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Shardul Thakur: "बाकी लोगों को इसे देखना चाहिए", शार्दूल ठाकुर ने सेलेक्टरों को भेजा संदेश

Mumbai vs Jammu-Kashmir: बुधवार को जम्मू-कश्मीर के खिलाफ पहले दिन यह शार्दूल ठाकुर का पचासा ही था कि मुंबई सौ के पार पहुंचने में सफल रहा

Shardul Thakur: "बाकी लोगों को इसे देखना चाहिए", शार्दूल ठाकुर ने सेलेक्टरों को भेजा संदेश
Shardul Thakur: शार्दूल ठाकुर एक बार फिर से चर्चा में हैं
नई दिल्ली:

Shardul Thakur showed his calss again: वीरवार से शुरू हुए  रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy 2025) के अगले दौरे के मुकबले में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मुंबई के सितारों के जमीं पर गिरने के बीच शानदार अर्द्धशतक बनाकर टीम को सौ के पार पहुंचाने वाले शार्दूल ठाकुर (Shardul Thakur) एक बार फिर से चर्चा में गए. उनके स्कोर के सामने आने के बाद एक बार फिर सोशल मीडिया पर लॉर्ड शार्दूल (Lord Shardul) के कारनामे सोशल मीडिया पर प्रकट होने लगे. वहीं, पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए  अनदेखी होने के बाद पहली बार ठाकुर ने भी इस पारी के बाद मुंह खोलते हुए कहा कि अगर खिलाड़ी विशेष में "क्वालिटी'है, तो उसके चयन पर विचार होना चाहिए. 

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ठाकुर ने दिन के खेल के बाद कहा, "मैं अपने क्वालिटी के बारे में क्या कह सकता हूं? बाकी लोगों को इस बारे में बात करनी चाहिए. अगर किसी खिलाड़ी विशेष में क्वालिटी है, तो बाकी लोगों को इसे देखना चाहिए. और उसे ज्यादा मौके देने चाहिए." उन्होंने कहा, "मुझे मुश्किल हालात में बल्लेबाजी करना पसंद है. आसान हालात में हर कोई अच्छा करता है, लेकिन महत्व इस बात का है कि आप विपरीत या मुश्किल हालात में कैसा प्रदर्शन करते हो. मैं मुश्किर हालात को चुनौती के रूप में देखता हूं और सोचता हूं कि इस चुनौती पर कैसे विजय हासिल की जा सकती है."

हालांकि, जब बात टीम इंडिया की आती है, तो शार्दूल टीम इंडिया से अंदर-बाहर होते रहे हैं, लेकिन घरेलू क्रिकेट में अपने रवैये और जज्बे से ठाकुर ने हमेशा ही प्रभावित किया है. ठीक वैसे जैस उन्होंने तब मुंबई के लिए आठवे नंबर पर वीरवार को पहले दिन तब 57 गेंदों पर 51 रन की पारी खेली, जब मुंबई ने 47 रन पर 7 विकेट गंवा दिए थे. और बिल्कुल भी नहीं लग रहा था कि यह सौ के आंकड़े कोे छू  भी पाएगी.

रोहित का किया बचाव

साथ ही, रोहित ने नाकाम रहे रोहित शर्मा का बचाव करते हुए कहा, "वह हमेशा ही मुंबई क्रिकेट को लेकर बहुत ही जुनूनी हैं. हम सभी ने बतौर मुंबई का होने के नाते रोहित का युवा दिनों में संघर्ष देखा है. और वह भारत के लिए खेलते हुए रहने के बावजूद अभी भी  मुंबई की क्रिकेट के लिए अभी भी बहुत ही जुनूनी हैं.अगर वह टीम इंडिया के लिए खेल रहे होते हैं, तो भी वह मुंबई क्रिकेट को फॉलो करते हैं और हालात के बारे में पता करते रहते हैं" 
 

पिछले साल भी इसी मैदान पर दिखाया था दम

ठाकुर की इस पारी ने उनके चाहने वालों को बीकेसी मैदान पर पिछले सीजन में उनके रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में उनके पहले फर्स्ट क्लास शतक की भी याद दिला दी. तब ठाकुर ने  नबर-9 पर बैटिंग करते हुए 105 गेंदों पर 13 चौकों और 4 छक्कों से 108 रन की यादगार पारी खेली थी. तभी भी उनके शतक से मुंबई ने तमिलनाडु के खिलाफ 7 विकेट पर 106 रन से 378 का स्कोर खड़ा किया था. यह ठाकुर का ही प्रयास रहा था कि मुंबई इस मैच में पारी और 70 रन से जीत दर्ज करते हुए 43वां रणजी ट्रॉफी खिताब जीतने में सफल रहा था.
 


 

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