उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. पैसे के विवाद में 17 वर्षीय किशोर की गला काटकर हत्या कर दी गई. आरोपियों ने सिर और धड़ को अलग-अलग जगह फेंक दिया. इस जघन्य अपराध में पुलिस नेदो दोस्तों को गिरफ्तार किया है. हैरानी की बात यह है कि आरोपियों के कबूलनामे के बावजूद परिजनों ने शव को पहचानने से इंकार कर दिया.
कौन था मृतक?
गोरखपुर के तिवारीपुर के सूर्यविहार कॉलोनी में रहने वाले संतोष मणि त्रिपाठी उर्फ प्रकाशेंदु का बेटा 26 नवंबर की रात दोस्तों के साथ घर से निकला था. इसके बाद वह वापस नहीं लौटा. जिसके बाद परिजनों ने खोजबीन के बाद तिवारीपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई और आईजीआरएस पर शिकायत की.
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कैसे हुआ खुलासा?
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने उसके दो दोस्तों को हिरासत में लिया. जब इस मामले में कड़ाई से पूछताछ की गई तो पूछताछ करने पर दोनों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद पुलिस टीम आरोपियों को लेकर महराजगंज जिले के भिटौली क्षेत्र में भैंसा-पिपरा खादर मार्ग पर देवरिया शाखा नहर पटरी पर पहुंची, जहां कटा सिर पड़ा मिला. आरोपियों की निशानदेही पर करीब 10 किलोमीटर दूर श्यामदेउरवा क्षेत्र में नहर किनारे फेंका गया धड़ बरामद हुआ.
हत्या की वजह और तरीका
जांच में सामने आया कि अंबुज की हत्या रुपए के लेन-देन के विवाद में हुई. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने कुल्हाड़ी से गले पर वार कर हत्या की. उन्हें डर था कि अगर शव गोरखपुर में मिला तो तुरंत पकड़े जाएंगे, इसलिए शव को कार में लादकर महराजगंज सीमा की ओर भाग निकले.
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पुलिस की कार्रवाई
महराजगंज जिले की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया. फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए. फिलहाल शव को महराजगंज जिले के मोर्चरी में रखा गया है क्योंकि परिजनों ने पहचानने से इंकार कर दिया है.
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