Mayank Yadav: कारनामा किए हुए कई घंटे हो गए हैं, लेकिन दुनिया के करोड़ों प्रशंसकों की जुबां से मयंक यादव (Mayank Yadav) का नाम नहीं जा रहा है, तो फैंस और पंडितों के बीच लगातार इस 21 साल के युवा पेसर की चर्चा हो रही है, जिसने एक दिन पहले ही पंजाब के खिलाफ करीब 156 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद निकालकर पूरे विश्व क्रिकेट को हैरान तो कर दी हिया. साथ ही, मयंक ने यह भी बता दिया कि वह जल्द ही भारत के तेज गेंदों के प्रति दुनिया का नजरिया बदलने की अगुवाई करने जा रहे हैं.
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अब मयंक यादव के कोच देवेंद्र शर्मा ने दावा करते हुए कहा है कि पिछले दिनों इंग्लैंड के खिलाफ खत्म हुई टेस्ट सीरीज के लिए मयंक के नाम पर विचार किया गया था. एक वेबसाइट से बातचीत उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर मयंक का चयन करने से पहले उन्हें बॉलिंग करते देखना चाहते थे. लेकिन दुर्भाग्य यह रहा कि उस समय मयंक चोट के कारण किनारे हो गए.
देवेंद्र ने कहा कि वह बहुत ही ज्यादा दुखी था और लगभग टूट चुका था. जाहिर है कि यह समझा जा सकता है. आखिरकार कौन सा खिलाड़ी चीफ सेलेक्टर को प्रभावित करने और भारत के लिए खेलने का मौका गंवाना चाहेगा. मैं प्रार्थना करता हूं कि वह प्रगति करता रहे और फिट रहे. वह बहुत ही मजबूत कद-काठी वाला लड़का है. वह बहुत परिश्रमी भी है और उसमें भारत के लिए खेलने की क्षमता है. सबसे अहम बात है कि उसके पास एक अच्छी मनोदशा और मानसिकता है, जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है.
देवेंद्र ने यह भी खुलासा किया कि ऋषभ और गांगुली दोनों ही मयंक को दिल्ली कैपिटल्स की टीम में चाहते थे, तो वहीं गुजरात के कोच आशीष नेहरा भी उन्हें अपनी टीम में लेने के लिए रुचिकर थे. लेकिन इन सबसे उलट मयंक को उनके 20 लाख के बेस प्राइस पर लखनऊ ने जोड़ लिया, लेकिन वह पिछले सीजन में एक भी मैच चोट के कारण नहीं खेल सके.
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