टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 11 साल बाद सीरीज में हराया (सौजन्य : BCCI)
नई दिल्ली:
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली गई फ्रीडम सीरीज पर टीम इंडिया ने सोमवार को 3-0 से कब्जा कर लिया। इस सीरीज जीत की दो खास बाते हैं। पहली, दक्षिण अफ्रीकी टीम 9 साल बाद विदेशी जमीन पर कोई सीरीज हारी है, दूसरी भारत ने 11 साल बाद दक्षिण अफ्रीका को हराने में सफलता हासिल की। महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला के नाम पर खेली गई इस सीरीज के अंतिम मैच में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 337 रन से हराया। भारत की ओर से अश्विन ने 5, जडेजा ने 2 और उमेश यादव ने 3 विकेट लिए।
रैंकिंग पर पड़ेगा असर
टेस्ट में वर्ल्ड नंबर वन दक्षिण अफ्रीका पर हासिल की गई इस धमाकेदार जीत का असर टीम इंडिया की रैंकिंग पर भी पड़ेगा। इस सीरीज जीत के बाद टीम इंडिया टेस्ट की दूसरे नंबर की टीम हो जाएगी। सीरीज में कुल 31 विकेट लेने वाले आर. अश्विन को 'मैन ऑफ द सीरीज' चुना गया, जबकि दिल्ली टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जमाने वाले अजिंक्य रहाणे को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया।
अश्विन ने तोड़ा कुंबले-भज्जी का रिकॉर्ड
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के लिए यह टेस्ट खास रहा। उन्होंने दूसरी पारी में पांच विकेट लेकर भारतीय जीत में अहम भूमिका निभाई। इस 'पंजे' के साथ ही उन्होंने एक साल में सबसे अधिक बार एक पारी में पांच विकेट लेने के हरभजन और कुंबले के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। अश्विन ने सातवीं बार पांच विकेट लिए, जबकि कुंबले-भज्जी ने यह कारनामा छह-छह बार किया था। कुंबले और हरभजन के अलावा भारत के एक अन्य स्पिनर सुभाष गुप्ते भी छह विकेट ले चुके हैं। पहली पारी के दो विकेट को मिलाकर अश्विन ने दिल्ली टेस्ट में सात विकेट अपने नाम किए।
अमला-डिविलियर्स ने किया संघर्ष
दक्षिण अफ्रीकी टीम 143.1 ओवर में 143 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। कप्तान हाशिम अमला ने मैच बचाने के लिए सधी हुई बल्लेबाजी की कोशिश की, लेकिन रवींद्र जडेजा की खूबसूरत गेंद पर चकमा खा गए और उनकी गिल्लियां बिखर गईं। इसके बाद जडेजा ने टिक कर खेल रहे फॉफ डु प्लेसिस को 10 रन के निजी स्कोर पर चलता कर दिया। डु प्लेसिस ने अपनी पारी में 97 गेंदों का सामना किया। डु प्लेसिस के आउट होने पर बैटिंग करने आए जेपी डुमिनी 12 गेंद खेलकर बिना खाता खोले ही अश्विन का शिकार हो गए।
डुमिनी के आउट होने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम का संघर्ष डिविलियर्स के इर्द-गिर्द ही केंद्रित रह गया था और विकेट की 'खुराक' मिलने के बाद टीम इंडिया की उम्मीदें परवान चढ़ने लगी थीं। सातवें विकेट के रूप में एबी डिविलियर्स के अश्विन का शिकार बनते ही मेहमान टीम के संघर्ष ने दम तोड़ दिया। पारी के 140वें ओवर में डिविलियर्स आउट हुए और देखते ही देखते 143.1 ओवर में पूरी दक्षिण अफ्रीकी टीम पेवेलियन लौट गई। टीम के खाते में आलआउट होने तक कुल 143 रन की जमा हो पाए थे।
चौथे दिन का खेल: दक्षिण अफ्रीका ने 72 ओवर में बनाए 72 रन
दिल्ली टेस्ट के चौथे दिन की खास बात यह रही कि दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 72 रन बनाने के लिए 72 ओवर खेल डाले। कप्तान हाशिम अमला ने पूरा जोर लगाया और चौथे दिन की संभावित हार टालने में कामयाब रहे। इसका अंदाजा आप इससे ही लगा सकते हैं कि उन्होंने 23 रन बनाने के लिए 207 गेंदें खेलीं, वहीं अपना पहला रन 46 गेंद खेलकर बनाया।
टीम इंडिया को पहली सफलता आर अश्विन ने दिलाई। उन्होंने डीन एल्गर को अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया। इससे पहले भारत ने 4 विकेट पर 267 रन बनाकर पारी घोषित कर दी।
रहाणे ने जड़ा दोनों पारियों में शतक
इससे पहले अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भी शतक जड़ दिया। यह उनके टेस्ट करियर का छठवां शतक है। किसी टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाने वाले वे 5वें भारतीय बन गए हैं। पहली पारी में उन्होंने 127 रन बनाए थे। रहाणे का भारत में यह दूसरा टेस्ट शतक है। इस मैच में बनाए गए दो शतकों से पहले के सभी 4 शतक उन्होंने विदेशी धरती पर बनाए थे।
पारी घोषित होने के समय उनके साथ रिद्धिमान साहा (23) नाबाद लौटे। टीम इंडिया को कप्तान विराट से शतक की उम्मीद थी, लेकिन वे 88 रन के निजी स्कोर पर काइल एबॉट की गेंद में पगबाधा आउट हो गए। चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका को यही एकमात्र सफलता मिली।
तीसरे दिन के खेल का अपडेट: कोहली के नाम रहा दिन
तीसरे दिन का खेल खराब रोशनी के कारण 9 ओवर पहले ही खत्म घोषित कर दिया गया था। स्टंप्स के समय टीम इंडिया की कुल बढ़त 403 रन हो गई थी। कोहली और रहाणे ने सीरीज की पहली शतकीय साझेदारी की। रहाणे ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी 8वीं, वहीं विराट ने 11वीं फिफ्टी पूरी की। कप्तान विराट कोहली (83) और अजिंक्य रहाणे (52) नाबाद रहे थे। कोहली के अलावा शिखर धवन ने 21 और चेतेश्वर पुजारा ने 28 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से मॉर्ने मॉर्कल ने 3 और इमरान ताहिर ने एक विकेट लिया।
गौरतलब है कि टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को फॉलोऑन नहीं दिया और बैटिंग करने का फैसला किया। फॉलोऑन टालने के लिए दक्षिण अफ्रीका को 135 रन बनाने थे, लेकिन वह 121 रन पर ही सिमट गई।
दूसरे दिन के खेल का अपडेट : रहाणे-जडेजा के नाम रहा दिन
दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीकी टीम टीम इंडिया के 334 रन के जवाब में पहली पारी में 121 रन पर ऑलआउट हो गई। इस प्रकार भारत को पहली पारी में 213 रन की बढ़त हासिल हुई। टीम इंडिया को रवींद्र जडेजा ने 5 विकेट दिलाए, जबकि उमेश यादव और अश्विन ने 2-2 विकेट झटके। ईशांत शर्मा को एक विकेट मिला। अजिंक्य रहाणे ने घरेलू मैदान पर पहला और करियर का 5वां शतक पूरा किया। रहाणे 127 रन बनाकर आउट हुए, जिसमें उन्होंने 11 चौके और 4 छक्के लगाए। रहाणे ने 215 गेंदों का सामना किया। अश्विन ने 140 गेंदों में 56 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से काइल एबॉट ने 5, डेन पीट ने 4 और इमरान ताहिर ने एक विकेट लिया।
पहले दिन के खेल का अपडेट
टॉस जीतने के बाद टीम इंडिया की बल्लेबाजी एक बार फिर खराब रही और उसके 5 विकेट महज 138 रन पर ही गिर गए। कप्तान विराट कोहली ने जरूर कुछ अच्छे शॉट खेले और क्रीज पर समय बिताया, लेकिन 44 रन के निजी स्कोर पर डेन पीट की गेंद पर डेन विलास को कैच दे बैठे। इसके बाद रिद्धिमान साहा एक रन पर बोल्ड हो गए। टीम इंडिया की बैटिंग लड़खड़ा गई और लगने लगा था कि टीम 200 तक भी नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन अजिंक्य रहाणे और रवींद्र जडेजा ने 50 रन से अधिक की साझेदारी करके स्कोर 198 रन तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर रवींद्र जडेजा (24) आउट हो गए। इसके बाद अश्विन के साथ 33 रन की साझेदारी करके रहाणे नाबाद लौटे। पहले दिन का खेल खराब रोशनी के कारण निर्धारित 90 ओवर से पहले ही समाप्त घोषित करना पड़ा, जबकि 6 ओवर फेंके जाने बाकी थे। खेल खत्म होने के समय टीम इंडिया ने 7 विकेट पर 231 रन बनाए थे।
टेस्ट में वर्ल्ड नंबर वन दक्षिण अफ्रीका पर हासिल की गई इस धमाकेदार जीत का असर टीम इंडिया की रैंकिंग पर भी पड़ेगा। इस सीरीज जीत के बाद टीम इंडिया टेस्ट की दूसरे नंबर की टीम हो जाएगी। सीरीज में कुल 31 विकेट लेने वाले आर. अश्विन को 'मैन ऑफ द सीरीज' चुना गया, जबकि दिल्ली टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जमाने वाले अजिंक्य रहाणे को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया।
अश्विन ने तोड़ा कुंबले-भज्जी का रिकॉर्ड
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के लिए यह टेस्ट खास रहा। उन्होंने दूसरी पारी में पांच विकेट लेकर भारतीय जीत में अहम भूमिका निभाई। इस 'पंजे' के साथ ही उन्होंने एक साल में सबसे अधिक बार एक पारी में पांच विकेट लेने के हरभजन और कुंबले के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। अश्विन ने सातवीं बार पांच विकेट लिए, जबकि कुंबले-भज्जी ने यह कारनामा छह-छह बार किया था। कुंबले और हरभजन के अलावा भारत के एक अन्य स्पिनर सुभाष गुप्ते भी छह विकेट ले चुके हैं। पहली पारी के दो विकेट को मिलाकर अश्विन ने दिल्ली टेस्ट में सात विकेट अपने नाम किए।
अमला-डिविलियर्स ने किया संघर्ष
दक्षिण अफ्रीकी टीम 143.1 ओवर में 143 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। कप्तान हाशिम अमला ने मैच बचाने के लिए सधी हुई बल्लेबाजी की कोशिश की, लेकिन रवींद्र जडेजा की खूबसूरत गेंद पर चकमा खा गए और उनकी गिल्लियां बिखर गईं। इसके बाद जडेजा ने टिक कर खेल रहे फॉफ डु प्लेसिस को 10 रन के निजी स्कोर पर चलता कर दिया। डु प्लेसिस ने अपनी पारी में 97 गेंदों का सामना किया। डु प्लेसिस के आउट होने पर बैटिंग करने आए जेपी डुमिनी 12 गेंद खेलकर बिना खाता खोले ही अश्विन का शिकार हो गए।
डुमिनी के आउट होने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम का संघर्ष डिविलियर्स के इर्द-गिर्द ही केंद्रित रह गया था और विकेट की 'खुराक' मिलने के बाद टीम इंडिया की उम्मीदें परवान चढ़ने लगी थीं। सातवें विकेट के रूप में एबी डिविलियर्स के अश्विन का शिकार बनते ही मेहमान टीम के संघर्ष ने दम तोड़ दिया। पारी के 140वें ओवर में डिविलियर्स आउट हुए और देखते ही देखते 143.1 ओवर में पूरी दक्षिण अफ्रीकी टीम पेवेलियन लौट गई। टीम के खाते में आलआउट होने तक कुल 143 रन की जमा हो पाए थे।
चौथे दिन का खेल: दक्षिण अफ्रीका ने 72 ओवर में बनाए 72 रन
दिल्ली टेस्ट के चौथे दिन की खास बात यह रही कि दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 72 रन बनाने के लिए 72 ओवर खेल डाले। कप्तान हाशिम अमला ने पूरा जोर लगाया और चौथे दिन की संभावित हार टालने में कामयाब रहे। इसका अंदाजा आप इससे ही लगा सकते हैं कि उन्होंने 23 रन बनाने के लिए 207 गेंदें खेलीं, वहीं अपना पहला रन 46 गेंद खेलकर बनाया।
टीम इंडिया को पहली सफलता आर अश्विन ने दिलाई। उन्होंने डीन एल्गर को अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया। इससे पहले भारत ने 4 विकेट पर 267 रन बनाकर पारी घोषित कर दी।
रहाणे ने जड़ा दोनों पारियों में शतक
