के रैन-बसेरे को ध्वस्त कर दिया गया. महिलाओं, बच्चों को आश्रयविहीन छोड़ दिया गया. उनको अन्य रैन-बसेरों में ले जाया जा रहा है.’’
डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संपर्क किए जाने पर बताया, ‘‘ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई पूरी तरह से वैधानिक थी और दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार यह किया गया.’’
(इनपुट भाषा से)
इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी डीडीए की इस कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘बहुत दुखद. दिल्ली सरकार के रैन-बसेरे को ध्वस्त कर दिया गया. महिलाओं, बच्चों को आश्रयविहीन छोड़ दिया गया. उनको अन्य रैन-बसेरों में ले जाया जा रहा है.’’
डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संपर्क किए जाने पर बताया, ‘‘ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई पूरी तरह से वैधानिक थी और दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार यह किया गया.’’
(इनपुट भाषा से)
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