- भारत के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया में खेलना हमेशा पसंद किया और भविष्य को लेकर अनिश्चितता जताई.
- रोहित शर्मा ने सिडनी वनडे में नाबाद 121 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज पुरस्कार जीता.
- विराट कोहली ने नाबाद 74 रन बनाए और दोनों ने मिलकर भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 विकेट से जीत दिलाई.
Rohit Sharma Big Statement: भारत के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चुनौतीपूर्ण वनडे सीरीज समाप्त होने के बाद शनिवार को कहा कि उन्हें यह नहीं पता कि वो बतौर क्रिकेटर कंगारुओं की सरजमीं पर खेलने आएंगे या नहीं. टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने के बाद अब रोहित और कोहली केवल एक अंतरराष्ट्रीय प्रारूप (वनडे) में खेल रहे हैं और हाल के दिनों में उनके करियर को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. इस सीरीज की शुरुआत से ही माना जा रहा था कि कोहली और रोहित की यह ऑस्ट्रेलिया में आखिरी वनडे सीरीज है और इसको लेकर ही सभी शो हॉउसफुल रहे.
पर्थ और एडिलेड वनडे गंवा चुकी भारतीय टीम को सिडनी वनडे में व्हाइट वॉश से बचने के लिए हर हाल में जीत चाहिए थी और इस मौके पर रोहित शर्मा और विराट कोहली ने मोर्चा संभाला. एडिलेड में अर्द्धशतकीय पारी खेलने वाले रोहित शर्मा ने इस मुकाबले में शुभमन गिल के साथ मिलकर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई और फिर उन्होंने कोहली के साथ मिलकर 168 रनों की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से रौंद दिया.
रोहित को 'प्लेयर ऑफ द मैच' और 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुना गया. सिडनी में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का 50वां शतक लगाने वाले बल्लेबाज ने मैच के बाद प्रसारकों से कहा,"मुझे यहां आना हमेशा पसंद रहा है और इस स्थान पर क्रिकेट खेलने का आनंद लिया है. 2008 की अच्छी यादें ताजा हो गईं. यह मजेदार था, पता नहीं हम (क्रिकेटर के रूप में) वापस आएंगे या नहीं, लेकिन मैंने हर चीज का आनंद लिया है." "पिछले 15 सालों में क्या हुआ, इसके बारे में भूल जाओ, मुझे हमेशा यहां खेलना पसंद है, मुझे लगता है कि विराट के लिए भी ऐसा ही होगा. धन्यवाद ऑस्ट्रेलिया."
रोहित ने शानदार नाबाद 121 रन बनाए जबकि कोहली ने भारत की जीत में नाबाद 74 रनों का योगदान दिया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए कहा,"हमने पर्थ में नए सिरे से शुरुआत की. मैं चीजों को इसी तरह देखता हूं."
रोहित ने अपने करियर के इस चरण में अनुभव और मार्गदर्शन के महत्व पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा,"आप ऑस्ट्रेलिया में कठिन पिचों और बेहतरीन गेंदबाजों का सामना करते हैं. यहां खेलना कभी आसान नहीं होता. हम सीरीज नहीं जीत सके लेकिन इसमें कई सकारात्मक बातें हैं. यह एक युवा टीम है और बहुत कुछ सीखने को मिलेगा." उन्होंने कहा,"जब मैं टीम में आया था, तो सीनियर खिलाड़ियों ने हमारी बहुत मदद की थी. अब हमारा काम भी यही है. हमें उनका मार्गदर्शन करना होगा, खेल की योजनाएं बनानी होंगी और बुनियादी बातों पर ध्यान देना होगा."
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