बुलावायो:
भारतीय कप्तान विराट कोहली को लगता है कि परवेज रसूल को हाल में जिम्बाब्वे के खिलाफ समाप्त हुई वनडे शृंखला में एक भी मैच में नहीं खिलाना ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ था, लेकिन उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर का यह आलराउंडर दौरे के दौरान टीम की गेंदबाजी रणनीति में शामिल नहीं हो सका।
कोहली से जब रसूल को टीम में नहीं खिलाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे परवाह नहीं कि है उन खिलाड़ियों के बारे में क्या कहा जा रहा है जिन्हें मौका मिल रहा है क्योंकि इनमें से काफी क्रिकेटर जो भी इन पांच मैचों में खेले हैं, वे दो महीने या इससे ज्यादा समय से बेंच पर बैठे थे।’’
भारत ने पांच मैचों की शृंखला 5-0 से अपने नाम की और उम्मीद की जा रही थी कि भारतीय टीम में शामिल हुए जम्मू-कश्मीर के इस पहले क्रिकेटर को अंतिम वनडे में मौका मिलने की उम्मीद थी क्योंकि टीम ने अजेय बढ़त बना ली थी, लेकिन कोहली ने कहा कि इस 24 वर्षीय को बाद में ब्रेक मिल जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘परवेज को पता है कि हमने एक गेंदबाजी संयोजन बनाया था और हम इसमें कोई भी बदलाव नहीं करना चाहते थे।’’
कोहली ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उसे किसी भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन यह हमारी योजना में ठीक नहीं बैठ सका। शायद भविष्य में जब वह और सीरीज खेलेगा तो उसे अपने कौशल को दिखाने के लिए कुछ मैच मिलेंगे।’’
यह पूछने पर कि रसूल को किसी अन्य ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की जगह मौका दिया जा सकता था तो उन्होंने कहा, ‘‘जडेजा जैसे खिलाड़ी को बाहर करना बहुत मुश्किल है क्योंकि वह ऐसा गेंदबाज है जो किसी भी समय आपको विकेट दिला सकता है।’’
कोहली ने कहा, ‘‘हम किसी भी मैच को हल्के में नहीं लेना चाहते थे और मैं गेंदबाजी विभाग में ज्यादा बदलाव नहीं करना चाहता था। मिश्रा भी थोड़े समय से बाहर था इसलिए हम उसे चार या पांच मैच देना चाहते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘परवेज अब भारत-ए के दौरे पर दक्षिण अफ्रीका जा रहा है और वह वहां काफी मैच खेलेगा और अनुभव हासिल करेगा। उसे मौका दिया जाना चाहिए था लेकिन मैं जडेजा जैसे खिलाड़ी को बाहर कर गेंदबाजी लाइन अप में कोई भी मौका नहीं लेना चाहता था।’’
जीत के बारे में कोहली ने कहा कि पर्दापण कर रहे खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन देखना अच्छा रहा। उन्होंने कहा, ‘‘जिन खिलाड़ियों को पहली बार मौका मिला, उन्होंने लाजवाब जज्बा दिखाया, विशेषकर मोहित शर्मा और (जयदेव) उनादकट ने।’’
कोहली ने कहा, ‘‘अजिंक्य रहाणे भी टीम में वापसी में कुछ रन बना रहे हैं। इसलिए सभी खिलाड़ियों का अपनी भूमिका निभाना और अच्छा प्रदर्शन करना अच्छा था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमित मिश्रा दो महीने तक नियमित रूप से बाहर रहा और फिर उसने इस शृंखला में 18 विकेट चटकाए, इसलिए व्यक्तिगत रूप से खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और बढ़िया टीम प्रयास भी किया।’’
कोहली ने अच्छी तरह से हालात के अनुकूल होने के लिए भी टीम के गेंदबाजों की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा गेंदबाजी लाइन अप काफी नया है और हम बल्लेबाजी से ज्यादा इनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी चाहते थे क्योंकि करीब तीन महीने से हमारी बल्लेबाजी अच्छी रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए खुद को कुछ साबित करने की कोशिश करने का कोई फायदा नहीं था क्योंकि ये सभी बल्लेबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं।’
