
क्रिप्टो मार्केट में पिछले कुछ महीनों से मंदी के कारण इस सेगमेंट से जुड़ी कुछ फर्मों ने अपने वर्कफोर्स में कटौती करने की घोषणा की है. क्रिप्टो ट्रेडिंग और लेंडिंग प्लेटफॉर्म BlockFi ने लगभग 200 एंप्लॉयीज को हटाने की तैयारी की है. क्रिप्टो एक्सचेंज Crypto.com के लगभग 260 एंप्लॉयीज की छंटनी की जा रही है.
इन दोनों फर्मों ने वर्कफोर्स घटाने के लिए समान कारण बताए हैं. क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 1 लाख करोड़ डॉलर से नीचे आ गया है. BlockFi के CEO Zac Prince और Crypto.com के प्रमुख Kris Marszalek ने छंटनी से जुड़े फैसले की जानकारी ट्विटर पर दी है. Prince ने ट्वीट में बताया, "बहुत सी टेक फर्मों की तरह, हमारी फर्म पर भी मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियों में बदलाव का असर पड़ा है. इससे हमारा ग्रोथ रेट घटा है. प्रॉफिट में आने के लिए हम टीम का साइज कम करने जैसे उपायों के कॉस्ट को घटा रहे हैं." उन्होंने कहा कि मुश्किल के इस दौर में कंपनी के एग्जिक्यूटिव्स की सैलरी भी कम की गई है.
Marszalek ने कहा कि Crypto.com को प्रॉफिट बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने बताया, "इसका मतलब है कि लंबी अवधि में ग्रोथ को बरकरार रखने के लिए मुश्किल और जरूरी फैसले करना. इसी वजह से एंप्लॉयीज की संख्या में लगभग 260 की कमी की जा रही है." क्रिप्टो इंडस्ट्री पिछले कुछ महीनों से मुश्किलों का सामना कर रही है. इसके पीछे बहुत से कारण हैं.
हाल ही में क्रिप्टो लेंडिंग फर्म Celsius Network ने मार्केट में खराब स्थिति के कारण एकाउंट्स के बीच ट्रांसफर और विड्रॉल पर रोक लगाई थी. यह इस सेगमेंट पर बढ़ते दबाव का संकेत है. पिछले वर्ष के अंत में Celsius Network ने लगभग 75 करोड़ डॉलर का फंड हासिल किया था. यह क्रिप्टो लेंडिंग से जुड़ी बड़ी फर्मों में शामिल है. यह अपनी क्रिप्टोकरेंसीज को जमा करने वाले कस्टमर्स को इंटरेस्ट का ऑफर देती है और रिटर्न कमाने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज की लेंडिंग करती है. कई देशों में सेंट्रल बैंकों की ओर से इंटरेस्ट रेट्स बढ़ाने और स्टेबलकॉइन TerraUSD के पिछले महीने डॉलर के साथ जुड़ाव तोड़ने के बाद बहुत अधिक गिरने से क्रिप्टो मार्केट में भारी गिरावट आई थी. इससे इनवेस्टर्स को काफी नुकसान हुआ है.