
एमएस धोनी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारत के खिलाफ जीत पर जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों की खुशी सातवें आसमान पर है। वनडे में भारत के हाथों सफाया होने के बाद जिम्बाब्वे की इस वापसी ने अब टी-20 टूर्नामेंट को रोमांचक बना दिया है। सीरीज जीतने के लिए भारत को अब अपने दोनों मुकाबले जीतने ही होंगे और धोनी जानते हैं कि इसके लिए आपका नाम नहीं, बल्कि मैदान पर आपका काम ही सही नतीजे ला पाएगा।
मैच का नतीजा ऐसे होगा तय
धोनी ने साफ कहा कि आप सिर्फ अपनी साख के आधार पर नहीं खेल सकते। आपको इस खेल का सम्मान करना होगा। आपके सामने कोई भी टीम हो, आपको अपना बेहतरीन खेल दिखाना होगा। कागज पर टीम कितनी मजबूत है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। खिलाडी मैदान पर कैसा खेल दिखाते हैं उससे मैच का नतीजा तय होता है।
पहली हार का दबाव तो होगा ही
दूसरे मुकाबले से पहले टीम इंडिया पर पहली हार का दबाव तो होगा ही। खास कर हमारे गेंदबाजों पर जो पहले टी-20 मुकाबले में रन रोकने में नाकाम रहे। पहले मैच में जयदेव उनदकट, ऋषि धवन, और युज़वेंद्र चहल बहुत मंहगे साबित हुए थे मगर कप्तान अभी भी अपने गेंदबाज़ों के साथ खड़े हैं।
20 ओवर में आप बेखौफ खेल सकते हैं
मैच के बाद धोनी ने कहा कि जितना फॉर्मेट छोटा होता है उतना दोनों टीमों के बीच अंतर कम होता जाता है। 20 ओवर में आप बेखौफ खेल सकते हैं और जिम्बाब्वे के बल्लेबाज़ों ने यही किया। हमारे कई गेंदबाज अपना पहला मैच खेल रहे थे। भारत के लिए खेलते हुए अकसर गेंदबाज़ ज्यादा दबाव में होते हैं। माही के लिए सबसे बड़ी समस्या यहां हर खिलाड़ी को सही मौका देने का है। पहले मैच में धोनी ने 5 खिलाड़ियों को आजमाया। लेकिन अब करो या मरो के मुकाबले में प्रयोग का वक्त खत्म और जीतने का वक्त आ गया है।
मैच का नतीजा ऐसे होगा तय
धोनी ने साफ कहा कि आप सिर्फ अपनी साख के आधार पर नहीं खेल सकते। आपको इस खेल का सम्मान करना होगा। आपके सामने कोई भी टीम हो, आपको अपना बेहतरीन खेल दिखाना होगा। कागज पर टीम कितनी मजबूत है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। खिलाडी मैदान पर कैसा खेल दिखाते हैं उससे मैच का नतीजा तय होता है।
पहली हार का दबाव तो होगा ही
दूसरे मुकाबले से पहले टीम इंडिया पर पहली हार का दबाव तो होगा ही। खास कर हमारे गेंदबाजों पर जो पहले टी-20 मुकाबले में रन रोकने में नाकाम रहे। पहले मैच में जयदेव उनदकट, ऋषि धवन, और युज़वेंद्र चहल बहुत मंहगे साबित हुए थे मगर कप्तान अभी भी अपने गेंदबाज़ों के साथ खड़े हैं।
20 ओवर में आप बेखौफ खेल सकते हैं
मैच के बाद धोनी ने कहा कि जितना फॉर्मेट छोटा होता है उतना दोनों टीमों के बीच अंतर कम होता जाता है। 20 ओवर में आप बेखौफ खेल सकते हैं और जिम्बाब्वे के बल्लेबाज़ों ने यही किया। हमारे कई गेंदबाज अपना पहला मैच खेल रहे थे। भारत के लिए खेलते हुए अकसर गेंदबाज़ ज्यादा दबाव में होते हैं। माही के लिए सबसे बड़ी समस्या यहां हर खिलाड़ी को सही मौका देने का है। पहले मैच में धोनी ने 5 खिलाड़ियों को आजमाया। लेकिन अब करो या मरो के मुकाबले में प्रयोग का वक्त खत्म और जीतने का वक्त आ गया है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं