यह ख़बर 29 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

मैंने संन्यास पर कोई फैसला नहीं लिया है : द्रविड़

खास बातें

  • द्रविड़ ने साफ किया कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर फैसला नहीं किया है, लेकिन यह भी स्वीकार किया कि उनका करियर निश्चित रूप से अंतिम पड़ाव में है।
एडिलेड:

आलोचनाओं से घिरे भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने साफ किया कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर कोई फैसला नहीं किया है, लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उनका करियर निश्चित रूप से अंतिम पड़ाव में है।

आधुनिक क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में से एक द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर हुई शृंखला में 24.25 के औसत से केवल 194 रन बनाए, जिसमें भारत को 0-4 से हार का मुंह देखना पड़ा। यह विदेशी सरजमीं पर भारत की लगातार दूसरी व्हाइटवाश शिकस्त है, इससे पहले उन्हें इंग्लैंड से इसी अंतर से पराजय मिली थी। इससे मीडिया में उनकी संन्यास की बातें चलने लगी थी।

द्रविड़ ने कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से शुरुआत नहीं कर रहा हूं, यह मेरे करियर का अंतिम पड़ाव है, इसमें कोई शक नहीं है। लेकिन मैंने कोई फैसला नहीं किया है और अभी ऐसा कोई फैसला करने की जरूरत नहीं है। हम अभी अगले सात महीने तक कोई टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे, तो इसलिए देखते हैं कि क्या होता है।’’

द्रविड़ वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया से कहा, ‘‘करियर के इस दौर में हमेशा एक बार में सिर्फ एक ही शृंखला पर ध्यान लगाना चाहिए और ज्यादा दूर की बात नहीं सोचनी चाहिए, इसलिए हम देखेंगे कि क्या होता है।’’

भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंची थी, लेकिन इंग्लैंड में मिली करारी शिकस्त से इस स्थान को झटका लगा और अब ऑस्ट्रेलिया में इस प्रदर्शन से हालात और खराब हो गए हैं। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 298 रन से शिकस्त देकर यहां एडिलेड ओवल में चार मैचों की शृंखला में व्हाइटवाश किया।

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द्रविड़ ने कहा, ‘‘हमने पिछली दो शृंखलाओं में विदेशी सरजमीं पर इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि कुछ युवा खिलाड़ी सामने आएंगे, इसमें थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन हम मजबूत आधार तैयार करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत को मजबूत टेस्ट खेलने वाली टीम बनने की जरूरत है, क्रिकेट खेलने वाले ज्यादा देश नहीं है और अगर भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में प्रतिस्पर्धी है, तो इससे काफी फर्क पड़ेगा। हमें कुछ क्षेत्रों में सुधार करने की जरूरत है, विशेषकर इस मुश्किल समय में।’’ विराट कोहली के अलावा भारतीय बल्लेबाजी लाइन अप के ज्यादातर बल्लेबाजों के लिए यह शृंखला काफी खराब रही।