रवि शास्त्री ने विराट कोहली के नेतृत्व वाली मौजूदा टीम इंडिया की जमकर प्रशंसा की है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सीरीज़ के पहले टेस्ट में एकतरफा जीत बाद टीम इंडिया खेमा जोश से भरा हुआ है. नए कोच रवि शास्त्री टीम इंडिया की तारीफ़ करते नहीं थक रहे. सौरव गांगुली बेशक मानते हो कि इस टीम का असली इम्तिहान इंग्लैंड, दक्षिण अफ़्रीका और ऑस्ट्रेलिया में होगा,लेकिन शास्त्री के मुताबिक इस टीम और इसके खिलाड़ियों ने पिछले कुछ साल में जो हासिल किया है वो दूसरी भारतीय टीमें नहीं कर सकी हैं. रवि शास्त्री ने कहा कि "ये टीम अनुभवी हो गई है, इन्होंने वो कर लिया है जो कई भारतीय नहीं कर सकी और कई दिग्गज खिलाड़ी अपने करियर में हासिल नहीं कर सके. विदेश में भी ये टीम वो कर सकती है जो दूसरी भारतीय टीमें नहीं कर सकी. जैसे कि श्रीलंका में टेस्ट सीरीज़ जीतकर इन्होंने साबित किया."
शास्त्री के मुताबिक मॉर्डन क्रिकेट और आज के ज़माने के क्रिकेटर्स की ज़रूरतों को वे समझते हैं. शास्त्री इसलिए कोचिंग से ज्यादा मानसिक तौर पर खिलाड़ियों को तैयार रखने में यकीन रखते हैं. मुख्य कोच ने बयान दिया कि "मुझे नहीं लगता कि इस लेवल पर कोचिंग की कोई ज़रुरत है. बस थोड़ी बहुत चीजों को कसने की ज़रूरत होती है..खिलाड़ियों को मानसिक तौर पर तैयार रखना ज़्यादा ज़रूरी है"
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मुख्य कोच की आने वाले विदेशी दौरे पर भी नज़र है और इसलिए वे टॉप फ़ॉर्म में चल रही इस टीम से बस निरंतरता के अलावा कोई और उम्मीद नहीं रखते है. रवि के अनुसार "खिलाड़ियों ने पिछले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन हमारी कोशिश और सुधार कर टीम के प्रदर्शन में निरंतरता लाने की है। हमने इसपर चर्चा की है और निरंतरता ही हमारा लक्ष्य है. "कोच का भरोसा खिलाड़ियों को भी कुछ भी कर गुजरने का विश्वास देता है, बस ज़रूरत है तो विश्वास से भरे इन खिलाड़ियों को अति आत्मविश्वस से बचकर मैदान पर लगातार अपना 100 फीसदी देने की.
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भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि विराट कोहली की कप्तानी वाली मौजूदा टीम ने अतीत की उन कई टीमों से अधिक उपलब्धियां हासिल की है जिनमें बड़े बड़े नाम शामिल थे. कोच ने कहा, ‘यह भारतीय टीम दो साल से साथ है और अब काफी अनुभवी हो चुकी है. इसने बहुत कुछ ऐसा कर लिया है जो अतीत की भारतीय टीमें और कई बड़े नाम अपने कैरियर में नहीं कर सके. मसलन श्रीलंका में 2015 में सीरीज जीतना.’ कोहली की अगुवाई वाली टीम ने 2015 में 22 साल बाद यहां टेस्ट सीरीज जीती थी.