कोहली से जब रसूल को टीम में नहीं खिलाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे परवाह नहीं कि है उन खिलाड़ियों के बारे में क्या कहा जा रहा है जिन्हें मौका मिल रहा है क्योंकि इनमें से काफी क्रिकेटर जो भी इन पांच मैचों में खेले हैं, वे दो महीने या इससे ज्यादा समय से बेंच पर बैठे थे।’’
भारत ने पांच मैचों की शृंखला 5-0 से अपने नाम की और उम्मीद की जा रही थी कि भारतीय टीम में शामिल हुए जम्मू-कश्मीर के इस पहले क्रिकेटर को अंतिम वनडे में मौका मिलने की उम्मीद थी क्योंकि टीम ने अजेय बढ़त बना ली थी, लेकिन कोहली ने कहा कि इस 24 वर्षीय को बाद में ब्रेक मिल जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘परवेज को पता है कि हमने एक गेंदबाजी संयोजन बनाया था और हम इसमें कोई भी बदलाव नहीं करना चाहते थे।’’
कोहली ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उसे किसी भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन यह हमारी योजना में ठीक नहीं बैठ सका। शायद भविष्य में जब वह और सीरीज खेलेगा तो उसे अपने कौशल को दिखाने के लिए कुछ मैच मिलेंगे।’’
यह पूछने पर कि रसूल को किसी अन्य ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की जगह मौका दिया जा सकता था तो उन्होंने कहा, ‘‘जडेजा जैसे खिलाड़ी को बाहर करना बहुत मुश्किल है क्योंकि वह ऐसा गेंदबाज है जो किसी भी समय आपको विकेट दिला सकता है।’’
कोहली ने कहा, ‘‘हम किसी भी मैच को हल्के में नहीं लेना चाहते थे और मैं गेंदबाजी विभाग में ज्यादा बदलाव नहीं करना चाहता था। मिश्रा भी थोड़े समय से बाहर था इसलिए हम उसे चार या पांच मैच देना चाहते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘परवेज अब भारत-ए के दौरे पर दक्षिण अफ्रीका जा रहा है और वह वहां काफी मैच खेलेगा और अनुभव हासिल करेगा। उसे मौका दिया जाना चाहिए था लेकिन मैं जडेजा जैसे खिलाड़ी को बाहर कर गेंदबाजी लाइन अप में कोई भी मौका नहीं लेना चाहता था।’’
जीत के बारे में कोहली ने कहा कि पर्दापण कर रहे खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन देखना अच्छा रहा। उन्होंने कहा, ‘‘जिन खिलाड़ियों को पहली बार मौका मिला, उन्होंने लाजवाब जज्बा दिखाया, विशेषकर मोहित शर्मा और (जयदेव) उनादकट ने।’’
कोहली ने कहा, ‘‘अजिंक्य रहाणे भी टीम में वापसी में कुछ रन बना रहे हैं। इसलिए सभी खिलाड़ियों का अपनी भूमिका निभाना और अच्छा प्रदर्शन करना अच्छा था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमित मिश्रा दो महीने तक नियमित रूप से बाहर रहा और फिर उसने इस शृंखला में 18 विकेट चटकाए, इसलिए व्यक्तिगत रूप से खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और बढ़िया टीम प्रयास भी किया।’’
कोहली ने अच्छी तरह से हालात के अनुकूल होने के लिए भी टीम के गेंदबाजों की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा गेंदबाजी लाइन अप काफी नया है और हम बल्लेबाजी से ज्यादा इनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी चाहते थे क्योंकि करीब तीन महीने से हमारी बल्लेबाजी अच्छी रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए खुद को कुछ साबित करने की कोशिश करने का कोई फायदा नहीं था क्योंकि ये सभी बल्लेबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं।’
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