
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से पहले अगर कंगारुओं में सिरहन होने लगी है, अगर दुनिया के तमाम पंडित भारतीय दिग्गजों रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) और रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को सर्वकालिक महान क्रिकेटरों में शुमार करने लगी है, तो इसमें हैरानी किसी को नहीं होनी चाहिए. निश्चित तौर आंकड़ों के साथ इन दोनों को लेकर बहस की जा सकती है. हालिया सालों में इन दोनों ने टीम इंडिया की सफलता में गजब का योगदान दिया है. अब एक ऐसा रिकॉर्ड जडेजा का सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे क्योंकि ऐतिहासिक कारनामे को अंजाम देने वाले जड्डू इकलौते खिलाड़ी हैं, तो रविचंद्रन अश्विन इसके मुहाने पर खड़े हैं.
बहुत विराट है टेस्ट क्रिकेट की यात्रा
आपको बता दें कि बांग्लादेश के खिलाफ दूसरा टेस्ट शुरू होने से पहले तक कुल मिलाकर 147 साल के इतिहास में 2550 टेस्ट मैच खेल जा चुके हैं. साल 1877 से शुरू हुई टेस्ट क्रिकेट की यात्रा ने वास्तव में बहुत ही लंबा सफर तय किया है. और इस सफर में एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड बने हैं. फिर चाहे सचिन तेंदुलकर के रनों सहित शतकों का रिकॉर्ड हो या फिर मुरलीधरन के सबसे ज्यादा विकेट चटकाने का कारनामा, उसकी जितनी सराहना की जाए, कम होगा. लेकिन इन सभी के बीच जडेजा ने जो कर डालाना है, वह अपने आप में अनोखा है.
खिलाड़ियों की संख्या ने भी खूबसूरत बनाया टेस्ट को
टेस्ट के इतिहास को खिलाड़ियों ने अपने कारनामे से इस खूबसूरत बनाने में अहम योगदान दिया. सर डॉन ब्रेडमैन से लेकर मॉडर्न ऐरा के सुपर बल्लेबाज विराट कोहली तक की बड़ी भूमिका रही. और योगदान उस खिलाड़ी का भी रहा, जो सिर्फ एक ही टेस्ट मैच खेल सका. अभी तक (बांग्लादेश के खिलाफ दूसरा टेस्ट से पहले तक) कुल मिलाकर 3187 टेस्ट क्रिकेटर रहे हैं, लेकिन इनमें रवींद्र जडेजा इनमें वेरी-वरी स्पेशल बन गए हैं.
जडेजा का सुपर से ऊपर कारनामा
टेस्ट इतिहास में जो 3187 क्रिकेटर हुए हैं, इसमें अपनी-अपनी टीम की जीत में दो हजार या इससे ज्यादा रन बनाने वाले और साथ ही दो सौ विकेट लेने वाले रवींद्र जडेजा इकलौते खिलाड़ी है. पिछले 147 साल के इतिहास में ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं हुआ, जिसने टीम के जीते हुए मैचों में ऐसा योगदान दिया. जडेजा के 2003 रन और 216 विकेट हैं, लेकिन जल्द ही आर. अश्विन इस मामले में उनके बॉस बन जाएंगे. अश्विन का टीम इंडिया के जीते हुए टेस्ट मैचों में योगादन 1943 रन और 369 विकेटों का है. जैसा दम अश्विन ने बल्ले से चेन्नई में दिखाया, अगर वह बांग्लादेश के खिलाफ 57 रन और बना देते हैं, तो चौंकाने वाली बात बिल्कुल भी नहीं होगी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं