सुनील गावस्कर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
रांची में जीत के बाद फ़ैन्स और जानकारों का न सिर्फ़ भरोसा टीम पर लौट आया है। बल्कि पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर कहते हैं कि टीम इंडिया एक चैंपियन की तरह खेल रही है। वो ये भी कहते हैं कि विकल्प मौजूद हों तो धोनी शानदार कप्तानी करते हैं और इसकी मिसाल रांची टी20 मैच में देखने को भी मिली।
फिलहाल दोनों टीमें अपनी आख़िरी बाज़ी के लिए विशाखापट्टनम पहुंच गई हैं। पुणे में हार से आगे निकलकर टीम इंडिया फिर से पटरी पर आ गई है। रांची में भारत की 69 रनों की जीत के बाद से खिलाड़ियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने पुणे में मिली हार को टीम के लिए ख़तरे की अच्छी घंटी बताया था। एक्सपर्ट्स अब मानने लगे हैं कि हर पहलू मंझा हुआ नज़र आ रहा है और टीम के विकल्प टीम की ताक़त बढ़ा रहे हैं।
गावस्कर कहते हैं, 'पुणे में हार के बाद से टीम इंडिया वाकई जाग गई दिख रही है। बैटिंग, बॉलिंग और फ़ील्डिंग सभी डिपार्टमेंट में टीम चैंपियन की तरह प्रदर्शन कर सबका दिल जीत रही है।' वह यह भी कहते हैं कि धोनी मैच में कई चीज़ें प्रयोग करते नज़र आए। जैसे धोनी ने बुमराह से अंत के ओवरों में ही गेंदबाज़ी कराई। हार्दिक पांड्या को ऊपर बल्लेबाज़ी करने भेजा। मतलब धोनी विकल्पों का इस्तेमाल कर उन्हें आज़मा रहे हैं।
विकल्पों की मौजूदगी में एमएस धोनी की कप्तानी निखर कर सामने आने लगी है और जानकार इससे प्रभावित भी नज़र आ रहे हैं। गावस्कर बताते हैं कि धोनी के पास स्पिनर्स के विकल्प हों तो वह उसका अच्छा इस्तेमाल करते हैं। विकल्प होने पर वो शानदार गेम दिखाते हैं।
T20 क्रिकेट में हालात कैसे बदलते हैं - इसका सबूत भारत-श्रीलंका के बीते दो मुक़ाबले पहले ही दे चुके हैं। अब विशाखापट्टनम में एक धमाकेदार फ़ाइनल जैसे हालात बन गए हैं। जहां भारत के लिए अपना दबदबा बनाए रखना ज़रूरी है, वहीं श्रीलंका मौजूदा टी20 चैम्पियन है, और वो एक और
मैच जीतकर वर्ल्ड कप में एक बेहद ताक़तवर दावेदार के रूप में खुद को पेश कर सकती है।
कप्तान धोनी ने भी बताया कि वो इस सीरीज़ में कई चीज़ें आज़मा रहे हैं। लेकिन फ़िलहाल विशाखापट्टनम में जीत पर ज़ोर देना होगा, ताकि टीम को अगले दो अहम टूर्नामेंट में अपनी जीत का भरोसा बना रहे।
फिलहाल दोनों टीमें अपनी आख़िरी बाज़ी के लिए विशाखापट्टनम पहुंच गई हैं। पुणे में हार से आगे निकलकर टीम इंडिया फिर से पटरी पर आ गई है। रांची में भारत की 69 रनों की जीत के बाद से खिलाड़ियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने पुणे में मिली हार को टीम के लिए ख़तरे की अच्छी घंटी बताया था। एक्सपर्ट्स अब मानने लगे हैं कि हर पहलू मंझा हुआ नज़र आ रहा है और टीम के विकल्प टीम की ताक़त बढ़ा रहे हैं।
गावस्कर कहते हैं, 'पुणे में हार के बाद से टीम इंडिया वाकई जाग गई दिख रही है। बैटिंग, बॉलिंग और फ़ील्डिंग सभी डिपार्टमेंट में टीम चैंपियन की तरह प्रदर्शन कर सबका दिल जीत रही है।' वह यह भी कहते हैं कि धोनी मैच में कई चीज़ें प्रयोग करते नज़र आए। जैसे धोनी ने बुमराह से अंत के ओवरों में ही गेंदबाज़ी कराई। हार्दिक पांड्या को ऊपर बल्लेबाज़ी करने भेजा। मतलब धोनी विकल्पों का इस्तेमाल कर उन्हें आज़मा रहे हैं।
विकल्पों की मौजूदगी में एमएस धोनी की कप्तानी निखर कर सामने आने लगी है और जानकार इससे प्रभावित भी नज़र आ रहे हैं। गावस्कर बताते हैं कि धोनी के पास स्पिनर्स के विकल्प हों तो वह उसका अच्छा इस्तेमाल करते हैं। विकल्प होने पर वो शानदार गेम दिखाते हैं।
T20 क्रिकेट में हालात कैसे बदलते हैं - इसका सबूत भारत-श्रीलंका के बीते दो मुक़ाबले पहले ही दे चुके हैं। अब विशाखापट्टनम में एक धमाकेदार फ़ाइनल जैसे हालात बन गए हैं। जहां भारत के लिए अपना दबदबा बनाए रखना ज़रूरी है, वहीं श्रीलंका मौजूदा टी20 चैम्पियन है, और वो एक और
मैच जीतकर वर्ल्ड कप में एक बेहद ताक़तवर दावेदार के रूप में खुद को पेश कर सकती है।
कप्तान धोनी ने भी बताया कि वो इस सीरीज़ में कई चीज़ें आज़मा रहे हैं। लेकिन फ़िलहाल विशाखापट्टनम में जीत पर ज़ोर देना होगा, ताकि टीम को अगले दो अहम टूर्नामेंट में अपनी जीत का भरोसा बना रहे।
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