विज्ञापन

LIC पर सरकार का कोई दबाव नहीं, अदाणी ग्रुप में निवेश पूरी तरह SOP के हिसाब से: वित्त मंत्री

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ कर दिया कि वित्त मंत्रालय एलआईसी को किसी भी तरह का निर्देश या सलाह नहीं देता और निवेश का हर फैसला एलआईसी खुद लेती है.

LIC पर सरकार का कोई दबाव नहीं, अदाणी ग्रुप में निवेश पूरी तरह SOP के हिसाब से: वित्त मंत्री
FM Nirmala Sitharaman on LIC Adani Investment: वित्त मंत्री ने साफ कहा कि वित्त मंत्रालय, एलआईसी को किसी भी तरह की सलाह या निर्देश जारी नहीं करता.
नई दिल्ली:

देश की सबसे बडी बीमा कंपनी एलआईसी और अदाणी समूह के निवेश को लेकर पिछले कुछ दिनों से कई तरह की खबरें चर्चा में थीं. सोशल मीडिया पर भी यह सवाल बार-बार उठ रहा था कि क्या एलआईसी ने अदाणी कंपनियों में सरकार के कहने पर निवेश किया था.खासकर वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें होने लगीं कि क्या एलआईसी पर सरकार का कोई दबाव था?

इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में लिखित जवाब देकर इस तरह की खबरों पर विराम लगा दिया है.

वित्त मंत्री ने यह साफ कहा कि वित्त मंत्रालय, एलआईसी को किसी भी तरह की सलाह या निर्देश जारी नहीं करता. यानी एलआईसी जहां निवेश करती है, वह उसका खुद का फैसला होता है और सरकार इसमें दखल नहीं देती.

LIC के अदाणी निवेश पर क्या-क्या बोलीं वित्त मंत्री?

अपने लिखित जवाब में वित्त मंत्री  ने कहा कि अदाणी समूह में एलआईसी का निवेश पूरी तरह उनकी बोर्ड-अप्रूव्ड पॉलिसी और SOPs के मुताबिक हुआ है. उन्होंने बताया कि एलआईसी ने अदाणी समूह की करीब छह लिस्टेड कंपनियों में शेयर खरीदे हैं और इनकी कुल बुक वैल्यू 38,658.85 करोड़ रुपये है.

इसके अलावा एलआईसी ने मई 2025 में Adani Ports SEZ द्वारा जारी 5,000 करोड़ रुपये के सिक्योर्ड NCD में भी निवेश किया है. यह निवेश भी पूरी जांच-परख,डॉक्यूमेंट्स और पॉलिसी के अनुसार ही किया गया था.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com