- कर्नाटक में सीएम की कुर्सी को लेकर चल रही तनातनी अब दिल्ली पहुंच चुकी है
- इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे अब राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ बैठक करने वाले हैं
- सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले कोई फैसला कर सकती है
कर्नाटक में कु्र्सी को लेकर चल रही तनातनी पर अब कांग्रेस हाईकमान सतर्क हो गई है और सीएम सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच चल रही 'कुर्सी वार' पर जल्द ही कोई फैसला कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र से पहले इसपर फैसला कर सकता है.
1 दिसंबर से पहले हो जाएगा फैसला
सूत्रों ने बताया कि संसद का शीतकालीन सत्र 1 से 19 दिसंबर तक चलना है और पार्टी हाईकमान 1 दिसंबर तक इसपर कोई फैसला कर सकती है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के बीच गुरुवार को बैठक हो सकती है. मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने बताया कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को जल्द ही दिल्ली बुलाया जा सकता है. संभवत: 28 या 29 नवंबर को दोनों नेताओं को बुलाया जा सकता है. माना जा रहा है कि कांग्रेस कर्नाटक में चल रही हलचल को जल्द खत्म करना चाहती है.
खरगे हैं नाराज
सूत्रों ने बताया कि खरगे ने कर्नाटक में चल रही तनातनी पर चिंता जताई है. सिद्धारमैया से लेकर शिवकुमार धड़े के बीच सीएम कुर्सी को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार बयानबाजी चल रही है. बताया जा रहा है कि इस मामले पर संसद के शीतकालीन सत्र से पहले तस्वीर साफ हो सकती है.
राहुल गांधी भी हुए एक्टिव
कांग्रेस हाईकमान भी दक्षिण के राज्य में पार्टी में चल रही तनातनी को खत्म करने की इच्छुक है. पार्टी नहीं चाहती है कि बाहर ऐसा संदेश जाए कि कांग्रेस के भीतर अंदरूनी खटपट चल रही है. सिद्धारमैया कैंप राज्य में कम से कम मार्च तक यथास्थिति बनाए रखने की कोशिश कर रही है. दूसरी तरफ शिवकुमार के समर्थक राज्य में सत्ता बदलने को लेकर एक साफ-साफ प्लान की मांग कर रहे हैं. शिवकुमार धड़ा 2023 में सरकार बनाने के समय तय फॉर्म्युला को लागू करने की मांग कर रहे हैं. कहा जाता है कि उस समय शिवकुमार इस शर्त पर सिद्धारमैया को सीएम बनाने के लिए राजी हुए थे कि ढाई साल के बाद उन्हें राज्य का सीएम बनाया जाएगा.
कर्नाटक पर फैसला अब राहुल गांधी और कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व लेगा. कर्नाटक यूनिट से भी पार्टी पर दबाव बढ़ रहा है. देखने वाली बात ये होगी कि कांग्रेस कर्नाटक के मामले को कैसे निपटाती है.
सिद्धारमैया और शिवकुमार में तनातनी
सिद्धारमैया धड़े के एक करीबी सूत्र ने बताया कि उन्हें पूरा भरोसा है कि राहुल गांधी सिद्धरमैया का समर्थन करेंगे. उन्होंने दावा किया कि सिद्धारमैया के पास विधायकों का समर्थन है. हालांकि, डीके शिवकुमार के भरोसेमंद रामनगरा, इकबाल हुसैन ने ऐलान किया है कि शिवकुमार सीएम बनेंगे. इस तरह के बयान कांग्रेस पार्टी के लिए चिंता की बात है. शिवकुमार से जब कर्नाटक के राजनीतिक घमासान और अटकलों पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यहां किसी तरह का कोई कन्फ्यूजन नहीं है. कोई कुछ मांग नहीं रहा है. राज्य में कोई ग्रुप नहीं है. राज्य में केवल एक ही ग्रुप है और वो है कांग्रेस ग्रुप. हमारे 140 विधायकों का एक ग्रुप है.
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