इससे पहले अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भी शतक जड़ दिया। यह उनके टेस्ट करियर का छठवां शतक है। किसी टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाने वाले वे 5वें भारतीय बन गए हैं। पहली पारी में उन्होंने 127 रन बनाए थे। रहाणे का भारत में यह दूसरा टेस्ट शतक है। इस मैच में बनाए गए दो शतकों से पहले के सभी 4 शतक उन्होंने विदेशी धरती पर बनाए थे।
पारी घोषित होने के समय उनके साथ रिद्धिमान साहा (23) नाबाद लौटे। टीम इंडिया को कप्तान विराट से शतक की उम्मीद थी, लेकिन वे 88 रन के निजी स्कोर पर काइल एबॉट की गेंद में पगबाधा आउट हो गए। चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका को यही एकमात्र सफलता मिली।
तीसरे दिन के खेल का अपडेट: कोहली के नाम रहा दिन
तीसरे दिन का खेल खराब रोशनी के कारण 9 ओवर पहले ही खत्म घोषित कर दिया गया था। स्टंप्स के समय टीम इंडिया की कुल बढ़त 403 रन हो गई थी। कोहली और रहाणे ने सीरीज की पहली शतकीय साझेदारी की। रहाणे ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी 8वीं, वहीं विराट ने 11वीं फिफ्टी पूरी की। कप्तान विराट कोहली (83) और अजिंक्य रहाणे (52) नाबाद रहे थे। कोहली के अलावा शिखर धवन ने 21 और चेतेश्वर पुजारा ने 28 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से मॉर्ने मॉर्कल ने 3 और इमरान ताहिर ने एक विकेट लिया।
गौरतलब है कि टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को फॉलोऑन नहीं दिया और बैटिंग करने का फैसला किया। फॉलोऑन टालने के लिए दक्षिण अफ्रीका को 135 रन बनाने थे, लेकिन वह 121 रन पर ही सिमट गई।
दूसरे दिन के खेल का अपडेट : रहाणे-जडेजा के नाम रहा दिन
दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीकी टीम टीम इंडिया के 334 रन के जवाब में पहली पारी में 121 रन पर ऑलआउट हो गई। इस प्रकार भारत को पहली पारी में 213 रन की बढ़त हासिल हुई। टीम इंडिया को रवींद्र जडेजा ने 5 विकेट दिलाए, जबकि उमेश यादव और अश्विन ने 2-2 विकेट झटके। ईशांत शर्मा को एक विकेट मिला। अजिंक्य रहाणे ने घरेलू मैदान पर पहला और करियर का 5वां शतक पूरा किया। रहाणे 127 रन बनाकर आउट हुए, जिसमें उन्होंने 11 चौके और 4 छक्के लगाए। रहाणे ने 215 गेंदों का सामना किया। अश्विन ने 140 गेंदों में 56 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से काइल एबॉट ने 5, डेन पीट ने 4 और इमरान ताहिर ने एक विकेट लिया।
पहले दिन के खेल का अपडेट
टॉस जीतने के बाद टीम इंडिया की बल्लेबाजी एक बार फिर खराब रही और उसके 5 विकेट महज 138 रन पर ही गिर गए। कप्तान विराट कोहली ने जरूर कुछ अच्छे शॉट खेले और क्रीज पर समय बिताया, लेकिन 44 रन के निजी स्कोर पर डेन पीट की गेंद पर डेन विलास को कैच दे बैठे। इसके बाद रिद्धिमान साहा एक रन पर बोल्ड हो गए। टीम इंडिया की बैटिंग लड़खड़ा गई और लगने लगा था कि टीम 200 तक भी नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन अजिंक्य रहाणे और रवींद्र जडेजा ने 50 रन से अधिक की साझेदारी करके स्कोर 198 रन तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर रवींद्र जडेजा (24) आउट हो गए। इसके बाद अश्विन के साथ 33 रन की साझेदारी करके रहाणे नाबाद लौटे। पहले दिन का खेल खराब रोशनी के कारण निर्धारित 90 ओवर से पहले ही समाप्त घोषित करना पड़ा, जबकि 6 ओवर फेंके जाने बाकी थे। खेल खत्म होने के समय टीम इंडिया ने 7 विकेट पर 231 रन बनाए थे।
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