स्विंग के सुल्तान वसीम अकरम की ज़िंदगी में रह गया एक अफ़सोस, नहीं पूरी हो पाई यह ख्वाहिश

स्विंग के सुल्तान वसीम अकरम की ज़िंदगी में रह गया एक अफ़सोस, नहीं पूरी हो पाई यह ख्वाहिश

स्विंग के सुल्तान वसीम अकरम (फाइल फोटो)

खास बातें

  • शानदार स्विंग गेंदबाजी के कारण अकरम को 'स्विंग का सुल्तान' कहा जाता है
  • लॉर्ड्स के मैदान पर एक पारी में पांच विकेट लेने का गौरव हासिल नहीं कर पाए
  • मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी लॉर्ड्स के मैदान पर शतक नहीं बना पाए
नई दिल्ली:

वसीम अकरम एक ऐसे गेंदबाज थे, जिन्हें देखते ही कई बल्लेबाज़ों की हालात खराब हो जाती थी. वसीम अकरम ने तेज गेंदबाज़ी में अपनी एक अलग पहचान बनाई. पाकिस्तान के लाहौर में पैदा हुए इस गेंदबाज ने शुरुआती दौर में टेप बॉल क्रिकेट खेलना शुरू किया और बाद में दुनिया के सबसे घातक गेंदबाज के रूप में नाम कमाया. वसीम अकरम एक शानदार स्विंग गेंदबाज थे, जिनकी वजह से उन्हें 'स्विंग का सुल्तान' के नाम से जाना जाता है. वसीम अकरम ने स्विंग गेंदबाज़ी की परिभाषा ही बदल दी. अकरम ने अपने रिवर्स स्विंग से कई खिलाड़ियों को धूल चटाई. अकरम की स्विंग के सामने दुनिया के कई बड़े-बड़े बल्लेबाज घुटने टेकते हुए नज़र आए.

वसीम अकरम ने बनाए कई रिकॉर्ड
वसीम अकरम ने एक गेंदबाज़ के रूप में कई रिकॉर्ड बनाए. अपनी ज़िंदगी के पहले फर्स्‍ट क्‍लास मैच में पांच विकेट लेने में कामयाब हुए और अपने टेस्ट करियर के दूसरे टेस्ट मैच में ही न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दस विकेट लेने का गौरव हासिल किया. वसीम अकरम इकलौते खिलाड़ी हैं, जिन्‍होंने पाकिस्तान की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में 400 से ज्यादा विकेट लिए. सिर्फ इतना ही नहीं, वनडे क्रिकेट में 500 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज भी बने. अकरम ने पाकिस्तान को कई मैचों में अपने दम पर जीत दिलाई. लेकिन अकरम खिलाड़ी के रूप में अपनी एक ख्वाहिश पूरी नहीं कर पाए जिसका मलाल उन्हें है. वसीम अकरम की जो तमन्‍ना पूरी नहीं हो पाई वह है लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर उनका नाम दर्ज न हो पाना.

जिस बात का है अकरम को मलाल
लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर दिए एक इंटरव्यू के दौरान वसीम अकरम ने बताया कि उनकी ज़िंदगी में जो एक अफ़सोस रह गया वह है लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड पर उनका नाम दर्ज न होना. लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड पर उन खिलाड़ियों का नाम लिखा जाता है जो इस मैदान पर एक पारी में पांच विकेट, एक मैच में दस विकेट या शतक बनाने का गौरव हासिल करते हैं. टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए अकरम 25 बार पांच विकेट लेने में कामयाब तो हुए, लेकिन लॉर्ड्स के मैदान पर एक पारी में पांच विकेट लेने का गौरव हासिल नहीं कर पाए. लॉर्ड्स के मैदान पर अकरम ने चार टेस्ट मैच खेलते हुए 12 विकेट ज़रूर हासिल किए, लेकिन एक पारी में पांच विकेट लेने का गौरव हासिल नहीं कर पाए.

लॉर्ड्स के मैदान पर अकरम का प्रदर्शन
1987 में अकरम ने इस मैदान पर अपना पहला टेस्ट मैच खेला और पहली पारी में उन्हें दो विकेट मिले. दूसरी पारी में उन्हें गेंदबाज़ी करने का मौक़ा नहीं मिला था, क्योंकि बारिश की वजह से मैच सिर्फ तीन दिन हो पाया था और मैच ड्रॉ रहा था. 18 जून 1992 को वसीम अकरम ने इस मैदान पर दूसरा टेस्ट मैच खेला. इस मैच में अकरम ने पहली पारी में दो विकेट लिए थे जबकि दूसरी पारी में चार विकेट लेने में कामयाब हुए, लेकिन पांच विकेट लेने का उनका सपना पूरा नहीं हो पाया था. इन मैचों में 138 रन के विजय लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने जब अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 98 रन पर आठ विकेट गवां दिए थे और एक निश्चित हार की तरफ बढ़ रहा था, तब वसीम अकरम ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 45 रन बनाकर पाकिस्तान को जीत दिलवाई थी. फिर 1996 में अकरम ने इस मैदान पर तीसरा टेस्ट मैच खेला और सिर्फ दो विकेट ले पाए. इस मैदान पर अकरम ने आखिरी टेस्ट मैच 2002 में खेला था और सिर्फ दो विकेट लेने में कामयाब हुए थे.

