दिल्ली में शनिवार की शाम से लेकर रात तक चले बारिश के सिलसिले के बाद रविवार की शाम को फिर से भारी बारिश हुई, जबकि शहर के कई हिस्से बाढ़ और जलभराव की समस्या का सामना कर रहे हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शहर में आज मध्यम स्तर की बारिश होने का अनुमान जताया था. राजधानी में आज दिन ढलते ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया. कुछ इलाकों में तेज तो कुछ इलाकों में छुटपुट बारिश हुई. बारिश से शहर के कई इलाकों में जलजमाव और ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हुई.
बाढ़ के संकट का सामना कर रहे दिल्ली शहर में यमुना का जलस्तर फिर से ऊंचाई पर है. करीब एक सप्ताह से दिल्ली के एक बड़े हिस्से में पानी भरा हुआ है. यमुना के जलप्रवाह ने दो करोड़ से अधिक निवासियों की मेगासिटी दिल्ली के निचले इलाकों में खतरा पैदा कर दिया है.
अधिकारियों ने बैराज के आसपास सेना के इंजीनियरों को तैनात किया है और हजारों लोगों को अस्थायी राहत शिविरों या पास की एलिवेटेड रोडों पर ले जाया गया है. पिछले 48 घंटों के दौरान नदी के किनारे के इलाके जलमग्न हो गए हैं.
व्यापारियों के एक संगठन ने गुरुवार को कहा कि शहर के कुछ हिस्सों में बारिश और बाढ़ के कारण अनुमानित रूप से 200 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है. सभी स्कूलों, कॉलेजों और गैर-जरूरी सरकारी कार्यालयों को कम से कम आज तक बंद रखने का आदेश दिया गया है क्योंकि कई प्रमुख सड़कें और पुल भी पानी में डूबे हुए हैं.
आईएमडी के अनुसार दिल्ली में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटे की अवधि में 13 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. राष्ट्रीय राजधानी में रविवार की सुबह न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है.
दिल्ली में शनिवार को हुई भारी बारिश के बाद हुए जलभराव के कारण कई हिस्सों में ट्रैफिक जाम हुआ था. यातायात पुलिस के मुताबिक, राजघाट से निजामुद्दीन कैरिजवे तक आईपी फ्लाईओवर के पास नाले का पानी भर जाने के कारण रिंग रोड पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई थी.
उत्तर भारत में भीषण गर्मी के बाद लगातार हो रही मानसूनी बारिश से कथित तौर पर कम से कम 90 लोगों की मौत हुई है.
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