आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने शनिवार को इस साल होने वाली मेगा ऑक्शन (Mega Auction) के लिए प्लेयर्स रिटेंशन के लिए जारी नए नियम जारी करते हुए अब विदेशी खिलाड़ियों के भी पर कतर दिए हैं. हालिया सालों में यह देखने में आया था कि विदेशी खिलाड़ी चालाकी दिखाते हुए मिनी-ऑक्शन में मांग-आपूर्ति के असंतुलन को देखते हुए बहुत ही चालाकी से ऑक्शन सिस्टम का इस्तेमाल कर मोटी कमाई कर रहे थे. इसके तहत ये खिलाड़ी मेगा ऑक्शन में हिस्सा नहीं ले थे, लेकिन हर साल होने वाली मिनी ऑक्शन में उपलब्ध जगह को देखते हुए नीलामी में हिस्सा लेते थे. और इससे वह एक ही सीजन में मोटी कमाई कर ले जाते थे. ऐसा इस साल मिचेल स्टार्क और इस बात को लेकर बाकी खिलाड़ियों में खासा रोष था, तो मीडिया ने भी इस बात को लेकर सवाल उठाए थे. बहरहाल, अब नए नियमों के बाद विदेशी खिलाड़ियों की ज्यादा चालाकी नहीं चल पाएगी. अब गवर्निंग काउंसिल ने विदेशी खिलाड़ियों के सख्त नियम बना दिए हैं. चलिए बारी-बारी से जान लीजिए.
1. अनिवार्य हुआ रजिस्ट्रेशन
नए नियमों के अनुसार अब से किसी भी खिलाड़ी को मेगा ऑक्शन (2025) के लिए अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन कराना होगा.ऐसा करने में नाकाम रहने पर वह मिनी ऑक्शन में भी हिस्सा नहीं ले पाएगा. लेकिन खिलाड़ी विशेष को चोट लगने या बीमारी की सूरत में संबद्ध देश के बोर्ड के पुष्टि करने के बाद उसे मंजूरी दे दी जाएगी.
2. सैलरी पर लग गया कैप!
साल 2025 का ऑक्शन विदेशी खिलाड़ियों के लिए मोटा पैसा कमाने का आखिरी मौका है. साल 2026 से उनकी सैलरी पर कैप लगा दी गई है.मिनी ऑक्शन में किसी भी विदेशी खिलाड़ी की अधिकतम फीस सर्वोच्च रिटेंशसन प्राइस (भारतीय मुद्रा में 18 करोड़ रुपये) या मेगा प्राइस में लगी अधिकतम बोली में से जो भी कम होगा, के द्वारा निर्धारित होगी. ्अर्थ यह है कि इन दोनों में जो भी रकम कम होगी, मिनी ऑक्शन में विदेशी खिलाड़ी को उससे ज्यादा सैलरी नहीं ही मिलेगी. मतलब इस साल मिनी ऑक्शन में मिचेल स्टार्क ( 24.75 करोड़) जैसे ऊंची रकम के विकल्प लगभग खत्म हो गए हैं.
इन दोनों उदाहरणों से समझें
यह आप इस पहले उदाहरण से समझ सकते हैं कि अगर विराट कोहली को सबसे ऊंचे ब्रैकेट 18 करोड़ रुपये की कीमत पर चुना जाता है. और ईशान किशन 2025 मेगा ऑक्शन में 16 करोड़ की कीमत पाते हैं, तो अगले साल 2026 की मिनी ऑक्शन में किसी भी विदेशी खिलाड़ी को 16 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम नहीं मिलेगी. इन दोनों से जो कम रकम रहेगी, उससे ज्यादा पैसा नहीं मिलेगा. इसी तरह एक और उदारण यह है कि अगर ईशान किशन मेगा ऑक्शन में 20 करोड़ रुपये में बिकते हैं, तो 2026 में होने वाली मिनी ऑक्शन में विदेशी खिलाड़ी की सैलरी 18 करोड़ रुपये से ज्यादा नहीं हो सकती.
3. यह भी बहुत बढ़िया रही !
नए नियमो के अनुसार किसी भी विदेशी खिलाड़ी की बोली तब तक जारी रह सकती है, जब तक कोई टीम उसे नहीं खरीद लेती. आखिरी कीमत फ्रेंचाइजी के पर्स से काटी जाएगी. हालांकि, मिनी ऑक्शन में अगर बढ़ी हुई कीमत (16 या 18 करोड़ से ज्यादा) मिलती है, तो यह रकम बीसीसीआई के खाते में चली जाएगी. इस रकम का इस्तेमाल खिलाड़ियों के कल्याण के लिए होगा.
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