
प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी में सीसीटीवी नेटवर्क के जरिये विधि-व्यवस्था की निगरानी करने वाली दिल्ली पुलिस के सामने अजीब स्थिति पैदा हो गई है, क्योंकि अपराधी इस तरह के कैमरे का इस्तेमाल अपने ठिकानों के आसपास स्थानीय पुलिस की गतिविधि का पता लगाने के लिए कर रहे हैं।
दक्षिणी दिल्ली में सबसे पहले इस चलन का पता चला
शहर के दक्षिणी इलाके में सबसे पहले इस चलन का पता चला जब एक सट्टाबाजी गिरोह लगातार सक्रिय था, लेकिन पुलिस ने जब भी उसके ठिकाने का औचक निरीक्षण किया, वहां पुलिस को कुछ नहीं मिला। पुलिस को बाद में वसंत गांव इलाके में सट्टेबाजों के ठिकाने के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे का पता चला, जिसके बाद पुलिस ने एक गुप्त अभियान की योजना बनाई।
एक महिला ने बढ़ाई पुलिस की मुसीबत
लेकिन पुलिस के लिए यह आसान नहीं रहा, गिरोह को पनाह दे रही एक महिला ने पुलिस की टीम को घेर लिया और उस पर अपने घर में घुसकर शोषण करने का आरोप लगाया। महिला ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपने दावे को साबित भी किया। घटना से घबराए पुलिसकर्मी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इस पर चर्चा की।
तीन गिरोहों का भंडाफोड़
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) ईश्वर सिंह ने कहा, 'हमें पता चला कि अवैध शराब की बिक्री, सट्टेबाजी गिरोह और मादक पदार्थ की ब्रिकी में शामिल अपराधियों ने अपने घरों में सीसीटीवी लगाए हुए थे और उसकी मदद से इलाके के पुलिसकर्मियों की गतिविधि पर निगरानी रखते थे।' अप्रैल में दक्षिणी जिले के विशेष कार्य बल को इस तरह के गिरोहों का पता लगाने और उन्हें न्याय के घेरे में लाने का जिम्मा सौंपा गया। करीब 10 दिन में बल ने इस तरह के तीन गिरोहों का भंडाफोड़ किया। दक्षिणी जिले के बाद दूसरे जिलों में भी पुलिस इस तरह के चलन का पता लगा रही है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
दक्षिणी दिल्ली में सबसे पहले इस चलन का पता चला
शहर के दक्षिणी इलाके में सबसे पहले इस चलन का पता चला जब एक सट्टाबाजी गिरोह लगातार सक्रिय था, लेकिन पुलिस ने जब भी उसके ठिकाने का औचक निरीक्षण किया, वहां पुलिस को कुछ नहीं मिला। पुलिस को बाद में वसंत गांव इलाके में सट्टेबाजों के ठिकाने के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे का पता चला, जिसके बाद पुलिस ने एक गुप्त अभियान की योजना बनाई।
एक महिला ने बढ़ाई पुलिस की मुसीबत
लेकिन पुलिस के लिए यह आसान नहीं रहा, गिरोह को पनाह दे रही एक महिला ने पुलिस की टीम को घेर लिया और उस पर अपने घर में घुसकर शोषण करने का आरोप लगाया। महिला ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपने दावे को साबित भी किया। घटना से घबराए पुलिसकर्मी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इस पर चर्चा की।
तीन गिरोहों का भंडाफोड़
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) ईश्वर सिंह ने कहा, 'हमें पता चला कि अवैध शराब की बिक्री, सट्टेबाजी गिरोह और मादक पदार्थ की ब्रिकी में शामिल अपराधियों ने अपने घरों में सीसीटीवी लगाए हुए थे और उसकी मदद से इलाके के पुलिसकर्मियों की गतिविधि पर निगरानी रखते थे।' अप्रैल में दक्षिणी जिले के विशेष कार्य बल को इस तरह के गिरोहों का पता लगाने और उन्हें न्याय के घेरे में लाने का जिम्मा सौंपा गया। करीब 10 दिन में बल ने इस तरह के तीन गिरोहों का भंडाफोड़ किया। दक्षिणी जिले के बाद दूसरे जिलों में भी पुलिस इस तरह के चलन का पता लगा रही है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं