ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाले रोहित शर्मा भी पुणे में नहीं चले (फाइल फोटो)
पुणे में टीम इंडिया के प्रदर्शन से श्रीलंकाई टीम भी हैरान दिखी। इसे मानने से श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने इंकार भी नहीं किया। ऑफ़ स्पिनर सचित्र सेनानायके कहते हैं कि टीम इंडिया की वर्ल्ड रैंकिंग नंबर वन है, इसलिए उन्हें टीम इंडिया से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी।
पुणे मैच के दिन अपना 31वां जन्मदिन मना रहे सेनानायके ने मुकाबले में 18 रन देकर एक विकेट लिया। पुणे की पिच को लेकर सेनानायके ने भारतीय कप्तान एमएस धोनी की तरह हैरान नजर आए। श्रीलंकाई टीम को उम्मीद थी कि उन्हें टीम इंडिया का सामना स्पिनिंग ट्रैक पर करना पड़ेगा, लेकिन पुणे की पिच पर उनके युवा गेंदबाजों को काफी मदद मिली। श्रीलंकाई गेंदबाज़ों ने इस उछाल का फ़ायदा उठाते हुए पहले ओवर से ही बाउंसर्स भी डाले।
पुणे की पिच की आलोचना करते हुए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि पुणे का विकेट 'इंग्लिश विकेट' जैसा था। धोनी ने कहा कि ये विकेट ऑस्ट्रेलिया में खेले हैं उससे भी अलग थी. उनका मानना है कि ये इंग्लैंड की तरह ही उछाल वाली और अलग पिच थी। धोनी के मुताबिक इसी वजह से उनके बल्लेबाज़ बड़े शॉट्स नहीं खेल पाए जैसा कि वो आमतौर पर खेलते हैं।
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर मानते हैं कि पुणे की पिच पर बल्लेबाजी आसान नहीं थी, लेकिन उनका मानना है कि एक तो टीम इंडिया जीत के खुमार (ऑस्ट्रेलिया में मिली जीत) से बाहर नहीं आ पाई, दूसरे भारतीय बल्लेबाजों ने आते ही बड़े शॉट्स खेलने शुरू कर दिए, जो एक सही रणनीति नहीं थी।
श्रीलंकाई गेंदबाज़ सेनानायके कहते हैं कि उनके लिए 140 से 145 का टारगेट अच्छा साबित हो सकता था। श्रीलंकाई टीम ने 102 का लक्ष्य 18वें ओवर में हासिल कर लिया और सीरीज़ में बढ़त कायम कर ली।
पुणे मैच के दिन अपना 31वां जन्मदिन मना रहे सेनानायके ने मुकाबले में 18 रन देकर एक विकेट लिया। पुणे की पिच को लेकर सेनानायके ने भारतीय कप्तान एमएस धोनी की तरह हैरान नजर आए। श्रीलंकाई टीम को उम्मीद थी कि उन्हें टीम इंडिया का सामना स्पिनिंग ट्रैक पर करना पड़ेगा, लेकिन पुणे की पिच पर उनके युवा गेंदबाजों को काफी मदद मिली। श्रीलंकाई गेंदबाज़ों ने इस उछाल का फ़ायदा उठाते हुए पहले ओवर से ही बाउंसर्स भी डाले।
पुणे की पिच की आलोचना करते हुए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि पुणे का विकेट 'इंग्लिश विकेट' जैसा था। धोनी ने कहा कि ये विकेट ऑस्ट्रेलिया में खेले हैं उससे भी अलग थी. उनका मानना है कि ये इंग्लैंड की तरह ही उछाल वाली और अलग पिच थी। धोनी के मुताबिक इसी वजह से उनके बल्लेबाज़ बड़े शॉट्स नहीं खेल पाए जैसा कि वो आमतौर पर खेलते हैं।
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर मानते हैं कि पुणे की पिच पर बल्लेबाजी आसान नहीं थी, लेकिन उनका मानना है कि एक तो टीम इंडिया जीत के खुमार (ऑस्ट्रेलिया में मिली जीत) से बाहर नहीं आ पाई, दूसरे भारतीय बल्लेबाजों ने आते ही बड़े शॉट्स खेलने शुरू कर दिए, जो एक सही रणनीति नहीं थी।
श्रीलंकाई गेंदबाज़ सेनानायके कहते हैं कि उनके लिए 140 से 145 का टारगेट अच्छा साबित हो सकता था। श्रीलंकाई टीम ने 102 का लक्ष्य 18वें ओवर में हासिल कर लिया और सीरीज़ में बढ़त कायम कर ली।
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