ऑस्ट्रेलिया में टी-20 सीरीज जीतने के बाद टीम इंडिया इस फॉर्मेट में नंबर वन बन गई है।
नई दिल्ली:
सिडनी में टी-20 सीरीज की शानदार जीत के कई मायने निकाले जा सकते हैं। सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का सफाया हो गया। भारत इस फॉर्मेट में नंबर वन बन गया और कप्तान धोनी के साथ साथ चयनकर्ताओं के कई सवालों का जवाब भी मिल गया।
बल्लेबाज बने ताकत, फिनिशर की समस्या हुई खत्म
9 साल पहले जो टी-20 वर्ल्डकप 'माही' ने जीता था। इस वर्ल्डकप को अपने घर में फिर से जीतने की रूपरेखा भी लगभग तैयार हो गई है। ऑस्ट्रेलिया में मिली लाजवाब कामयाबी ने कई खिलाड़ियों का टी-20 टिकट 'वेटिंग' से 'कन्फर्म' कर दिया है। मैच के बाद कप्तान धोनी ने भी माना कि टी-20 सीरीज़ से कई पॉजिटिव बातें सामने आई हैं और काफी मुमकिन है कि यही खिलाड़ी टी-20 वर्ल्डकप में भी नजर आएं। बल्लेबाजी में टीम के हर खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया है और टीम इंडिया की सबसे बड़ी ताकत इस वक्त हमारे बल्लेबाज ही नजर आ रहे हैं। धोनी, रैना और युवराज के मध्यक्रम में आने से फिनिशर की समस्या भी खत्म होती नजर आ रही है।
सनी भी इन्हीं 11 को रखने के पक्षधर
वहीं भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर, धोनी की बात से सहमत नज़र आते हैं। उन्होंने ने कहा 'अगर मैं कप्तान होता तो इस टीम में कोई बदलाव नहीं करता और इसी टीम के साथ जाता। युवराज और रैना जैसे बल्लेबाज हैं जो गेंदबाजी भी कर सकते हैं। बुमराह सटीक 'यॉर्कर' डाल सकते हैं और नई गेंद के साथ आशीष नेहरा का अनुभव काम आ सकता है। हार्दिक पंड्या भी टीम को संतुलन देते हैं। इसलिए ये 11 शानदार है।' कहते हैं हार से कई सारे सवाल और जीत से उन सवालों के जवाब मिलने लगते हैं.. टीम इंडिया के हौसले इस जीत के साथ सातवें आसमान पर है। काफी मुमकिन हैं कि ये खिलाड़ी मार्च में भी टीम को वर्ल्डकप जिताने की होड़ में नजर आएं
बल्लेबाज बने ताकत, फिनिशर की समस्या हुई खत्म
9 साल पहले जो टी-20 वर्ल्डकप 'माही' ने जीता था। इस वर्ल्डकप को अपने घर में फिर से जीतने की रूपरेखा भी लगभग तैयार हो गई है। ऑस्ट्रेलिया में मिली लाजवाब कामयाबी ने कई खिलाड़ियों का टी-20 टिकट 'वेटिंग' से 'कन्फर्म' कर दिया है। मैच के बाद कप्तान धोनी ने भी माना कि टी-20 सीरीज़ से कई पॉजिटिव बातें सामने आई हैं और काफी मुमकिन है कि यही खिलाड़ी टी-20 वर्ल्डकप में भी नजर आएं। बल्लेबाजी में टीम के हर खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया है और टीम इंडिया की सबसे बड़ी ताकत इस वक्त हमारे बल्लेबाज ही नजर आ रहे हैं। धोनी, रैना और युवराज के मध्यक्रम में आने से फिनिशर की समस्या भी खत्म होती नजर आ रही है।
सनी भी इन्हीं 11 को रखने के पक्षधर
वहीं भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर, धोनी की बात से सहमत नज़र आते हैं। उन्होंने ने कहा 'अगर मैं कप्तान होता तो इस टीम में कोई बदलाव नहीं करता और इसी टीम के साथ जाता। युवराज और रैना जैसे बल्लेबाज हैं जो गेंदबाजी भी कर सकते हैं। बुमराह सटीक 'यॉर्कर' डाल सकते हैं और नई गेंद के साथ आशीष नेहरा का अनुभव काम आ सकता है। हार्दिक पंड्या भी टीम को संतुलन देते हैं। इसलिए ये 11 शानदार है।' कहते हैं हार से कई सारे सवाल और जीत से उन सवालों के जवाब मिलने लगते हैं.. टीम इंडिया के हौसले इस जीत के साथ सातवें आसमान पर है। काफी मुमकिन हैं कि ये खिलाड़ी मार्च में भी टीम को वर्ल्डकप जिताने की होड़ में नजर आएं
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
टी-20 सीरीज, टी-20 वर्ल्डकप, सुनील गावसकर, फिनिशर, T-20 Series, T-20 World Cup, Sunil Gavaskar, Finisher