नई दिल्ली:
इंग्लैंड के ग्रीम स्वान को अपना आदर्श मानने वाले युवा ऑफ स्पिनर विकास दीक्षित ने गुरुवार को डीडीसीए लीग के दौरान एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा कर दिखाया।
इस 16-वर्षीय क्रिकेटर का लक्ष्य लगातार अच्छा प्रदर्शन करके शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेलना है। केजी कोल्ट्स की तरफ से खेलने वाले विकास ने डीटीसी के खिलाफ 27 रन देकर सभी 10 विकेट झटके और अपनी टीम को 222 रन से बड़ी जीत दिलाई।
भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर भी विकास से खासे प्रभावित हैं। ऑलराउंडर विकास दीक्षित को भी विश्वास है कि वह अपने प्रेरणास्रोत गौतम गंभीर और कोच संजय भारद्वाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरता रहेगा।
कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल में 11वीं के छात्र विकास ने कहा, मैं बल्लेबाजी करते हुए केवल 33 रन बना पाया था। इससे काफी निराश था, लेकिन अब बहुत खुश हूं। सर (कोच भारद्वाज) ने कहा है कि शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेलने के लिए मुझे लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। मैं आगे भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा।
भारद्वाज भी अपने इस युवा शिष्य के प्रदर्शन से बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, गंभीर जब भी दिल्ली में अभ्यास करते है, तो विकास से ही गेंदबाजी करवाते हैं। गंभीर को भी लगता है कि इसमें शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेलने की क्षमता है।
भारत नगर क्रिकेट अकादमी के मैदान पर खेले गए डीडीसीए लीग के इस मैच में केजी कोल्ट्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 45 ओवर में सात विकेट पर 309 रन बनाए। इसके जवाब में डीटीसी का स्कोर एक समय बिना किसी नुकसान के 62 रन था। इसके बाद विकास की फिरकी की जादू चला और डीटीसी की पूरी टीम 87 रन पर ढेर हो गई।
किसी एक पारी में सभी 10 विकेट चटकाने का कारनामा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक केवल दो बार हो पाया है। सबसे पहले वर्ष 1956 में इंग्लैंड के जिम लेकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 53 रन देकर 10 विकेट हासिल किए थे, जबकि वर्ष 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेलते हुए अनिल कुंबले ने 74 रन देकर सारे पाकिस्तानी खिलाड़ियों को पैवेलियन लौटाया था।
इस 16-वर्षीय क्रिकेटर का लक्ष्य लगातार अच्छा प्रदर्शन करके शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेलना है। केजी कोल्ट्स की तरफ से खेलने वाले विकास ने डीटीसी के खिलाफ 27 रन देकर सभी 10 विकेट झटके और अपनी टीम को 222 रन से बड़ी जीत दिलाई।
भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर भी विकास से खासे प्रभावित हैं। ऑलराउंडर विकास दीक्षित को भी विश्वास है कि वह अपने प्रेरणास्रोत गौतम गंभीर और कोच संजय भारद्वाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरता रहेगा।
कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल में 11वीं के छात्र विकास ने कहा, मैं बल्लेबाजी करते हुए केवल 33 रन बना पाया था। इससे काफी निराश था, लेकिन अब बहुत खुश हूं। सर (कोच भारद्वाज) ने कहा है कि शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेलने के लिए मुझे लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। मैं आगे भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा।
भारद्वाज भी अपने इस युवा शिष्य के प्रदर्शन से बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, गंभीर जब भी दिल्ली में अभ्यास करते है, तो विकास से ही गेंदबाजी करवाते हैं। गंभीर को भी लगता है कि इसमें शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेलने की क्षमता है।
भारत नगर क्रिकेट अकादमी के मैदान पर खेले गए डीडीसीए लीग के इस मैच में केजी कोल्ट्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 45 ओवर में सात विकेट पर 309 रन बनाए। इसके जवाब में डीटीसी का स्कोर एक समय बिना किसी नुकसान के 62 रन था। इसके बाद विकास की फिरकी की जादू चला और डीटीसी की पूरी टीम 87 रन पर ढेर हो गई।
किसी एक पारी में सभी 10 विकेट चटकाने का कारनामा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक केवल दो बार हो पाया है। सबसे पहले वर्ष 1956 में इंग्लैंड के जिम लेकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 53 रन देकर 10 विकेट हासिल किए थे, जबकि वर्ष 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेलते हुए अनिल कुंबले ने 74 रन देकर सारे पाकिस्तानी खिलाड़ियों को पैवेलियन लौटाया था।
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