- डकैती की पूरी वारदात मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई
- मंदिर के दान पेटियों में से 12 लाख रुपये बोरियों में भरकर ले गए डकैत
- स्थानीय लोगों ने विरोध स्वरूप कामकाज बंद रखा
ठाणे जिले के सुप्रसिद्ध वजरेश्वरी मंदिर में कल रात में डकैती की वारदात हुई. डकैतों ने पहले सुरक्षा गार्ड की जमकर पिटाई की और फिर मंदिर में रखीं पांच दान पेटियों को तोड़कर करीब 12 लाख करीब रुपये लेकर फरार हो गए. इस वारदात से नाराज स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को गांव में कामकाज बंद रखा और विरोध प्रकट किया. डकैती की पूरी वारदात मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है.
स्थानीय पुलिस इस मामले में आरोपियों की तलाश में जुट गई है. डकैतों ने मंदिर के सुरक्षा गार्ड की जमकर पिटाई की और फिर डकैती को अंजाम दिया. यह वारदात रात में करीब साढ़े तीन बजे हुई. ठाणे क्राइम ब्रांच और स्थानीय गणेश पुरी पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. सिक्योरिटी गार्ड को अस्पताल में भर्ती किया गया है.
पुलिस के अनुसार डकैत तलवार और चाकू जैसे हथियार लिए थे और उनकी संख्या 4 से 5 थी. डकैतों ने मंदिर परिसर में प्रवेश करने के बाद गार्ड को पीटा और बांध दिया. उन्होंने मंदिर की दान पेटियां तोड़ दीं और श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई गई रकम बोरियों में भरकर ले गए.
वजरेश्वरी मशहूर धार्मिक स्थल है. यह पानी के कुंड के लिए मशहूर है जिसमें से गर्म पानी निकलता है. यह स्थान मुंबई से करीब 75 किलोमीटर उत्तर में विरार के पास स्थित है.

यह मंदिर मराठा साम्राज्य के गौरव प्रतीकों में से एक है. यह 52 सीढ़ियों वाली एक पहाड़ी पर स्थित है. इसे पेशवा बाजीराव प्रथम के छोटे भाई जनरल चिमाजी अप्पा ने 280 साल पूर्व बनवाया था. सन 1739 में वसई में बेसिन किले को पुर्तगालियों के कब्जे से मुक्त कराने में सफल होने के बाद वजरेश्वरी देवी का आभार व्यक्त करने के लिए मंदिर का निर्माण कराया गया था.
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