तेंदुलकर और गावस्कर जैसे कई बड़े खिलाड़ी भी चूके
सिर्फ वसीम अकरम ही नहीं, सचिन तेंदुलकर जैसे कई बड़े खिलाड़ी लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर अपना नाम दर्ज नहीं करा पाए. सचिन ने अपने टेस्ट करियर में 51 शतक ज़रूर ठोके, लेकिन लॉर्ड्स के मैदान पर एक भी शतक नहीं बना पाए, जिसकी वजह से उनका नाम लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड पर दर्ज नहीं हो पाया. सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के मैदानों पर कुल मिलाकर पांच शतक लगाए हैं, लेकिन लॉर्ड्स के मैदान पर एक भी शतक नहीं लगाया. सचिन ने लॉर्ड्स के मैदान पर पांच मैच खेले और 37 उनका सर्वाधिक स्कोर रहा. सुनील गावस्कर भी इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाए. गावस्कर ने इस मैदान पर पांच मैच खेले और 59 उनका सर्वाधिक स्कोर रहा. वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा भी इस ऑनर बोर्ड पर अपना नाम दर्ज कराने में कामयाब नहीं हो पाए. लारा ने इस मैदान पर तीन टेस्ट मैच खेले लेकिन शतक बनाने में कामयाब नहीं हो पाए. ऑस्ट्रेलिया के लिजेंड शेन वार्न भी यह कारनामा नहीं कर पाए. वार्न ने इस मैदान पर चार मैच खेलते हुए तीन बार एक पारी में चार विकेट लेने का गौरव तो हासिल किया, लेकिन एक बार भी पारी में पांच विकेट नहीं ले पाए.

भारत के कई खिलाड़ि‍यों का नाम है दर्ज
इयान बॉथम लॉर्ड्स के मैदान पर शानदार प्रदर्शन करते हुए लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर सबसे ज्यादा बार अपना नाम दर्ज करवाने में कामयाब हुए हैं. लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड पर बॉथम का नाम 10 बार दर्ज हुआ है. बॉथम इस मैदान पर 8 बार पांच विकेट लेने में कामयाब हुए हैं, एक मैच में तो उन्‍होंने दस विकेट भी लिए हैं और एक शतक भी ठोका है. भारत की तरफ से भी कई खिलाड़ी इस ऑनर बोर्ड पर अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हुए हैं. भारत की तरफ से 14 गेंदबाज़ अपना नाम दर्ज कर पाए हैं. इस फेहरिस्‍त में कपिल देव, बिशन सिंह बेदी, लाला अमरनाथ, वेंकटेश प्रसाद, चेतन शर्मा, प्रवीण कुमार, इशांत शर्मा जैसे नाम शामिल हैं. भारत की तरफ से एम. निसार ने 1932 में पहली बार पांच विकेट लेते हुए अपना नाम दर्ज करवाया था जबकि आखिरी बार भुवनेश्वर कुमार ने 2014 में पांच विकेट लेकर यह कारनाम किया.

भारत की तरफ से दिलीप वेंगसरकर का नाम सबसे ज्यादा बार दर्ज
दिलीप वेंगसरकर भारत की तरफ से सबसे ज्यादा तीन बार लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड पर अपना नाम दर्ज करवाने में कामयाब हुए हैं. लॉर्ड्स के मैदान पर वेंगसरकर ने सबसे ज्यादा तीन शतक ठोकते हुए यह कारनामा किया है. अब तक 9 भारतीय बल्लेबाज इस मुकाम तक पहुंचे हैं. इनमें वीनू माकंड, दिलीप वेंगसरकर, गुंडप्पा विश्वनाथ, मोहम्मद अज़हरुद्दीन, सौरभ गांगुली, राहुल द्रविड़, रवि शास्त्री, अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाज शामिल हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि भारत की तरफ से गेंदबाज़ अजित अगरकर भी इस मैदान पर शतक लगाते हुए ऑनर बोर्ड पर अपना नाम दर्ज करा चुके हैं, यानी जो काम सचिन और गावस्कर जैसे बल्लेबाज नहीं कर पाए वह काम अगरकर ने कर दिया.


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