
- भारत का यूपीआई भुगतान प्रणाली कतर के दोहा में लुलू ग्रुप के सुपरस्टोर में आधिकारिक रूप से शुरू की गई है.
- यूपीआई की शुरुआत से भारत और कतर के बीच व्यापारिक लेनदेन अधिक आसान, किफायती और भरोसेमंद बनेगा.
- एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड ने कतर नेशनल बैंक और नेटस्टार्स के साथ मिलकर यूपीआई सेवा शुरू की है.
भारत का इंटीग्रेटेड पेमेंट सिस्टम यूपीआई अब कतर पहुंच गया है. सोमवार को कतर की राजधानी दोहा स्थित लुलू ग्रुप के सुपरस्टोर में इसे लॉन्च कर दिया गया. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यहां लुलू समूह के सुपरमार्केट स्टोर में यूपीआई सुविधा की शुरुआत की. पिछले महीने दोहा स्थित हमाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ड्यूटी-फ्री स्टोर पर यूपीआई सुविधा की शुरुआत हुई थी. इस अवसर पर गोयल ने कहा कि यूपीआई की शुरुआत से भारत और कतर के बीच पूंजी के प्रवाह को अधिक सुगम और किफायती बनाया जा सकेगा.
अब बिजनेस करना होगा आसान
उन्होंने कहा, 'यूपीआई का शुभारंभ सिर्फ एक डिजिटल भुगतान समाधान नहीं है, बल्कि यह भारत और कतर के बीच व्यापार को नई दिशा देने की क्षमता रखता है. यह दोनों देशों के बीच भरोसे को और मजबूत करेगा, क्योंकि जैसे-जैसे दोनों देशों की भुगतान प्रणालियां एकीकृत होंगी, लोगों के लिए कारोबार करना अधिक आसान और सस्ता होगा.' यूपीआई सिस्टम के संचालक भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की अनुषंगी एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने कतर नेशनल बैंक (क्यूएनबी) और जापान की पेमेंट गेटवे कंपनी नेटस्टार्स के साथ मिलकर यह सेवा शुरू की है.
ट्रेड होगा और आसान
पिछले महीने एनआईपीएल और क्यूएनबी ने मिलकर कतर में क्यूएनबी से जुड़े कारोबारियों के प्वाइंट-ऑफ-सेल टर्मिनलों पर यूपीआई भुगतान सुविधा शुरू की थी. गोयल ने कतर में संचालित अन्य बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों से भी यूपीआई को अपनाने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा, 'धन और पूंजी का प्रवाह अब लगभग वास्तविक समय में और बहुत कम लागत पर संभव होगा. विस्तारित व्यापार यूपीआई के अपनाए जाने से और मजबूत होगा.'
कतर बना आठवां देश
गोयल ने बताया कि कतर में रहने वाले लगभग 8.3 लाख भारतीयों को इस पहल से सीधा लाभ मिलेगा, क्योंकि उनकी स्वदेश पैसे भेजने की प्रक्रिया अब और तेज एवं कम खर्चीली हो जाएगी. कतर अब यूपीआई भुगतान प्रणाली को स्वीकार करने वाला आठवां देश बन गया है. इससे भारतीय यात्रियों एवं स्थानीय कारोबारियों दोनों को नकदरहित, सुरक्षित और त्वरित लेनदेन की सुविधा मिलेगी. गोयल ने कहा कि नौ साल पहले शुरू हुआ यूपीआई आज भारतीय अर्थव्यवस्था की बड़ी सफलता की कहानी है.
85 फीसदी पेमेंट यूपीआई से
पीयूष गोयल ने कहा, 'भारत में 85 प्रतिशत डिजिटल पेमेंट यूपीआई के जरिये से होते हैं और दुनिया के करीब 50 प्रतिशत डिजिटल भुगतान अब यूपीआई से किए जा रहे हैं. प्रतिदिन औसतन 64 करोड़ लेनदेन यूपीआई के जरिए होते हैं.' गोयल ने कहा कि एनआईपीएल, क्यूएनबी और लुलू समूह के बीच यह साझेदारी डिजिटल भुगतान को नई दिशा देगी और भारत की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय उपस्थिति को और सशक्त बनाएगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं