
- इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने जैक क्रॉली की समय बर्बाद करने की रणनीति को तीसरे टेस्ट मैच में अब तक की सबसे बेहतरीन रणनीति बताया.
- भारत ने भी दूसरे दिन इसी तरह की रणनीति अपनाई थी इसलिए वॉन के अनुसार भारत इस मामले में शिकायत नहीं कर सकता.
- तीसरे दिन के अंत में क्रॉली की देरी के कारण भारत को केवल एक ओवर फेंकने का मौका मिला, जिससे मेहमान टीम नाराज हुई.
Michael Vaughan on Shubman Gill-Zak Crawley fight: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) का मानना है कि मौजूदा तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन के अंत में जैक क्रॉली की समय बर्बाद करने की रणनीति उनकी ओर से अब तक देखी गई सबसे बेहतरीन रणनीति थी लेकिन उन्होंने कहा कि भारत शिकायत नहीं कर सकता क्योंकि मेहमान टीम ने भी दूसरे दिन यही तरीका अपनाया था. तीसरे दिन के खेल के अंत में उस समय गुस्सा भड़क गया जब इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज क्रॉली की समय बर्बाद करने की रणनीति के बाद भारत एक और ओवर नहीं फेंक पाया जिस पर कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में मेहमान टीम ने तीखी प्रतिक्रिया दी. (Shubman Gill-Zak Crawley fight viral moment)
भारत के 387 रन पर आउट होने के बाद मेहमान टीम के पास तीसरे दिन के अंतिम सत्र में दो ओवर फेंकने का पर्याप्त समय था लेकिन क्रॉली के चोट का बहाना बनाने और जसप्रीत बुमराह के शुरुआती ओवर के दौरान तीन बार गेंद खेलने से पीछे हट जाने की रणनीति के कारण देरी हुई. भारत को इससे सिर्फ एक ओवर फेंकने का मौका मिला जिससे मेहमान टीम नाराज हो गई क्योंकि इंग्लैंड ने तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के दो रन बनाए. वॉन ने ‘बीबीसी' के टेस्ट मैच स्पेशल पॉडकास्ट में कहा, ‘‘यह समय की बर्बादी का अब तक का सबसे अच्छा उदाहरण है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत शिकायत नहीं कर सकता क्योंकि कल गिल की पैर की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था - (लोकेश) राहुल मैदान से बाहर थे और वह पारी की शुरुआत नहीं कर पाते.''
वॉन ने कहा कि यह दोनों टीमों के लिए एक जैसा मामला है. उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी टीम शिकायत नहीं कर सकती लेकिन क्या शानदार ड्रामा था और क्या शानदार दिन था। हमें चौथे और पांचवें दिन का खेल देखना है जो शानदार होगा.''
इंग्लैंड के एक अन्य पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने कहा कि 1-1 से बराबरी पर चल रही इस श्रृंखला में रोमांच लाने के लिए ऐसे ही ड्रामा की जरूरत थी. कुक ने कहा ‘‘सभी बहुत दोस्ताना रहे हैं लेकिन पांच मैच की श्रृंखला में ऐसा हमेशा होता है। एक-दूसरे के खिलाफ कई बार खेलने के बाद कुछ छोटे-छोटे पल आते हैं.''
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