वीडियो : दूसरे टेस्ट मैच में ओपनिंग करने वाली जोड़ी को लेकर असमंजस
नए कोच ने कहा,‘भारत के कई बड़े खिलाड़ी यहां 20 साल से खेलते आ रहे हैं और कई बार श्रीलंका आये होंगे लेकिन कभी यहां सीरीज नहीं जीत सके. इस टीम ने वह कर दिखाया है. इस टीम ने ऐसा बहुत कुछ किया है जो पहले कई भारतीय टीमें नहीं कर सकी और वह भी विदेश में.’ शास्त्री का यह बयान हालांकि विवादित है क्योंकि राहुल द्रविड़ की अगुवाई में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 2007 में इंग्लैंड में 1-0 से हराया था. इससे पहले सौरव गांगुली की टीम ने आस्ट्रेलिया से 2004 में 1-1 से ड्रॉ खेला था. इसके अलावा नासिर हुसैन की इंग्लैंड टीम से 2002 में ड्रॉ खेला था. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम ने न्यूजीलैंड को 2009 में 1-0 से हराया और दक्षिण अफ्रीका से 2011 में 1-1 से ड्रॉ खेला. इस बीच, भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल वायरल बुखार के कारण पहले टेस्ट से बाहर रहने के बाद आज नेट्स पर लौटे लेकिन मुख्य कोच रवि शास्त्री ने दूसरे टेस्ट में उनके खेलने को लेकर कोई पुष्टि नहीं की. (एजेंसी से भी इनपुट)
शास्त्री के मुताबिक मॉर्डन क्रिकेट और आज के ज़माने के क्रिकेटर्स की ज़रूरतों को वे समझते हैं. शास्त्री इसलिए कोचिंग से ज्यादा मानसिक तौर पर खिलाड़ियों को तैयार रखने में यकीन रखते हैं. मुख्य कोच ने बयान दिया कि "मुझे नहीं लगता कि इस लेवल पर कोचिंग की कोई ज़रुरत है. बस थोड़ी बहुत चीजों को कसने की ज़रूरत होती है..खिलाड़ियों को मानसिक तौर पर तैयार रखना ज़्यादा ज़रूरी है"
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मुख्य कोच की आने वाले विदेशी दौरे पर भी नज़र है और इसलिए वे टॉप फ़ॉर्म में चल रही इस टीम से बस निरंतरता के अलावा कोई और उम्मीद नहीं रखते है. रवि के अनुसार "खिलाड़ियों ने पिछले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन हमारी कोशिश और सुधार कर टीम के प्रदर्शन में निरंतरता लाने की है। हमने इसपर चर्चा की है और निरंतरता ही हमारा लक्ष्य है. "कोच का भरोसा खिलाड़ियों को भी कुछ भी कर गुजरने का विश्वास देता है, बस ज़रूरत है तो विश्वास से भरे इन खिलाड़ियों को अति आत्मविश्वस से बचकर मैदान पर लगातार अपना 100 फीसदी देने की.
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भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि विराट कोहली की कप्तानी वाली मौजूदा टीम ने अतीत की उन कई टीमों से अधिक उपलब्धियां हासिल की है जिनमें बड़े बड़े नाम शामिल थे. कोच ने कहा, ‘यह भारतीय टीम दो साल से साथ है और अब काफी अनुभवी हो चुकी है. इसने बहुत कुछ ऐसा कर लिया है जो अतीत की भारतीय टीमें और कई बड़े नाम अपने कैरियर में नहीं कर सके. मसलन श्रीलंका में 2015 में सीरीज जीतना.’ कोहली की अगुवाई वाली टीम ने 2015 में 22 साल बाद यहां टेस्ट सीरीज जीती थी.
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नए कोच ने कहा,‘भारत के कई बड़े खिलाड़ी यहां 20 साल से खेलते आ रहे हैं और कई बार श्रीलंका आये होंगे लेकिन कभी यहां सीरीज नहीं जीत सके. इस टीम ने वह कर दिखाया है. इस टीम ने ऐसा बहुत कुछ किया है जो पहले कई भारतीय टीमें नहीं कर सकी और वह भी विदेश में.’ शास्त्री का यह बयान हालांकि विवादित है क्योंकि राहुल द्रविड़ की अगुवाई में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 2007 में इंग्लैंड में 1-0 से हराया था. इससे पहले सौरव गांगुली की टीम ने आस्ट्रेलिया से 2004 में 1-1 से ड्रॉ खेला था. इसके अलावा नासिर हुसैन की इंग्लैंड टीम से 2002 में ड्रॉ खेला था. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम ने न्यूजीलैंड को 2009 में 1-0 से हराया और दक्षिण अफ्रीका से 2011 में 1-1 से ड्रॉ खेला. इस बीच, भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल वायरल बुखार के कारण पहले टेस्ट से बाहर रहने के बाद आज नेट्स पर लौटे लेकिन मुख्य कोच रवि शास्त्री ने दूसरे टेस्ट में उनके खेलने को लेकर कोई पुष्टि नहीं की. (एजेंसी से भी इनपुट)
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