
टीम इंडिया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
आईसीसी वर्ल्ड T20 भारत में हो रहा है तो खिताब की सबसे मजबूत दावेदार टीम इंडिया पर अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का दबाव होगा। हालांकि टीम के पूर्व फील्डिंग कोच रॉबिन सिंह ऐसा नहीं मानते हैं, क्योंकि उनकी नजर में टीम इंडिया के मौजूदा खिलाड़ी इसके आदी हैं।
आईसीसी T20 वर्ल्ड कप की उलटी गिनती शुरू हो गई है। खिताब के दावेदारों ने अपनी-अपनी तैयारियों को अंतिन रूप दे दिया है। टीम इंडिया ने भी अपनी रणनीति को आखिरी रूप दे दिया है। कप्तान एमएस धोनी ने प्लेइंग इलेवन भी तय कर लिया है।
माना जा रहा है कि मौजूदा टीम इंडिया अब तक की सबसे संतुलित टीम है। टीम पर नजर डालें तो यह बात साफ होती है। प्लेइंग इलेवन देखें तो चार स्पिन गेंदबाजी के विकल्प के साथ 3 पेस के विकल्प के बाद में बल्लेबाजी में नंबर 9 तक बल्लेबाज हैं।
एक ओर भारतीय टीम को घरेलू मैदान पर खेलने का फायदा होगा तो दूसरी तरफ अपने घर में दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरने की चुनौती होगी। टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच रॉबिन सिंह ऐसा नहीं मानते हैं। रॉबिन सिंह कहते हैं, दबाव कोई समस्या नहीं है। मेरे ख्याल से जब भी आप खेलते हैं आप पर दबाव होता है। हम पहले T20 और 50 ओवर के वर्ल्ड कप जीत चुके हैं।
पिछले 10 साल में दो वर्ल्ड कप जीते और लोग इसके आदी हो चुके हैं। लोगों की उम्मीद ज्यादा है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दबाव होता है, लेकिन हम इस दबाव को अच्छी तरह से झेल सकते हैं। टीम में अनुभव और युवा खिलाड़ियों का तालमेल है, जो उसकी दावेदारी को और मजबूत बनाती है। पूर्व फील्डिंग कोच ने कहा, 'भारत वर्ल्ड कप जीतने के दावेदारों में से एक है। टीम में सही कॉम्बिनेशन है, लेकिन सबसे खास बात है कि टीम के पास मैच विनर स्पिनर हैं, जो जीत दिला सकते हैं।
भारत ने 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुआ सबसे पहला T20 वर्ल्ड कप जीता था। अगर टीम इंडिया इस दफा चैम्पियन बनती है तो दो बार आईसीसी वर्ल्ड T20 कप जीतने वाली पहली टीम बनेगी।
आईसीसी T20 वर्ल्ड कप की उलटी गिनती शुरू हो गई है। खिताब के दावेदारों ने अपनी-अपनी तैयारियों को अंतिन रूप दे दिया है। टीम इंडिया ने भी अपनी रणनीति को आखिरी रूप दे दिया है। कप्तान एमएस धोनी ने प्लेइंग इलेवन भी तय कर लिया है।
माना जा रहा है कि मौजूदा टीम इंडिया अब तक की सबसे संतुलित टीम है। टीम पर नजर डालें तो यह बात साफ होती है। प्लेइंग इलेवन देखें तो चार स्पिन गेंदबाजी के विकल्प के साथ 3 पेस के विकल्प के बाद में बल्लेबाजी में नंबर 9 तक बल्लेबाज हैं।
एक ओर भारतीय टीम को घरेलू मैदान पर खेलने का फायदा होगा तो दूसरी तरफ अपने घर में दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरने की चुनौती होगी। टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच रॉबिन सिंह ऐसा नहीं मानते हैं। रॉबिन सिंह कहते हैं, दबाव कोई समस्या नहीं है। मेरे ख्याल से जब भी आप खेलते हैं आप पर दबाव होता है। हम पहले T20 और 50 ओवर के वर्ल्ड कप जीत चुके हैं।
पिछले 10 साल में दो वर्ल्ड कप जीते और लोग इसके आदी हो चुके हैं। लोगों की उम्मीद ज्यादा है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दबाव होता है, लेकिन हम इस दबाव को अच्छी तरह से झेल सकते हैं। टीम में अनुभव और युवा खिलाड़ियों का तालमेल है, जो उसकी दावेदारी को और मजबूत बनाती है। पूर्व फील्डिंग कोच ने कहा, 'भारत वर्ल्ड कप जीतने के दावेदारों में से एक है। टीम में सही कॉम्बिनेशन है, लेकिन सबसे खास बात है कि टीम के पास मैच विनर स्पिनर हैं, जो जीत दिला सकते हैं।
भारत ने 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुआ सबसे पहला T20 वर्ल्ड कप जीता था। अगर टीम इंडिया इस दफा चैम्पियन बनती है तो दो बार आईसीसी वर्ल्ड T20 कप जीतने वाली पहली टीम बनेगी।
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