यह ख़बर 04 अप्रैल, 2014 को प्रकाशित हुई थी

टी-20 विश्वकप : वेस्टइंडीज को हराकर श्रीलंका फाइनल में

मीरपुर:

एंजेलो मैथ्यूज की तूफानी पारी और कार्यवाहक कप्तान लेसिथ मालिंगा की खतरनाक गेंदबाजी से वेस्टइंडीज को बैकफुट पर भेजने वाले श्रीलंका ने गुरुवार को मीरपुर में बारिश से प्रभावित पहले सेमीफाइनल में डकवर्थ लुईस पद्वति से 27 रन से जीत दर्ज करके आईसीसी विश्व टी-20 चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई।

मैथ्यूज ने पारी की आखिरी गेंद पर आउट होने से पहले 23 गेंद पर तीन चौकों दो छक्कों की मदद से 40 रन बनाए जिससे श्रीलंका शुरुआती झटकों से उबरकर छह विकेट पर 160 रन बनाने में सफल रहा। मैथ्यूज के अलावा लाहिरू तिरिमाने ने 44 और तिलकरत्ने दिलशान ने 39 रन का योगदान दिया। वेस्टइंडीज के स्पिनरों ने 13 ओवर में केवल 75 रन दिए, लेकिन तेज गेंदबाजों ने बाकी सात ओवरों में 83 रन लुटा दिए।

वेस्टइंडीज की शुरुआत खराब रही तथा ड्वेन ब्रावो के 19 गेंदों पर 30 रन के बावजूद जब उसने 13.5 ओवर में चार विकेट पर 80 रन बनाये थे तभी बारिश आ गई। वेस्टइंडीज को उस समय बाकी बची 37 गेंदों पर 81 रन चाहिए थे जबकि श्रीलंका डकवर्थ लुईस पद्वति से 27 रन आगे था। इसके बाद आगे खेल नहीं हो पाया। मालिंगा ने दो ओवर में पांच रन देकर दो विकेट लिये जो आखिर में महत्वपूर्ण साबित हुए। श्रीलंका ने इस जीत से दो साल पहले अपनी सरजमीं पर विश्व टी20 फाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। वह तीसरी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा है जहां छह अप्रैल को उसका मुकाबला भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कल होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।

अब ब्रावो पर जिम्मेदारी थी और वह उसे अच्छी तरह से निभा रहे थे लेकिन दूसरे छोर पर मलरेन सैमुअल्स (29 गेंद पर नाबाद 18 रन) को स्पिनरों का सामना करने में दिक्कत आ रही थी। उन्होंने कई गेंद खराब की जिससे टीम और विशेषकर दूसरे छोर पर खड़े ब्रावो पर दबाव बढ़ा। रन और गेंदों के बीच अंतर बढ़ने की स्थिति में उनके पास लंबे शाट खेलने के अलावा कोई चारा नहीं था और दबाव में वह डीप स्क्वायर लेग पर कैच दे बैठे। अब डेरेन सैमी क्रीज पर थे, लेकिन वह कोई चमत्कारिक प्रदर्शन कर पाते इससे पहले बारिश और ओलावृष्टि होने लगी। इस तरह सैमी ने किसी गेंद का सामना नहीं किया और उनकी टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इससे पहले परेरा और दिलशान ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे श्रीलंका को आक्रामक शुरूआत दिलाई, लेकिन आठ रन के अंदर तीन महत्वपूर्ण विकेट गंवाने से रन गति धीमी पड़ गई।

परेरा और दिलशान दोनों ने लेग स्पिनर सैमुअल बद्री के दूसरे ओवर में लांग आफ पर छक्के लगाए। परेरा ने कृषमार सैंटोकी की गेंद भी लांग आन पर छक्के लिये भेजी लेकिन बायें हाथ का यह तेज गेंदबाज इसी ओवर में उनका मिडिल स्टंप उखाड़कर बदला लेने में सफल रहा। परेरा ने केवल 12 गेंदों पर दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 26 रन बनाए।

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लगातार विकेट गिरने से रन गति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। पहले चार ओवर में 41 रन बने लेकिन श्रीलंकाई बल्लेबाज अगले छह ओवर में 24 रन ही जुटा पाये। तिरिमाने ने तेजी दिखाने की कोशिश की लेकिन दिलशान को सिमन्स ने सीधे थ्रो पर रन आउट कर दिया। इससे इन दोनों के बीच 42 रन की साझेदारी भी टूट गई। करिश्माई आफ स्पिनर सुनील नारायण चार ओवर में केवल 20 रन दिए। तिरिमाने ने ऐसे में 15वें ओवर में रसेल पर चौका और छक्का जड़कर भरपाई करने की कोशिश की, लेकिन सैंटोकी की धीमी गेंद पर वह सही टाइमिंग से शाट नहीं लगा पाए और प्वाइंट पर कैच दे बैठे। तिरिमाने ने अपनी पारी में तीन चौके और दो छक्के लगाए। मैथ्यूज ने सीकुगे प्रसन्ना (नाबाद 06) के साथ मिलकर आखिरी दो ओवरों में 32 रन ठोके। उन्होंने 19वें ओवर में सैंटोकी की पहली तीन गेंदों पर एक छक्का और दो चौके लगाये और फिर रसेल के आखिरी ओवर में 15 रन बटोरे।