चंडीगढ़:
आम आदमी पार्टी ने किसानों के मुद्दों पर बादल सरकार के खिलाफ मोहाली में हल्ला बोला। पार्टी ने हजारों की भीड़ तो जुटाई, लेकिन मुख्यमंत्री बादल के बंगले पर जाकर ज्ञापन देने का फैसला उल्टा पड़ गया।
रैली ग्राउंड पर बादल सरकार ने पहले लगा दिए होर्डिंग
बादल सरकार ने आम आदमी पार्टी के रैली ग्राउंड पर रात में ही अपनी होर्डिंग्स टांग दीं, जिनमें लिखा था कि पंजाब में कोई अनाज घोटाला नहीं हुआ है। लेकिन निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए आप के वालंटियर्स भीषण गर्मी के बावजूद बड़ी तादात में रैली ग्राउंड पहुंच गए। आप कार्यकर्ताओं ने पहला गुस्सा बादल सरकार के होर्डिंग्स पर उतारा।
पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोका
कई कार्यकर्ताओं ने शिकायत की कि पार्टी की बसों को मोहाली नहीं पहुंचने दिया जा रहा। पट्टी से आए एक कार्यकर्ता ने बताया कि,' हम रात हो ही यहां पहुंच गए थे, लेकिन जो हमारे लोग अन्य जिलों से आ रहे हैं, उन्हें पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया। बादल सरकार जोर-जबरदस्ती कर रही है।'
ज्ञापन देकर खत्म कर दी रैली
आप कार्यकर्ताओं का हुजूम मुख्यमंत्री बादल के बंगले का घेराव करने के लिए चंडीगढ़ की तरफ बढ़ा, लेकिन उन्हें मोहाली की सीमा पर ही भरी पुलिस फोर्स ने रोक लिया। इसके बाद रणनीति से उलट...आप नेता मुख्यमंत्री बादल से मिलने को राजी हो गए और उनके घर जाकर ज्ञापन सौंपकर रैली खत्म कर दी।
संगरूर से पार्टी सांसद भगवंत मान ने बताया,'हम 15 लाख रुपये के मुआवजे की मांग करते हैं। गेहूं खरीद का पेमेंट एक हफ्ते में हो। अनाज घोटाले की सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में जांच हो। तोता सिंह अंदर होना चाहिए और हरसिमरत और मजीठिया को वापस बुलाया जाए।'
मुख्यमंत्री ने कहा, आरोप निराधार
वहीं मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने ज्ञापन लेने के बाद आप के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा,' यह सभी आरोप निराधार हैं। आप राजनीति कर रही है। पंजाब सरकार किसानों के हित में काम कर रही है।'
रैली ग्राउंड पर बादल सरकार ने पहले लगा दिए होर्डिंग
बादल सरकार ने आम आदमी पार्टी के रैली ग्राउंड पर रात में ही अपनी होर्डिंग्स टांग दीं, जिनमें लिखा था कि पंजाब में कोई अनाज घोटाला नहीं हुआ है। लेकिन निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए आप के वालंटियर्स भीषण गर्मी के बावजूद बड़ी तादात में रैली ग्राउंड पहुंच गए। आप कार्यकर्ताओं ने पहला गुस्सा बादल सरकार के होर्डिंग्स पर उतारा।
पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोका
कई कार्यकर्ताओं ने शिकायत की कि पार्टी की बसों को मोहाली नहीं पहुंचने दिया जा रहा। पट्टी से आए एक कार्यकर्ता ने बताया कि,' हम रात हो ही यहां पहुंच गए थे, लेकिन जो हमारे लोग अन्य जिलों से आ रहे हैं, उन्हें पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया। बादल सरकार जोर-जबरदस्ती कर रही है।'
ज्ञापन देकर खत्म कर दी रैली
आप कार्यकर्ताओं का हुजूम मुख्यमंत्री बादल के बंगले का घेराव करने के लिए चंडीगढ़ की तरफ बढ़ा, लेकिन उन्हें मोहाली की सीमा पर ही भरी पुलिस फोर्स ने रोक लिया। इसके बाद रणनीति से उलट...आप नेता मुख्यमंत्री बादल से मिलने को राजी हो गए और उनके घर जाकर ज्ञापन सौंपकर रैली खत्म कर दी।
संगरूर से पार्टी सांसद भगवंत मान ने बताया,'हम 15 लाख रुपये के मुआवजे की मांग करते हैं। गेहूं खरीद का पेमेंट एक हफ्ते में हो। अनाज घोटाले की सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में जांच हो। तोता सिंह अंदर होना चाहिए और हरसिमरत और मजीठिया को वापस बुलाया जाए।'
मुख्यमंत्री ने कहा, आरोप निराधार
वहीं मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने ज्ञापन लेने के बाद आप के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा,' यह सभी आरोप निराधार हैं। आप राजनीति कर रही है। पंजाब सरकार किसानों के हित में काम कर रही है।'
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