
- हथिनी कुंड बैराज के सभी गेट खोले गए हैं और रात दो बजे से लगातार लाखों क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया है
- यमुना नदी का जलस्तर दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है और अगले 25 से 30 घंटे खतरे वाले बता जा रहे हैं.
- यमुनानगर, करनाल और सोनीपत के इलाकों में अलर्ट जारी कर लोगों को यमुना के किनारे जाने से बचने की सलाह दी गई है.
पहाड़ों पर हो रही लगातार बरसात के चलते कई नदियां उफान पर हैं. हथिनी कुंड बैराज में भी पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है. रात 2:00 बजे 1 लाख, 5 हजार क्यूसेक पानी हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया है. हथनी कुंड बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं. ये सारा पानी यमुना में भेजा गया है. यानी अगले 25 से 30 घंटे दिल्ली के लिए खतरे वाले हो सकते हैं. दिल्ली में यमुना का जलस्तर पहले से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. ऐसे में और पानी छोड़ने से दिल्ली में यमुना उफानी रूप ले सकती है.

सुबह 4:00 बजे- 1 लाख 65 हजार, सुबह 6 बजे- 1 लाख 95 हजार और अभी ताज़ा आंकड़े के अनुसार सुबह 7:00- 2 लाख 72 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ दिए गए हैं. ये पानी अगले 25 से 30 घंटे तक दिल्ली पहुंच जाएगा. यमुनानगर, करनाल, सोनीपत के सभी इलाकों को अलर्ट कर दिया. लोगों को सलाह दी गई है कि फिलहाल में यमुना के किनारे जाने से बचें. वहीं दिल्ली सरकार को भी इसके बारे में सूचना दे दी गई है. निचले इलाकों को खाली करवा लिया जाए. क्योंकि यह पानी दिल्ली के लिए खतरे की बात है.
तैयारी में जुटी दिल्ली सरकार
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर रविवार सुबह खतरे के निशान को पार कर गया है. शहर के लिए चेतावनी का निशान 204.50 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है. यमुना नदी का जलस्तर 205.33 मीटर से ऊपर है और पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बढ़ रहा है. यमुना के जलस्तर को बढ़ता देख गुरुवार को दिल्ली के मयूर विहार में बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं. ये तंबू नदी के पास रहने वाले लोगों के लिए लगाए गए हैं.
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