शेयर बाजार की सुस्त शुरुआत, सेंसेक्स-निफ्टी मामूली बढ़त के साथ कर रहे कारोबार

सेक्टोरल आधार पर बैंक और एफएमसीजी को छोड़कर अन्य सभी इंडेक्स जैसे ऑटो, ऑयल एंड गैस, फार्मा, मेटल, पावर और रियल्टी में 1-2 प्रतिशत की बढ़त के साथ हरे रंग में कारोबार कर रहे हैं.

शेयर बाजार की सुस्त शुरुआत, सेंसेक्स-निफ्टी मामूली बढ़त के साथ कर रहे कारोबार

नई दिल्ली:

आज यानी सोमवारको शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत सपाट रही. एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 250 अंक चढ़कर 72,279.06 पर खुला. इसके बाद यह उतार-चढ़ाव के बीच 72,279.06 के स्तर तर उछला. वहीं, इस बीच यह 71,972.77 के लेवल तक गिरा.इसके साथ ही एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स सत्र में खुलते ही 21,921.15 अंक के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया लेकिन बिकवाली के दबाव के कारण यह 21,854 के निचले स्तर को छू लिया. इसके बाद बेंचनार्क इंडेक्स ने लाल निशान में जाकर फिर थोड़ी रिकवरी की.

सुबह 9 बजकर 30 मिनट के करीब सेंसेक्स 78.86 अंक (0.11%) की बढ़त के साथ 72,164.49 पर और निफ्टी 29.00 अंक (0.13%) चढ़कर 21,882.80 के लेवल पहुंच कर कारोबार कर रहा था.

टाटा मोटर्स के शेयर करीब आठ आठ प्रतिशत चढ़े
सेंसेक्स कंपनियों में टाटा मोटर्स के शेयर करीब आठ आठ प्रतिशत चढ़ गए. सन फार्मा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयर सबसे अधिक चढ़ने वाले शेयरों में शामिल रहे.वहीं, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और इंडसइंड बैंक के शेयरों को नुकसान हुआ.

सेक्टोरल आधार पर बैंक और एफएमसीजी को छोड़कर अन्य सभी इंडेक्स जैसे ऑटो, ऑयल एंड गैस, फार्मा, मेटल, पावर और रियल्टी में 1-2 प्रतिशत की बढ़त के साथ हरे रंग में कारोबार कर रहे हैं.

आज फिर गिरे पेटीएम के शेयर
भारतीय डिजिटल पेमेंट फर्म पेटीएम (Paytm  Shares) के शेयर सोमवार को 10% गिरकर रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गए, इससे पिछले दो दिन में कंपनी के शेयर 40 फीसदी गिरे थे.

एफपीआई ने जनवरी में बॉन्ड बाजार में डाले 19,800 करोड़ रुपये
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी में देश के डेब्ट या बॉन्ड मार्केट में 19,800 करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह बॉन्ड मार्केट में एफपीआई इन्फ्लो का छह साल में सबसे ऊंचा मासिक स्तर है. भारत सरकार के बॉन्ड को जेपी मॉर्गन इंडेक्स में शामिल किए जाने के बाद एफपीआई का भारतीय बॉन्ड बाजार के प्रति आकर्षण बढ़ा है. वहीं, दूसरी ओर एफपीआई ने अमेरिका में यील्ड ऑन बॉन्ड बढ़ने के बीच जनवरी में भारतीय शेयरों से 25,743 करोड़ रुपये की निकासी की है. 

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डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में एफपीआई ने बॉन्ड मार्केट में शुद्ध रूप से 19,836 करोड़ रुपये डाले हैं. यह जून, 2017 के बाद उनके निवेश का सबसे ऊंचा मासिक स्तर है. उस समय उन्होंने बॉन्ड बाजार में 25,685 करोड़ रुपये डाले थे. इससे पहले दिसंबर में एफपीआई ने बॉन्ड में 18,302 करोड़ रुपये, नवंबर में 14,860 करोड़ और अक्टूबर में 6,381 करोड़ रुपये डाले थे.