- भारत को साउथ अफ्रीका ने दूसरे टेस्ट मैच में 408 रन से हराकर टेस्ट क्रिकेट में उसकी सबसे बड़ी हार दी
- टीम कोच गौतम गंभीर ने हार की जिम्मेदारी ड्रेसिंग रूम में मौजूद सभी सदस्यों पर डाली और दोष सबका बताया
- गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने और मिलकर बेहतर टीम बनाने की जरूरत पर जोर दिया
Gautam Gambhir on Team India defeat:भारत को साउथ अफ्रीका ने दूसरे टेस्ट मैच में 408 रन से हरा दिया. टेस्ट में भारत की यह सबसे बड़ी हार है. हार के बाद टीम कोच गौतम गंभीर ने सीरीज में मिली 2-0 से हार को लेकर बाद की, गौतम गंभीर ने हार को लेकर कहा कि, "इस हार की ज़िम्मेदारी ड्रेसिंग रूम में बैठे सभी लोगों की है, कई बार कहा है, टीम जीतती है, टीम हारती है. मैं वही आदमी हूं जिसने इंग्लैंड में अच्छा किया था, जिसने व्हाइट बॉल टूर्नामेंट जीते थे. चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, एशिया कप जीती थी." टीम के कोच गौतम गंभीर ने कहा, टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देना शुरू करें और सभी को इसमें हिस्सा लेना होगा, हमें एक बेहतर टीम बनने के लिए मिलकर कोशिश करने की ज़रूरत है, टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए आपको सबसे तेज़-तर्रार और टैलेंटेड क्रिकेटरों की ज़रूरत नहीं है. हमें स्किल वाले मज़बूत लोगों की ज़रूरत है."

गंभीर बुधवार को यहां दूसरे टेस्ट में साउथ अफ्रीका के हाथों 408 रन से मिली शर्मनाक हार के बाद बोल रहे थे, जिससे मेहमान टीम ने 2-0 से सीरीज़ जीत ली. गंभीर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मेरे भविष्य का फैसला BCCI को करना है, लेकिन मैं वही आदमी हूं जिसने इंग्लैंड में आपको नतीजे दिलाए और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए कोच था". बता दें कि गंभीर की कोचिंग में भारत ने इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की खिताबी जीत और इंग्लैंड के खिलाफ उन्हीं की सरजमीं पर 2-2 से ड्रॉ का जिक्र किया, 0-2 से हार के बाद अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने माना, "दोष सबका है और सबसे पहले मुझसे शुरू होता है. "

उन्होंने आगे कहा, "आप किसी एक व्यक्ति या किसी खास शॉट को दोष नहीं दे सकते, दोष सबका है, मैंने कभी किसी एक व्यक्ति को दोष नहीं दिया और आगे भी ऐसा नहीं करूंगा. " गंभीर की कप्तानी में, भारत 18 में से 10 टेस्ट हार चुका है, जिसमें पिछले साल न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ दो व्हाइटवॉश और अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ़ दो घरेलू मैच शामिल हैं।
गुवाहाटी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ़ भारत की हार टेस्ट क्रिकेट में रनों के मामले में उसकी सबसे बड़ी हार है. गंभीर की हाल ही में टीम में बार-बार बदलाव करने और पारंपरिक फ़ॉर्मेट में स्पेशलिस्ट के बजाय ऑल-राउंडर पर ज़्यादा ध्यान देने की उनकी आदत के लिए आलोचना हुई है. उन्होंने कहा, "टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए आपको सबसे तेज़-तर्रार और टैलेंटेड क्रिकेटरों की ज़रूरत नहीं है.हमें कम स्किल वाले मज़बूत खिलाड़ियों की ज़रूरत है. वे अच्छे टेस्ट क्रिकेटर बनते हैं."
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