विराट कोहली की फाइल फोटो
लंदन:
इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी ज्यॉफ्रे बॉयकॉट ने भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली को सलाह दी है कि उन्हें अपने साथी खिलाड़ियों का समर्थन प्राप्त करने के लिए खुद ही रास्ता खोजना होगा। बॉयकॉट ने यह भी सलाह दी कि कोहली अपनी भावनाओं और जुनून को काबू में रखने की कला सीख लें।
एक खबर के अनुसार, बॉयकॉट ने कहा, 'कोहली को अपनी टीम के खिलाड़ियों का समर्थन हासिल करने के लिए खुद एक रास्ता खोजना चाहिए। इस मामले में केवल रन बनाना ही उनकी मदद नहीं करेगा। वह महेंद्र सिंह धौनी की विरासत संभाल रहे हैं, जो एक महान कप्तान साबित हुए।'
बॉयकॉट के अनुसार, 'कोहली की तुलना हमेशा धोनी से की जाएगी। मेरे पास कोहली के लिए एक सलाह है। उन्हें अपने उत्साह और जोश को हमेशा प्रदर्शित नहीं करते हुए उसे संभाल कर रखना चाहिए।'
इंग्लैंड के लिए 108 टेस्ट और 36 एकदिवसीय मैच खेलने वाले बॉयकॉट ने भारतीय टीम के डायरेक्टर रवि शास्त्री की भी भूमिका की तारीफ की।
बॉयकॉट के अनुसार, 'मुझे खुशी है कि रवि भारतीय टीम के साथ हैं और वहां कोई कोच नहीं है। मेरी राय में कोच शब्द आप पर बहुत दबाव डालता है। प्रबंधक शब्द ज्यादा बेहतर लगता है।'
बॉयकॉट ने साथ ही कहा कि खेल के दौरान मैदान पर कप्तान को ही अपने विवेक से फैसले लेने होते हैं और ऐसे में कोई कोच या प्रबंधक आपकी ज्यादा मदद नहीं कर सकता।
बॉयकॉट के अनुसार, ब्रेंडन मैक्लम, माइकल क्लार्क, अर्जुन राणातुंगा, माइकल वॉन, मार्क टेलर, क्लाइव लॉयड, इयान चैपल क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन कप्तानों में शामिल हैं।
बॉयकॉट ने इंग्लिश बल्लेबाज इयान बेल की भी आलोचना की और कहा कि उनमें फिलहाल आत्मविश्वास की कमी है। बॉयकॉट के मुताबिक, केविन पीटरसन इस मामले में बेल से ज्यादा बेहतर साबित होंगे।
एक खबर के अनुसार, बॉयकॉट ने कहा, 'कोहली को अपनी टीम के खिलाड़ियों का समर्थन हासिल करने के लिए खुद एक रास्ता खोजना चाहिए। इस मामले में केवल रन बनाना ही उनकी मदद नहीं करेगा। वह महेंद्र सिंह धौनी की विरासत संभाल रहे हैं, जो एक महान कप्तान साबित हुए।'
बॉयकॉट के अनुसार, 'कोहली की तुलना हमेशा धोनी से की जाएगी। मेरे पास कोहली के लिए एक सलाह है। उन्हें अपने उत्साह और जोश को हमेशा प्रदर्शित नहीं करते हुए उसे संभाल कर रखना चाहिए।'
इंग्लैंड के लिए 108 टेस्ट और 36 एकदिवसीय मैच खेलने वाले बॉयकॉट ने भारतीय टीम के डायरेक्टर रवि शास्त्री की भी भूमिका की तारीफ की।
बॉयकॉट के अनुसार, 'मुझे खुशी है कि रवि भारतीय टीम के साथ हैं और वहां कोई कोच नहीं है। मेरी राय में कोच शब्द आप पर बहुत दबाव डालता है। प्रबंधक शब्द ज्यादा बेहतर लगता है।'
बॉयकॉट ने साथ ही कहा कि खेल के दौरान मैदान पर कप्तान को ही अपने विवेक से फैसले लेने होते हैं और ऐसे में कोई कोच या प्रबंधक आपकी ज्यादा मदद नहीं कर सकता।
बॉयकॉट के अनुसार, ब्रेंडन मैक्लम, माइकल क्लार्क, अर्जुन राणातुंगा, माइकल वॉन, मार्क टेलर, क्लाइव लॉयड, इयान चैपल क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन कप्तानों में शामिल हैं।
बॉयकॉट ने इंग्लिश बल्लेबाज इयान बेल की भी आलोचना की और कहा कि उनमें फिलहाल आत्मविश्वास की कमी है। बॉयकॉट के मुताबिक, केविन पीटरसन इस मामले में बेल से ज्यादा बेहतर साबित होंगे।
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