
- दीपावली के बाद दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर अत्यंत खराब हो गया है, जिससे सांस लेना कठिन हो गया है.
- पंजाबी बाग, वजीरपुर, आनंद विहार और द्वारका सेक्टर 8 में एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर रहा.
- लोगों को गले में संक्रमण, जुखाम, बुखार जैसी परेशानी हो रही हैं, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सतर्क रहना चाहिए.
दीपावली के बाद दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर भी हाई है. त्योहार में इतने जमकर पटाखे चलाए गए कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. हर तरफ धुंध और हवा में घुले जहर की वजह से सांस लेना मुश्किल हो रहा है. ज्यादातर लोगों को गले में इन्फेक्शन और जुखाम-बुखार की शिकायत है. राजधानी तो जैसे गैस चेंबर में तब्दील हो गई है. मंगलवार को एक्यूआई 400 पार था, बुधवार को भी हालात बहुत खराब हैं. दिल्ली के कई इलाकों की हवा आज भी बहुत जहरीली है. पंजाबी बाग का एक्यूआई सुबह 7 बजे 400 को पार कर गया.
ये भी पढ़ें- 2024 में 339, 2023 में 358, 2022 में 302... जानिए कैसे दिल्ली की हवा में घुलता चला गया 'जहर'

कल रात भी खूब जले पटाखे
दिवाली के अगले दिन यानी कि मंगलवार रात भी लोगों ने जमकर पटाखे चलाए, जिसकी वजह से प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. दिल्ली में बुधवार की सुबह हवा की हालत इतनी खराब है कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPEB) के 40 पॉल्सुशन मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 36 पर AQI 300 के पार है. वजीरपुर और पंजाबी बाग में तो AQI 400 से ज्यादा गिर गया है.

आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स बुधवार को लाल निशान के स्तर को पार कर गया. एयर क्वालिटी इंडेक्स सुबह 6 बजे 360 पहुंच गया. वहीं द्वारका सेक्टर 8 में एक्यूआई 353 और वजीरपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 401 रहा. हवा में घुले जहर का अंदाजा इस एक्यूआई को देखकर ही लगाया जा सकता है.

दिल्ली में सांसों पर संकट, प्रदूषण से बुरा हाल
दिल्ली के पंजाबी बाग और वजीपुर में प्रदूषण ने बुधवार को आनंद विहार को भी पीछे छोड़ दिया. सुबह 7 बजे पंजाबी बाग का एक्यूआई 427 रहा, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है. राजधानी के लोग दोहरी मार झेल रहे हैं. एक तरफ बदलता मौसम और दूसरी तरफ बढ़ता प्रदूषण. दोनों की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं. सांस के रोगी, बच्चे और बुजुर्गों को इस दौरान बहुत एहतियात बरतने की जरूरत है.

प्रदूषण पर पूरे साल काम करने की जरूरत
पर्यावरणविद विमलेंदु झा का कहना है कि सरकार और प्रशासन को इन दिनों प्रदूषण के स्तर को बढ़ने को इवेंट की तरह नहीं लेना चाहिए, इस पर साल के 12 महीने काम होना चाहिए. अभी हवा का दबाव है और इस वजह से भी प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है.दिल्ली के साथ ही नोएडा की हवा भी बेहद खराब है. नोएडा के सेक्टर 116 में बुधवार सुबह एक्यूआई 352 दर्ज किया गया.

स्मॉग आसमान में एक जगह पर बना रहता है. कंस्ट्रक्शन साइट्स और सड़कों पर धूल के मामले में एनसीआर प्रशासन को गंभीरता से काम करना चाहिए. दिल्ली के अशोक विहार में एक्यूआई बुधवार सुबह 387 दर्ज किया गया, वहीं बवाना का एक्यूआई 384 रहा, जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं