
- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा शांति प्लान पर दोनों पक्षों से तेजी से कार्रवाई की मांग की है
- हमास ने बंधकों और कैदियों की अदला-बदली को जल्द शुरू करने का आह्वान किया है और युद्ध समाप्ति की इच्छा जताई है
- इजरायल की बमबारी जारी रहने पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इसे रोकने को कहा है
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गाजा में जंग को खत्म करने के लिए अपना शांति प्लान लेकर आए हैं लेकिन जमीन पर इजरायल के हमले नहीं रुके हैं. गाजा में जारी बमबारी के बीच अमेरिका ने इजरायल को लताड़ भी लगाई है कि अगर बमबारी जारी रहेगा तो दोनों तरफ से बंधकों और कैदियों की अदला-बदली या रिहाई कैसे होगी. इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने इस शांति प्लान में समय की अहमियत पर जोर देते हुए दोनों पक्ष- इजरायल और हमास- से तेजी से आगे बढ़ने को कहा है. साथ ही उन्होंने रविवार, 5 अगस्त को उम्मीद जताई है कि इस हफ्ते शांति प्लान का पहला फेज पूरा हो जाएगा.
हमास राजी, ट्रंप की चाहत ‘तेजी'
न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार हमास ने रविवार को इजराइल के साथ बंधकों-कैदियों की अदला-बदली को तेजी से शुरू करने का आह्वान किया. ट्रंप के शांति प्लान के सामने आने के बाद दोनों पक्षों के वार्ताकार गाजा में लगभग दो साल के युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण वार्ता के लिए मिस्र पहुंचे हैं. यह कूटनीतिक तेजी उस समय आई है जब इजरायली जेलों में बंद फिलीस्तीनियों के बदले गाजा में बंदी बनाए गए इजरायलियों की रिहाई और लड़ाई को समाप्त करने के डोनाल्ड ट्रंप के रोडमैप पर हमास ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है.
इस बीच ट्रंप ने रविवार को अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, "इस सप्ताह के अंत में हमास और दुनिया भर के देशों (अरब, मुस्लिम और बाकी सभी) के साथ बंधकों को रिहा करने, गाजा में युद्ध को समाप्त करने के लिए बहुत सकारात्मक चर्चा हुई है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आखिरकार लंबे समय से मध्य पूर्व में शांति की मांग की गई है. मुझे बताया गया है कि पहला चरण इस सप्ताह पूरा हो जाना चाहिए, और मैं सभी से तेजी से आगे बढ़ने के लिए कह रहा हूं. मैं सदियों पुराने इस "संघर्ष" पर नजर रखना जारी रखूंगा. समय बहुत अहम है, नहीं तो बड़े पैमाने पर रक्तपात होगा - यह कुछ ऐसा है जो कोई भी देखना नहीं चाहता!"
इजरायल की बमबारी पर नाराज अमेरिका
मिस्र सहित कई देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा कि मिस्र के एक रिसॉर्ट में हुई वार्ता स्थायी युद्धविराम हासिल करने का एक "वास्तविक अवसर" थी. जबकि इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उम्मीद जताई है कि बंधकों को कुछ दिनों के भीतर रिहा किया जा सकता है.
वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार को मिस्र में चर्चा से पहले इजरायल से गाजा पर बमबारी बंद करने को कहा. रुबियो ने सीबीएस को बताया, "आप बमबारी के बीच में बंधकों को रिहा नहीं कर सकते, इसलिए बमबारी रोकनी होंगी.. इसके (बातचीत के) बीच में कोई युद्ध नहीं हो सकता."
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