80 साल के इतिहास में पहली बार, रणजी ट्रॉफी ग्रुप ए के मैच में जम्मू-कश्मीर ने मुंबई पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। वानखेड़े स्टेडियम में परवेज़ रसूल की कप्तानी में जम्मू-कश्मीर ने मुंबई को चार विकेट से हराया। इस शानदार जीत से राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला खासे खुश हैं और उन्होंने ट्विटर पर टीम को जीत के लिए बधाई भी दी।
रणजी सीज़न से ठीक पहले आई बाढ़ से जम्मू-कश्मीर की क्रिकेट टीम को भी खासा नुकसान उठाना पड़ा था। खिलाड़ी व्यक्तिगत तौर पर तो परेशान थे ही, उनका स्टेडियम भी तालाब में तब्दील हो चुका था, और ऐसे में उन्होंने नागपुर और दूसरी जगहों पर कैम्प लगाकर अपनी धार पैनी की। इतनी मेहनत की कि 40 बार के रणजी ट्रॉफी चैम्पियन मुंबई को उसी के घर, यानि वानखेड़े स्टेडियम में पटखनी दे दी। इस जीत के बाद जम्मू-कश्मीर के कप्तान परवेज़ रसूल ने कहा, ''मुंबई को मुंबई में हराना बड़ी उपलब्धि है... पिछले दो-तीन साल में हमारा ग्राफ तेजी से बढ़ा है, हमें कहा जाता था कि प्लेट के बाद एलीट डिवीजन में खेलना अलग है, लेकिन हमने जता दिया है कि हममें काबिलियत है...''
--------------------------------------------------------------------------------
यह भी देखें : जम्मू-कश्मीर के कप्तान परवेज़ रसूल से खास बातचीत
--------------------------------------------------------------------------------
मुंबई ने पहली पारी में सूर्य कुमार यादव की कप्तानी हाफ सेंचुरी की बदौलत 236 रन बनाए थे, जवाब में जम्मू-कश्मीर की टीम 254 रन पर ऑल आउट हो गई, उसे 18 रन की लीड मिली। मुंबई ने दूसरी पारी में कप्तान सूर्य कुमार यादव के शतक की बदौलत 254 रन बनाए, और अब रसूल की सेना को जीतने के लिए 237 रन बनाने थे। जीत के लिए ज़रूरी लक्ष्य का पीछा करते हुए वानखेड़े स्टेडियम पर खेले गए इस मैच के आखिरी दिन जम्मू-कश्मीर को 179 रन बनाने थे, जबकि उसके नौ विकेट बाकी थे, उसने लंच के 73 मिनट बाद ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
वैसे, जम्मू-कश्मीर की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, तीसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज बनदीप सिंह जल्दी आउट हो गए, इसके बाद हालांकि इयान सिंह और पहली पारी के शतकवीर शुभम खजूरिया ने तीसरे विकेट के लिये 52 रन जोड़े। इयान सिंह को 30 के स्कोर पर विशाल दाभोलकर ने पैवेलियन भेजा। वहीं पहली पारी में 107 रन बनाने वाले खजूरिया 140 गेंद में 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 78 रन बनाकर इकबाल अब्दुल्ला को रिटर्न कैच देकर पैवेलियन लौटे। इसके बाद खजूरिया ने कप्तान परवेज रसूल के साथ चौथे विकेट के लिए 53 रन की साझेदारी की। रसूल भी 38 गेंद में 32 रन बनाकर दाभोलकर का दूसरा शिकार बने। दोनों विकेट 171 के स्कोर पर गिर गए, लेकिन हरदीप सिंह ने नाबाद 44 रन बनाकर जम्मू-कश्मीर को जीत तक पहुंचा दिया।
जीत में रामदयाल जैसे गेंदबाज का भी खासा योगदान रहा, जिन्होंने मैच में आठ विकेट अपने नाम किए। अपने गेंदबाज़ों के प्रदर्शन पर कोच सुनील जोशी ने कहा, इस पिच पर ऐसी गेंदबाज़ी करना बड़ी बात है, इन खिलाड़ियों ने वाकई कड़ी मेहनत की है। यह जीत जम्मू-कश्मीर के लिए एक सौगात है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं